दोस्तो, चीन में वर्ष 2017 के एनपीसी व सीपीपीसीसी के वार्षिक सम्मेलनों के दौरान सभी चीनियों को ठीक समय पर सूचना प्राप्त करने के लिये विभिन्न मीडिया ने अपनी अपनी क्षमता को दिखाकर सूचना के प्रसार-प्रचार की पूरी कोशिश की है। उनमें कुछ छोटे छात्र संवाददाता भी शामिल हैं। हालांकि वे देश के भविष्य हैं, पर वे देश के वर्तमान पर बड़ा ध्यान देते हैं।
वे छोटे संवाददाता चीनी कम्युनिस्ट यूथ लीग के भविष्य वेब द्वारा जुलाई 2009 में स्थापित छोटे संवाददाता मंडल से आए हैं। मंडल के सदस्य मुख्य तौर पर चीन के मिडिल व प्राइमरी स्कूलों के छात्र व छात्राएं हैं। वर्ष 2013 से छोटे संवाददाता एनपीसी व सीपीपीसीसी के वार्षिक सम्मेलनों में सक्रिय हुए। जो बैठकों में एक विशेष दृश्य बन गया। छोटे संवाददाता मंडल की स्थापना के उद्देश्य की चर्चा में भविष्य वेब के क्षेत्रीय चैनल के निदेशक च्यांग शिंग तुङ ने हमें बताया कि, इस मंडल की स्थापना का लक्ष्य यह है कि छोटे बच्चों को संवाददाता के रूप में काम करने का मौका मिल सकता है। अभ्यास करते करते वे ज्यादा से ज्यादा पेशेवर बन जाएंगे। साथ ही वे विभिन्न जगतों के लोगों से इन्टरव्यू ले सकते हैं, और विभिन्न व्यवसायों को भी महसूस कर सकते हैं। ये सभी उनके आगे बढ़ने के लिये लाभदायक होंगे।
संवाददाता बनने के अनुभव मिडिल व प्राइमरी स्कूल के छात्रों के प्रति एक अतुल्य अनुभव है। बच्चों के ख्याल से उन अनुभवों से उनकी पढ़ाई में प्रगति हासिल करने को भी मजबूत किया जा सकेगा। खासतौर पर एनपीसी व सीपीपीसीसी के वार्षिक सम्मेलनों की इन्टरव्यू लेना उनकी जिन्दगी में एक मूल्यवान अनुभव है। चीन के निंगबो शहर के ह्वागमाओ विदेशी भाषा स्कूल के छोटे संवाददाता ह्वांग योतिंग ने कहा, हम छोटे संवाददाता सामान्य जीवन में कुछ इन्टरव्यू लेते हैं, और अपनी स्वतंत्रता की क्षमता का अभ्यास करते हैं। हमें हर दिन न्यूज़ लिखनी पड़ती है। इस गतिविधि में भाग लेने से पढ़ाई पर बुरा असर नहीं पड़ता। मेरा साहस बढ़ गया, और कई पक्षों में मेरी क्षमता भी उन्नत हो गयी।
चीन के हार्बिन शहर के पार्क प्राइमरी स्कूल की छात्रा च्यांग याछेन ने भी अपना अनुभव बताते हुए कहा कि, हमने कुछ नेताओं और कुछ ऐसे लोगों से इन्टरव्यू लिए, जिन्हें मदद चाहिये। इससे पहले मैंने कई न्यूज़ लिखी । एक छोटा संवाददाता बनकर मुझे बहुत खुशी हुई। क्योंकि लेख लिखने में मेरी क्षमता उन्नत हो गयी। साथ ही हमारी स्वयं की देखभाल की क्षमता और बातें बोलने की कौशल भी उन्नत हुआ।
सम्मेलन में इन्टरव्यू लेने के अनुभव से छोटे संवाददाताओं की जानकारियां बढ़ गयीं। उनके सामाजिक कर्तव्य भी उन्नत हो गये। पर सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्होंने गहन रूप से यह महसूस किया है कि सभी लोग सक्रिय रूप से एनपीसी व सीपीपीसीसी के वार्षिक सम्मेलनों में भाग लेते हैं। गौरतलब है कि उन्होंने सामाजिक अभ्यास व इन्टरव्यू लेने के दौरान कुछ सवाल भी ढूंढ़ पाये। उन सवालों को लेकर वे सम्मेलनों में आए और जवाब पाना चाहते हैं। चीनी कम्युनिस्ट यूथ लीग के भविष्य वेब की निंगबो शाखा के प्रधान छु श्याओछुन ने बताया कि, इस वर्ष यहां आने से पहले ये छोटे संवाददाता पढ़ने वाली स्कूलों में लगभग पाँच या छह हजार बच्चों ने प्रस्ताव लिखने की गतिविधि में भाग लिया है। उनमें हजारों बच्चों ने गरीब बच्चों की सहायता से जुड़े प्रस्ताव लिखा है। जब छोटे संवाददाता इन्टरव्यू लेने के दौरान एनपीसी या सीपीपीसीसी के प्रतिनिधियों से मिले, तो उन्होंने प्रतिनिधियों से संबंधित सवाल पूछे और जनता से प्राप्त कुछ अच्छी सलाह भी दी।
सम्मेलन में बच्चों द्वारा दिये गये सुझावों को सकारात्मक प्रतिक्रिया भी मिली। च्यांग शिंगतुङ ने कहा, उनकी अपनी राय होती है। वे चाहते हैं कि सम्मेलन में एनपीसी व सीपीपीसीसी के प्रतिनिधि बच्चों के लिये कुछ काम कर सकेंगे। बच्चों का विचार कभी कभी बहुत अच्छा होता है। निंगबो से आए एक छोटे संवाददाता ने सम्मेलन के दौरान उनके उपमेयर च्यांग मिंगह्वा से इन्टरव्यू लिया। उन्होंने च्यांग को एक सलाह दी। उन्होंने कहा कि घर में कुछ पुराने कपड़े बेकार हो चुके हैं, लेकिन उन्हें छोड़ना भी एक फ़िजूलखर्ची की बात है। तो क्या बस्तियों में पुराने कपड़ों के पुनर्चक्रण डिब्बे की स्थापना की जा सकती है?उस समय उपमेयर च्यांग ने कहा कि यह सलाह बहुत अच्छी है। इस पर विचार किया जा सकता है। फिर तीन या चार महीनों के बाद बस्तियों में सचमुच एक पुनर्चक्रण डिब्बे लगा दिए गए हैं।
चीन की एनपीसी व सीपीपीसीसी को अच्छी तरह से समझने के लिये भविष्य वेब ने सम्मेलन के दौरान एनपीसी व सीपीपीसीसी के कई सदस्यों को आमंत्रित कर छोटे संवाददाताओं के साथ विचार-विमर्श किया।
इस बार छोटे संवाददाताओं से बातचीत करने वाले प्रतिनिधि हुनान प्रांत के एनपीसी सदस्य हैं। वे समकालीन कला की पेंटिंग और सुलेख संस्थान के प्रधान चो सेन हैं। छोटे संवाददाताओं से बातचीत करने के बाद उनके ख्याल से यह गतिविधि बहुत सार्थक है।
उन्होंने कहा, बच्चों को छोटी उम्र में अपने देश पर ध्यान देना चाहिये। वार्ता से हमने ज्यादा लोगों को खास तौर पर मिडिल व प्राइमरी स्कूलों के विद्यार्थियों को चीन की परंपरागत संस्कृति बतायी। ताकि उन्हें जानकारियां प्राप्त करने का एक मंच मिल सके। वे चीन के विभिन्न क्षेत्रों से पेइचिंग में आए हैं। वे बहुत मेहनत करते हैं। यह गतिविधि बहुत सार्थक है। हालांकि उनके सवाल बहुत मासूम हैं, लेकिन बहुत सीधे हैं। आशा है कि ज्यादा से ज्यादा सकारात्मक विषय उन बच्चों के कलम से पैदा हो सकेंगे।
इन्टरव्यू लेने के अलावा छोटे संवाददाताओं ने रंगारंग सामाजिक गतिविधियों में भी भाग लिया, खास तौर पर लोकोपकार कार्यक्रमों में। उन्होंने गरीब क्षेत्रों के बच्चों के लिये चंदा किया। गत वर्ष में छोटे संवाददाताओं ने अपने पॉकेट मनी को इकट्ठा करके गरीब विद्यार्थियों को भेंट की। जिसकी कुल रकम 20 हजार युआन से अधिक है। छोटे संवाददाताओं के नेतृत्व में उन के सहपाठियों ने भी ऐसी गतिविधियों में भाग लिया। उन गतिविधियों के आयोजन से न सिर्फ़ बच्चों की किफायत की अच्छी आदत पैदा हो सकती है, बल्कि बच्चों का सामाजिक कर्तव्य भी मजबूत हुआ।
छोटे संवाददाताओं के इन्टरव्यू व सामाजिक गतिविधियों को विभिन्न जगतों का समर्थन व प्रशंसा भी मिली। चीन के शानतुङ प्रांत से आए एनपीसी की सदस्य शा य्वानचू ने सम्मेलन के दौरान छोटे संवाददाता को इन्टरव्यू दिया। उन्होंने कहा, चीन की अच्छी परंपरा व भावना में योगदान, दयालु, धन्यवाद व प्यार आदि शामिल हुए हैं। गत वर्ष के बाल दिवस पर चीनी कम्युनिस्ट यूथ लीग के भविष्य वेब ने दक्षिण-पश्चिमी शानतुङ प्रांत के गरीब बच्चों के लिये चंदा दिया है। मुझे लगता है कि हमारे बच्चे बहुत दयालु हैं।
छोटे संवाददाता मंडल के आमंत्रित विशेषज्ञ, चीनी पुरातन संस्कृति कॉलेज के उप महानिदेशक चाय चे ने कहा, बच्चों द्वारा पूछे सवाल बहुत सीधे हैं। मुझे लगता है कि वे बहुत आशावान हैं। अपने देश, समाज व राष्ट्र के प्रति वे बड़ा ध्यान देते हैं। उनके सवाल भी देश, समाज व शिक्षा आदि पक्षों से जुड़े हुए हैं। यह बहुत सार्थक है। क्योंकि बच्चे एक देश का भविष्य हैं। उनके विचार भविष्य में एक देश के विचार होंगे।
यह सही है कि बच्चे देश का भविष्य होते हैं। और वे बचपन से अपने देश की बातों पर ध्यान देना शुरू करते हैं। शायद कुछ समय के बाद जब वे बड़े होंगे, तो वे अन्य हैसियत से एनपीसी व सीपीपीसीसी में फिर वापस लौटेंगे।