ईंटर पार्लिमेंटर यूनियन ने 6 मार्च को जिनेवा में 2016 संसद में महिलाएं नामक वार्षिक जांच रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट के अनुसार 2015 की तुलना में 2016 में विभिन्न देशों की संसदों में महिला सांसदों की संख्या में 0.7 प्रतिशत की वृद्धि आयी, जो 23.3 प्रतिशत तक पहुंची है। लेकिन यह ईंटर पार्लिमेंटर यूनियम द्वारा तय किये गये 50 प्रतिशत के लक्ष्य से कम थी, इसलिए प्रयास करने की जरूरत है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि चीन में एनपीसी की महिला प्रतिनिधियों का अनुपात 23.7 प्रतिशत है, जो विश्व के औसत स्तर से ऊंचा है।
8 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर ईंटर पार्लिमेंटर यूनियन ने इस नयी वार्षिक रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट ने विश्व के 270 से ज्यादा संसदों में महिलाओं के राजनीति में भागीदारी का सर्वे किया। परिणाम से जाहिर है कि 2016 में विभिन्न देशों के संसदों में महिला प्रतिनिधियों का औसत अनुपात पिछले साल की तुलना में कुछ बढ़ोतरी हुई है। ईंटर पार्लिमेंटर यूनियन के महासचिव मार्टिन छोंगोंग के अनुसार,रिपोर्ट से जाहिर है कि 2016 में विश्व में महिला सांसदों के अनुपात में 0.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गयी, जो 2015 के 22.6 प्रतिशत से बढ़कर 2016 के 23.3 प्रतिशत तक पहुंचा। इस संख्या से जाहिर है कि हमें बड़ी प्रगति मिली है। लेकिन प्रगति अब भी धीमी है। इस गति के मुताबिक हम और 50 साल के लिए 50 प्रतिशत के लक्ष्य को साकार कर सकेंगे।
रिपोर्ट से जाहिर है कि दिसंबर 2016 तक दुनिया में कुल 69 संसदों में महिलाओं ने 30 प्रतिशत सीटें हासिल कीं, अन्य 44 संसदों में महिलाओं का अनुपात 10 प्रतिशत से कम है, जबकि बाकी 5 संसदों में महिलाएं नहीं हैं। संसद अध्यक्ष का पद संभालने वाली महिलाओं की संख्या में भी अपेक्षाकृत भारी बढ़ोतरी आयी, जो इतिहास में एक नया रिकॉर्ड है। हालिया दुनिया के 273 संसद अध्यक्षों में 53 महिलाएं हैं। 2016 में कुल 9 महिलाओं को संसद अध्यक्ष चुनी गयीं, जिनमें सीरिया व वियतनाम की प्रथम संसद अध्यक्ष शामिल हैं।
यदि क्षेत्र को देखें, तो पता चलता है कि अमेरिका व यूरोप के संसदों में महिला सांसदों का अनुपात अपेक्षाकृत ऊंचा रहा है। जिनमें अमेरिका में यह अनुपात 28.1 प्रतिशत और यूरोप में 26.3 प्रतिशत है। संसद में एशियाई महिलाओं की संख्या में 0.5 प्रतिशत अधिक रही और 2015 की 18.8 प्रतिशत से बढ़कर 2016 की 19.3 प्रतिशत तक पहुंची। अरब देशों में महिला सांसदों का अनुपात भी पिछले 10 सालों में स्थिर रूप से आगे बढ़ता रहा और 2016 में यह संख्या 18.1 प्रतिशत तक पहुंचा।
ईंटर पार्लिमेंटर यूनियन द्वारा दिये गये आंकड़ों के अनुसार चीन के एनपीसी प्रतिनिधियों का अनुपात 23.7 प्रतिशत है, जो विश्व के औसत स्तर से ऊंचा है। ईंटर पार्लिमेंटर यूनियन के महा सचिव छोंगोंग ने कहा कि चीनी महिला प्रतिनिधियों की संख्या के बढ़ने से विश्व के औसत आंकड़ों पर अहम असर पड़ा है। उनके अनुसार,चीनी महिला प्रतिनिधियों की संख्या वैश्विक औसत स्तर से ऊँचा है। यह अनुपात बहुत अच्छा है, लेकिन और बेहतर हो सकता है। हम आशा करते हैं कि चीन सरकार लिंग समानता को आगे बढ़ाने के लिए प्रयास करेगी।
ईंटर पार्लिमेंटर यूनियन की रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि हाल में कुछ क्षेत्रों में महिलाओं की राजनीति में भागीदारी पर मतभेद हैं। इसलिए विभिन्न देशों को और प्रबल कदम उठाकर और शक्तिशाली राजनीतिक वचन देकर संसद में महिलाओं के प्रतिनिधित्व को उन्नत करने की कोशिश करनी चाहिए। महासचिव छोंगोंग ने जोर दिया कि पिछले 10 सालों में दुनिया में महिला सांसदों की संख्या में 6.5 प्रतिशत की वृद्धि आयी, हमें इस प्रवृत्ति को बरकरार रखना चाहिए। उन्होंने कहा,हमें कुछ प्रगतियां मिली हैं, फिर भी यह पर्याप्त नहीं है। हमें और प्रयास करने चाहिए। जैसे रिपोर्ट में बताया गया कि हमें और प्रबल कार्यवाही करने की जरूरत है।
ईंटर पार्लिमेंटर यूनियन का मानना है कि महिलाओं की संसद गतिविधियों में भाग लेने को सक्रिय रूप से आगे बढ़ाना 2030 में लैंगिक समानता को प्राप्त करने, महिलाओं के पूर्ण रूप से और समानता से विभिन्न मामलों में भागीदारी सुनिश्चित करने के लक्ष्य को साकार करने के लिए महत्वपूर्ण है।