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    आप की पसंद 170311
    2017-03-20 09:33:21 cri

    पंकज - नमस्कार मित्रों आपके पसंदीदा कार्यक्रम आपकी पसंद में मैं पंकज श्रीवास्तव आप सभी का स्वागत करता हूं, आज के कार्यक्रम में भी हम आपको देने जा रहे हैं कुछ रोचक आश्चर्यजनक और ज्ञानवर्धक जानकारियां, तो आज के आपकी पसंद कार्यक्रम की शुरुआत करते हैं।

    अंजली – श्रोताओं को अंजली का भी प्यार भरा नमस्कार, श्रोताओं हम आपसे हर सप्ताह मिलते हैं आपसे बातें करते हैं आपको ढेर सारी जानकारियां देते हैं साथ ही हम आपको सुनवाते हैं आपके मन पसंद फिल्मी गाने तो आज का कार्यक्रम शुरु करते हैं और सुनवाते हैं आपको ये गाना जिसके लिये हमें फरमाईश पत्र लिख भेजा है ....गुलशन रेडियो श्रोता संघ, कस्बा हाफ़िज़गंज, जिला बरेली उत्तर प्रदेश से शकील अहमद इदरिसी, पप्पू भाई इदरिसी, इशरत जहां इदरिसी, जुबैद अहमद, जुनैत अहमद, अशद अहमद, आशकारा, बेबी ईशा और गुड़िया ने आप सभी ने सुनना चाहा है अंदाज़ (1971) फिल्म का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार ने गीतकार हैं हसरत जयपुरी, संगीत दिया है शंकर जयकिशन ने और गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 1. ज़िन्दगी एक सफ़र है सुहाना ....

    पंकज - आज हम आपको बताने जा रहे हैं खट्टी मीठी इमली खाने के फायदे

    खट्टी और मीठी इमली आपको सिर्फ स्वाद ही नहीं देती है बल्कि इसमें सेहत के कई फायदे भी जुड़े हुए हैं। इसमें कई औषधीय गुण भी होते हैं जिनके बारे में शायद ही आपको पता होगा। इमली में विटामिन सी, बी और ई होता है। इसके अलावा इमली में आयरन, फाइबर, कैल्शियम और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं।

    जो लोग अपना वज़न कम करना चाहते हैं उनके लिये इमली बेहद फ़ायदेमंद है, इमली में मौजूद गुण शरीर के मोटापे को घटाते हैं इसलिये अगर आप अपना वज़न घटाना चाहते हैं तो इमली का सेवन ज़रूर करें।

    अगर आपकी त्वचा पर कहीं दाद हो गया है तो दाद को दूर करने के लिये आप इमली के बीज को घिसकर उसमें नींबू का रस मिलाएं और फिर उसे दाद वाली जगह पर लगाएं, ऐसा लगातार कुछ हफ्तों तक करने से दाद ठीक हो जाते हैं।

    अंजली – इमली का खट्टा मीठा स्वाद मुझे भी बहुत अच्छा लगता है, खासकर इमली कैंडी, ऐसी खट्टी मीठी बातों से मुंह में पानी आ जाता है। तो चलिये इसी के साथ अगला पत्र उठाते हैं जिसे हमें लिख भेजा है नागफनी रोड, दौलतबाग, ज़िला मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश से अंसार हुसैन, फ़रज़ाना बेगम, छोटे नवाब, समीर आलम और मोहम्मद मलिक ने आप सभी ने सुनना चाहा है बेमिसाल (1982) फिल्म का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार ने गीतकार हैं आनंद बख्शी और संगीत दिया है राहुल देव बर्मन ने और गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 2. इक रोज़ मैं तड़पकर ....

    पंकज - उन्माद यानी पागलपन को दूर करने में इमली मददगार होती है, आप बीस ग्राम इमली को पीसकर पानी में मिलाएं और इसे छान लें, फिर इस पानी को रोगी को पिलाएं ऐसा करने से रोगी को होने वाली उन्माद की समस्या खत्म हो जाती है।

    सूजन वाली जगह पर इमली के पत्तों को पानी के साथ पीसकर लगाने से सूजन में आराम मिलता है।

    खूनी बवासीर होने पर इमली के रस का सुबह शाम सेवन करने से आराम मिलता है और ऐसा लगातार करने से बवासीर खत्म हो जाती है।

    इमली ब्लड में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करती है और इमली का पल्प खाने से डायबिटीज़ नियंत्रण में रहती है।

    अगर कान में दर्द हो रहा है तो इमली के रस को तेल में मिलाकर कान में एक एक बूंद डालें इससे कान के दर्द में आराम मिलेगा।

    अगर आपके सीने में जलन हो रही है तो इमली के रस में मिश्री मिलाएं और इसे पी जाएं ऐसा करने से सीने में होने वाली जलन से तुरंत आराम मिलता है।

    अंजली – इस जानकारी से तो ऐसा लगता है कि धरती पर जहां कहीं भी वनस्पति उगे हुए हैं उन सभी में औषधीय गुण मौजूद हैं। आयुर्वेदिक औषधियां रसायनिक औषधियों से कहीं बेहतर होती हैं क्योंकि इनका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता। और ये रोगों को जड़ से मिटाती हैं ना कि सिर्फ रोकथाम करती हैं। भारत में ढेर सारे लोग रसायनिक अषधियों के बजाए आयुर्वेद में विश्वास करते हैं और उनके खाने में पड़ने वाले मसाले भी औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं।

    अब मैं उठा रही हूं कार्यक्रम का अगला पत्र जिसे हमें लिख भेजा है मालवा रेडियो श्रोता संघ, प्रमिलागंज आलोट से बलवंत कुमार वर्मा, राजुबाई मायावर्मा, शोभा वर्मा, राहुल, ज्योति, अतुल ने आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म सत्ते पे सत्ता (1982) का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार भूपिंदर सिंह, सपन चक्रवर्ती और राहुल देव बर्मन ने, गीतकार हैं गुलशन बावरा संगीत दिया है राहुल देव बर्मन ने और गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 3. ज़िंदगी मिलके बिताएंगे .....

    पंकज - पानी में इमली की पत्तियों को मिलाएं उसका काढ़ा बनाएं और रोज़ाना पीयें इससे पीलिया रोग में लाभ मिलता है।

    दस्त होने पर आंतों में सूजन होने लगती है ऐसे में इमली का रस पीने में पेचिश ठीक होती है।

    पंकज - शाम को ही क्यों खरीदना चाहिए फुटवियर

    फुटवियर का सेलेक्शन यदि सही नहीं हो तो आपके पैरों को तकलीफ हो सकती है। इसलिए फुटवियर खरीदने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है, वरना आपको परेशानियां घेर सकती हैं। शू एक्सपर्ट एके बाजपेयी का कहना है कि फुटवियर्स खरीदते समय पैरों की लंबाई, पंजों की फैलावट और पैरों के तलुओं की गोलाई आदि का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है।

    यदि आपने सही फुटवियर का चुनाव नहीं किया है तो आपको कमर दर्द, घुटने में दर्द, पिंडलियों में दर्द, चाल खराब होने जैसी कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए सही फुटवियर का चुनाव बहुत जरूरी है। इससे पैर स्वस्थ रहने के साथ-साथ फुटवियर लंबे समय तक भी चलेंगे।

    फुट वियर हमेशा शाम को ही खरीदने चाहिए ऐसा माना जाता है कि दोपहर को हमारे पंजों का फैलाव ज्यादा रहता है।

    हर जूते के साथ पहनने के लिये अलग मोज़े होते हैं, सही मोज़े का इस्तेमाल करिये।

    अंजली - मित्रों हमारे कार्यक्रम में अगला पत्र आया है रामलीला मैदान सचेंडी से बाबा शिवानंद त्रिपाठी, शशि त्रिपाठी, मनू, तनू, सोनू, आलोक, शिवांश और रामानंद त्रिपाठी ने आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म अमरप्रेम (1972) का गाना जिसे गाया है सचिन देव बर्मन ने गीतकार हैं आनंद बख्शी और संगीत दिया है राहुल देव बर्मन ने और गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 4. डोली में बिठाई के कंहार ....

    पंकज - जूतों को हमेशा पैर के अंगूठे से आधा इंच बड़ा होना चाहिए, ऐसे में चलते समय कोई तकलीफ़ नहीं होती। जूते खरीदते समय हर बार पैरों का नाप दें सिर्फ पैरों का नंबर बताकर जूते न खरीदें, क्योंकि हर कंपनी के नंबर में थोड़ा फर्क होता है और ऐसे में अगर जूते थोड़े छोटे हुए तो आपको तकलीफ होगी।

    अगर आप दिनभर जूते पहने रहते हैं तो ऐसे में आप अच्छी क्वालिटी के जूते पहनिये, सस्ते और घटिया किस्म के जूते आपके पैरों को नुकसान पहुंचाते हैं।

    हमेशा ध्यान रखिये कि जो चप्पल आप खरीद रहे हैं उसका सोल मोटा हो या फिर सोल के बीच का भाग उठा हुआ हो।

    स्ट्रैप वाली चप्पलें इस्तेमाल करने से एड़ियों पर दबाव पड़ता है, क्योंकि इनमें पैरों को ग्रिप बनाने में मेहनत करनी पड़ती है। इसलिये मोटे और फिट स्ट्रैप वाली चप्पलें इस्तेमाल करना ही बेहतर होता है।

    अंजली - कार्यक्रम में अगला पत्र लिख भेजा है हरिपुरा झज्जर, हरियाणा से प्रदीप वधवा, आशा वधवा, गीतेश वधवा, मोक्ष वधवा और निखिल वधवा ने आप सभी ने सुनना चाहा है लावारिस (1981) फिल्म का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार ने गीतकार हैं अंजान और संगीत दिया है कल्याणजी आनंद जी ने और गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 5. अपनी तो जैसे तैसे ....

    पंकज - हमेशा अच्छे ब्रांड के जूते ही खरीदें इनकी शेप और साइज़ जल्दी खराब नहीं होती, औरों के मुकाबले ये ज्यादा आरमदायक होते हैं और ये लंबे समय तक चलते हैं, लेकिन खरीदते समय आपको ये महंगे लगते हैं लेकिन जब ये जूते ज्यादा समय तक चलते हैं और इनमें जल्दी कोई खराबी नहीं आती है तो ये लंबी दौड़ में सस्ते लगते हैं।

    महिलाओं को ढाई इंच से ज्यादा के हील्स नहीं पहनने चाहिए, रोज़ाना एक ही तरह के हील्स न पहनें इससे पैरों और कमर को बहुत आराम मिलता है।

    अगर आप चमड़े के जूते खरीदने जा रहे हैं तो आपको ज्यादा सावधान रहना चाहिये क्योंकि हो सकता है कि चमड़ा आपको सूट न करे और आपको त्वचा संक्रमण हो सकता है।

    चप्पलों में ग्रिप बनाने के लिये अंगूठे पर दबाव पड़ता है इससे टेंडोनाइटिस की समस्या भी हो सकती है। इसमें पंजों में जलन और दर्द होता है।

    अंजली - हमारे अगले श्रोता हैं जुगसलाई, टाटानगर से इंद्रपाल सिंह भाटिया, इंद्रजीतकौर भाटिया, साबो भाटिया सिमरन, सोनक, मनजीत, बंटी, जानी, लाडो, मोनी रश्मी और पाले भाटिया .... आप सभी ने सुनना चाहा है डॉन (1978) फिल्म का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार और आशा भोंसले ने गीतकार हैं अंजान और संगीत दिया है कल्याणजी आनंदजी ने और गीत के बोल हैं .....

    सांग नंबर 6. जिसका मुझे था इंतज़ार ....

    पंकज – तो मित्रों इसी के साथ हमें आज का कार्यक्रम समाप्त करने की आज्ञा दीजिये अगले सप्ताह आज ही के दिन और समय पर हम एक बार फिर आपके सामने लेकर आएंगे कुछ नई और रोचक जानकारियां साथ में आपको सुनवाएँगे आपकी पसंद के फिल्मी गीत तबतक के लिये नमस्कार।

    अंजली - नमस्कार।

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