छिंग मींग उत्सव चीन के महत्वपूर्ण परम्परागत त्योहारों में से एक है और अब तक प्रवासी चीनियों सहित चीनी राष्ट्र के अहम त्योहारों में से एक है। प्राचीन काल में छिंग मींग उत्सव को त्रैमास त्योहार कहलाता था। इस का 2000 से ज़्यादा सालों का इतिहास है। हर साल, लगभग 5 अप्रैल को छिंग मींग दिवस पड़ता है, जो चीनी पंचांग के 24 सौर टर्मों में से एक है।
चीनी पंचांग में 24 सौर टर्मों में से केवल छिंग मींग दिवस सौर टर्म के साथ साथ त्योहार भी होता है। चूंकि 24 सौर टर्म अपेक्षाकृत वस्तुगत तौर पर एक साल की चार ऋतुओं में तापमान, वर्षा और जीवजंतु व वनस्पति के विकास चक्र को प्रतिबिंबित कर सकते हैं, इसलिए प्राचीन काल में श्रमिक लोग इस के अनुसार कृषि-कार्य व खेतीबाड़ी का काम करते थे। छिंग मींग आने के बाद ही तापमान ऊंचा हो जाएगा और बारिश ज़्यादा होगी, जो वसंतकालीन जुताई बुवाई का अच्छा मौसम है। इसलिए चीन में"छिंग मींग के दिन साग-सब्जी की बुवाई आरंभ होती है" और"वृक्षरोपन के लिए छिंग मींग अनुकूल होता है"आदि कृषि संबंधी कहावत प्रचलित हैं। इस से जाहिर है कि छिंग मींग उत्सव का कृषि उत्पादन से घनिष्ट संबंध होता है।
लेकिन त्योहार होने के रूप में छिंग मींग उत्सव शुद्ध सौर टर्म से भिन्न होता है, इसमें प्रचुर रीति-रिवाज़ों के विषय शामिल हैं।
छिंग मींग उत्सव पूर्वजों की स्मृति करने का त्योहार है, जिसके मुख्य अनुष्ठान में पूर्वजों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है, आहुति चढ़ायी जाती है और पूर्वजों की समाधि पर बुहारी दी जाती है। इस प्रकार के अनुष्ठान के जरिए चीनी लोग साक्षात् तौर पर पूर्वजों की याद में अपने कर्म को शुद्ध करते हैं, परिजनों व रिश्तेदारों को आत्मीयता व बंधुत्व देते है तथा पितृ व मातृ भक्ति प्रकट करते है। छिन व हान राजकालों में पूर्वजों की समाधि पर आहुति चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित करना और पूजा करना चीनी लोगों के अहम रीति रिवाज़ों में से एक बना था। प्राचीन काल में समाधि पर बुहारी देने की प्रथा छिंग मींग उत्सव के एक दिन पहले के हान शी पर्व के अनुष्ठान का एक भाग था। कहा जाता है कि हान शी पर्व वसंत शरत काल में जिन राज्य के राजा जिन वनकुंग द्वारा अपने परिचर च्येई ज़थ्वेई के मौत पर शोक प्रकट करने की गतिविधि से शुरू हुआ था। थांग राजवंश के सम्राट श्वेन चुंग के शासनकाल के 20वें साल में सारे देश में हान शी पर्व के दिन समाधि पर आहुति चढ़ाने की आज्ञा जारी की गयी। बाद में क्योंकि हान शी पर्व और छिंग मींग उत्सव के दिन बहुत नज़दीक थे, इसलिए लोगों ने उन दोनों त्योहारों को एक उत्सव का रूप दिया था, जिस दिन लोग आग नहीं जलाते थे और ठंडा खाना खाते थे तथा समाधि पर पूर्वजों को श्रद्धांजलि अर्पित करते थे। इस तरह हान शी ( ठंडा खाना) छिंग मींग का दूसरा नाम बना और छिंग मींग उत्सव का एक रिवाज भी हो गया। छिंग मींग के दिन आग जलाने का निषेध होता है और केवल ठंडा खाद्यन्न खाया जाता था।
छिंग मींग उत्सव की विशेष सांस्कृतिक प्रथाएं होती हैं। आग जलाने के निषेध, पूर्वजों की समाधि पर श्रद्धांजलि के अलावा घास के मैदान में सैर करने, पतंग उड़ाने, झूला झूलने आदि की गतिविधियां भी चलती हैं। दक्षिण चीन में रेशमकीट मेला और रेशमकीट देवता की पूजी करने की गतिविधि भी चलती है। इसलिए छिंग मींग उत्सव में खानदानी आत्मीयता मज़बूत करने के लिए पूर्वजों की स्मृति में दुखद भावना प्रकट करने के अलावा सैर सपाटा करने का मनोरंजन भी मिलता है। यह एक विशेष अनोखा उत्सव है। नये चीन की स्थापना के बाद छिंग मींग उत्सव पर विभिन्न स्थानों की जनता क्रांतिकारी शहीदों के स्मारक पार्क जाकर श्रद्धांजलि अर्पित करती है।