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    आपका पत्र मिला 2017-02-08
    2017-03-05 16:28:39 cri

    अनिल:आपका पत्र मिला कार्यक्रम सुनने वाले सभी श्रोताओं को अनिल का नमस्कार।

    हैया:सभी श्रोताओं को हैया का भी प्यार भरा नमस्कार।

    अनिल:दोस्तो, पहले की तरह आज के कार्यक्रम में हम श्रोताओं के ई-मेल और पत्र पढ़ेंगे।

    चलिए श्रोताओं के पत्र पढ़ने का सिलसिला शुरू करते हैं। पहला पत्र हमें आया है, पश्चिम बंगाल से मॉनिटर रविशंकर बसु का। उन्होंने लिखा है. . . . . .

    过年好,恭喜发财 : guònián hǎo gōng xǐ fā cái

    सादर नमस्कार। 28 जनवरी को चीनी पंचांग के मुताबिक मुर्गा वर्ष का वसंत त्यौहार था। चीनी परंपरागत वसंत उत्सव पर सबसे पहले मैं और हमारे न्यू हराइज़न रेडियो लिस्नर्स क्लब के सभी सदस्यों की ओर से चाइना रेडियो इंटरनेशनल-हिंदी परिवार और साथ ही सभी श्रोता दोस्तों को शुभकामनाएं और बधाई देता हूं!

    आगे लिखते हैं कि बुधवार 25 जनवरी को आपका रेडियो प्रोग्राम सुना। आज पंकज श्रीवास्तव जी द्वारा पेश किये गए दुनिया भर के ताज़ा समाचार सुनने के बाद "विश्व का आईना" प्रोग्राम भी सुना। प्रोग्राम में मैडम श्याओ यांग जी ने चीन के परंपरागत वसंत त्योहार के मौके पर एक खास पेशकश की, जिसे सुनकर मेरा दिल बाग बाग हो गया।त्योहार हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। हम त्योहार और रीति रिवाज के माध्यम से किसी भी देश की परम्परा और संस्कृति को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं। चीन का परंपरागत नया साल अर्थात् वसंत उत्सव चीन का सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है। जिसे चीनी लोग बड़े धूमधाम से मनाते हैं।

    28 जनवरी को चीनी पंचांग के मुताबिक मुर्गा वर्ष का वसंत त्यौहार यानी छुन चिए था। चीनी लोगों के जीवन और संस्कृति में वसंत त्यौहार का अहम स्थान होता है। इस ख़ुशी के मौके पर पूरे चीन में कम से कम सप्ताह भर का अवकाश रहता है। वसंत त्यौहार पर रंग बिरंगी कार्यक्रम होते है । चारों ओर हंसी-खुशी का वातावरण दिखाई देता है। वसंत त्यौहार के दौरान हर चीनी व्यक्ति वसंत उत्सव की पूर्व संध्या में अपने परिवार के साथ भोजन करने के लिए हजारों मील की यात्रा कर घर वापस जाना चाहता है। 15 दिनों तक इस त्योहार की खुशियां मनायी जाती हैं और हर एक दिन विशेष रस्म पूरी की जाती है। इस मौके पर चीनी लोग अपने रिश्तेदारों और दोस्तो के घर जाकर उन्हें बधाई देते हैं। इसके बाद "बाय नियन" आता है।

    वसंत त्यौहार का इतिहास लगभग 4 हज़ार साल पुराना है।शङश्याओ यानी वर्ष सूचक पशु को शुश्यांग ("Shuxiang" ) यानी जन्म वर्ष सूचक पशु भी कहा जाता है जो चीन की पारंपरिक रीति रिवाज और संस्कृति का एक अहम हिस्सा है।चीन में 12 पशुओं को साल का प्रतीक माना जाता है।इस तरह 12 वर्षों के चक्र को 12 पशुओं में विभाजित किया गया है। चीन के 12 वर्ष-प्रतीक हैं- चूहा, बैल, बाघ, खरगोश, ड्रैगन, सांप, घोड़ा, बकरा, बंदर, मुर्गा, श्वान और सुअर। वर्ष 2017 चीनी परंपरा के अनुसार मुर्गा वर्ष है। वसंत उत्सव की शुरुआत चीनी कैलेंडर के मुताबिक पहले माह की पहली तारीख से होती है और अंत इसी माह के 15वें दिन "लालटेन उत्सव" से समाप्त होती है ।15वां दिन पूर्णिमा का दिन माना जाता है। यह नए साल की प्रथम पूर्णिमा होती है। इस रात चांदनी बहुत स्वच्छ और चमकीली लगती है। लालटेन चीन की परम्परागत कला है। लालटेनों पर विभिन्न तरह के जीव जन्तु, सुहावने दृश्य और वीरों के चित्र आदि बनाये जाते हैं।

    हैया:बसु जी आगे लिखते हैं. . . . . . चीन के विभिन्न प्रांतों में, वसंत त्यौहार मनाने के भिन्न भिन्न तरीके हैं।लेकिन, नये साल की पूर्व संध्या पर, चीनी लोगों के लिए एक साथ मिलकर घर में खाना जरुरी होता है। दक्षिण चीन में इस रात तो फ्यू और मछली खाना जरुरी है। चूंकि तो फ्यू और मछली के लिए चीनी शब्द फू य्वू उच्चारण में लगभग समान होता हैं। उत्तरी चीन में उस रात च्याओ जी ('Jiaozi') यानी डम्पलिंग खाना आवश्यक है। च्याओ जी वास्तव में मांस को आटे में फरकर बनाया जाने वाला एक किस्म का चीनी परम्परागत खाना है। एक साथ मिलकर मेज़ के इर्द गिर्द बैठे हुए च्याओ जी खाना उत्तरी चीनी लोगों के लिए नव वर्ष की पूर्व संध्या की एक जरुरी रस्म है।

    त्यौहार के दिन लोग चावल के मीठे डंपलिंग भी खाते है। चीनी लोग घरों में मेहमानों को मिठाईयां खिलाते हैं। चीन में ऐसी मान्यता है कि मिठाई खाने से नया साल अच्छा होता है । घर में लोग चाय पीते हैं और आराम से गपशप करते हैं। रात को आत्माएं घर का रास्ता न भटक जाएं इस के लिए घर के बाहर मोमबत्तियां जला कर रखी जाती है और रास्तों पर लालटेन भी टांगी जाती हैं। चीनी लोगों में यह परम्परा भी बरकरार है कि वसंत त्यौहार की खुशियों में रिश्तेदार व मित्र एक दूसरे को मुबारकबाद व गिफ्ट देते हैं । परिवार के बड़े सदस्य छोटे सदस्यों को पैसे यानी "hongbao" देते हैं। वसंत त्यौहार के मौके पर लोग एक दूसरे को "नया साल मुबारक" या "वसंत त्यौहार की शुभकामनाएं" यानी guònián hǎo gōng xǐ fā cái 过年好,恭喜发财 कहते हैं। इस तरह चीनी नए साल का सब से बड़ा पारंपरिक त्योहार मनाया जाता है। यहां पर मैं उल्लेख करना चाहता हूं कि गत 2010 साल में हमारा कोलकाता महानगर के पूर्वी हिस्से में बसा चाइना टाउन में चीनी नव वर्ष पर चीनी लोगों द्वारा सड़क पर ड्रैगन डांस किया गया और यह ड्रैगन डान्स मेरे दिल को छू गया।

    उम्मीद है कि चीन और भारत दोनों देशों की जनता का जीवन 2017 साल में खुशहाल होगा और ज्यादा सफलताएं हासिल होंगी।धन्यवाद एक अच्छी प्रस्तुति के लिये।

    अनिल:बसु जी, पत्र भेजने के लिये बहुत धन्यवाद। आगे पेश है ओडिसा से मॉनिटर सुरेश अग्रवाल जी का पत्र। उन्होंने लिखा है. .

    केसिंगा दिनांक 28 जनवरी को अन्तर्राष्ट्रीय समाचारों का ज़ायज़ा लेने के बाद हमने हरदिलअज़ीज़ साप्ताहिक "आपकी पसन्द" का भी पूरा मज़ा लिया। श्रोताओं के पसन्दीदा फ़िल्म -ख़ामोशी, फ़रेब, ये दिल्लगी, सम्राट, देशप्रेमी तथा फिर वही रात के छह दिलकश गानों के साथ दी गई जानकारी अत्यन्त रोचक एवं ज्ञानवर्द्धक लगी। भ्रष्टाचार की चरम सीमा पार कर चुके राजनीतिज्ञों के बीच त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार की ईमानदारी आश्चर्यचकित करने वाली है। कहते हैं कि राजनीति में ईमानदार व्यक्ति की कद्र नहीं होती, यदि ऐसा होता तो माणिक चौथी बार मुख्यमन्त्री न बन पाते। वोट की गन्दी राजनीति करने वाले नेताओं को सरकार से सीख लेनी चाहिये। माणिक सरकार को हमारा नमन। जानकारियों के क्रम में जयपुर स्थित एसएमएस अस्पताल के डॉक्टर अनिल शर्मा के नेतृत्व में चिकित्सक दल द्वारा बिना किसी चीरफाड़ के एक महिला के दिल से कैंसर की गाँठ निकाला जाना चिकित्सा के क्षेत्र में भारत के लिये गर्व की बात है। ऑक्सफ़ैम की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया की आधी दौलत महज़ आठ लोगों के पास होने तथा आधी ग़रीब आबादी का और ग़रीब होने का समाचार इस बात की ओर इंगित करता है कि ग़रीबों की ओर किसी का ध्यान नहीं जाता। धन्यवाद् एक सूचनाप्रद प्रस्तुति के लिये।

    रोज़मर्रा की चीनी-भाषा पाठ्यक्रम के तहत मैडम श्याओ थांग एवं राकेश वत्सजी द्वारा आज का नया पाठ शुरू करने से पहले 'स्कूल के नये सत्र के सन्दर्भ में' सिखाये गये वाक्यों का फिर से दोहराया जाना अच्छा लगा। धन्यवाद्।

    वहीं 29 जनवरी को "सन्डे की मस्ती" का भी पूरा लुत्फ़ उठाया, जो कि आज पूरी तरह चीनी नव-वर्ष वसन्तोत्सव के रंगों से सराबोर था। अखिल पाराशर और सपनाजी की 'न्यू ईयर स्पेशल' प्रस्तुति सुन कर न केवल चीनी नव-वर्ष, अपितु विश्व के विभिन्न देशों के नव-वर्ष और उन्हें मनाये जाने के ख़ास तरीक़ों पर महती जानकारी हासिल हुई। अकेले भारत में ही कोई पचास कैलेण्डर हैं और विश्व में सत्तर, यह जानकारी भी काफी सूचनाप्रद लगी। आपका यह कहना बिलकुल सही जान पड़ा कि आज इन्सान चाँद-सितारों पर पहुँच गया, परन्तु ग्रहों की चाल और कालगणना आदि पर एकमत नहीं है। कार्यक्रम के मध्य बजाया गया 'चीनी वसन्तोत्सव की खुशियाँ' शीर्षक चीनी गीत भी काफी कर्णप्रिय लगा। तत्पश्चात इस बार चीनी नव-वर्ष के उपलक्ष्य में थाईलैण्ड, दक्षिण कोरिया, भूटान, बांग्लादेश, फ्रांस, उत्तरी जर्मनी, रूस तथा नाइजीरिया सहित विभिन्न देशों में आयोजित मित्रवत गतिविधियों पर दी गई जानकारी भी चीन के विदेशों के साथ घनिष्ठ होते सम्बन्धों का परिचायक है। आप द्वारा कार्यक्रम में लगभग पूरे माह चलने वाले चीनी नव-वर्ष के अलग-अलग दिन आयोजित की जाने वाली गतिविधियों का ज़िक्र किया जाना महत्वपूर्ण लगा, परन्तु मुझे त्यौहार के 29वें दिन आयोजित गतिविधि इस लिये विशेष लगी कि उस दिन लोग अपने दिवंगत परिजनों की याद में उनके समाधिस्थल जाकर उसकी साफ़-सफ़ाई करते हैं। यद्यपि, वसन्तोत्सव के अवसर पर बनाये जाने वाले चीनी व्यंजनों का ख़ास महत्व है, परन्तु लाख चाहते हुये भी मुझ द्वारा उनकी प्रशंसा करना इसलिये मुमकिन नहीं है -क्यों कि मैं विशुध्द रूप से एक शाकाहारी हूँ।

    बहरहाल, आपने अपनी विशेष प्रस्तुति के ज़रिये हमें नये साल के ज़श्न में शामिल किया, इसलिये आपका हृदय से आभार एवं तमाम चीनी भाई-बहनों को पर्व की पुनः हार्दिक बधाई। धन्यवाद्।

    हैया:सुरेश अग्रवाल जी आगे लिखते हैं. . . . . . केसिंगा दिनांक 30 जनवरी को ताज़ा समाचारों में चीनी नव-वर्ष 'वसन्तोत्सव' से सम्बंधित समाचार विस्तार से दिया जाना अच्छा लगा। तत्पश्चात साप्ताहिक "आर्थिक जगत" के अन्तर्गत ललिताजी द्वारा अलीबाबा समूह के संस्थापक जैकमा और नवनिर्वाचित अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प के बीच हुई मुलाक़ात का ज़िक्र किया गया। निश्चित तौर पर यह मुलाक़ात चीन और अमरीका के बीच व्यापारिक रिश्तों में बीच एक नया मोड़ ला सकती है, क्यों कि राष्ट्रपति ट्रम्प द्वारा भी इस पर त्वरित और सकारात्मक प्रतिक्रिया प्रदान की गई है। कार्यक्रम में आगे इजरायल में चीनी-भाषा के विज्ञापन और अलीबाबा एक्सप्रेस की लोकप्रियता सम्बन्धी समाचार भी काफी महत्वपूर्ण लगा। सचमुच, चीनी सामानों का कोई मुक़ाबला नहीं। धन्यवाद् इस सूचनाप्रद प्रस्तुति के लिये।

    कार्यक्रम "जीवन के रंग" के अन्तर्गत विनीताजी द्वारा चीनी पंचांग के अनुसार इस वर्ष 28 जनवरी से शुरू हुये और पन्द्रह दिन चलने वाले चीनी नव-वर्ष 'वसन्तोत्सव' पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम में बजाये गये नव-वर्ष सम्बन्धी चीनी गीत भी अत्यन्त मनमोहक लगे। जानकारी के लिये धन्यवाद्।

    कार्यक्रम "चीनी कहानी" के तहत होस्ट लीला भट्ट द्वारा पेश 'भोले हिरन का शोचनीय अन्त', 'शैतान का चित्र बनाना आसान है' तथा 'बल्लून फ़िश का क्रोध' आदि तीनों नीति-कथाएं अव्वल दर्ज़े की सीख देने वाली लगीं। धन्यवाद्।

    वहीं उन्होंने आगे लिखा है कि 1 फ़रवरी को मैडम श्याओ यांग द्वारा पेश साप्ताहिक "विश्व का आइना" भी ध्यानपूर्वक सुना, जिसके तहत उन्होंने गत सप्ताह की तरह आज भी चीनी नव-वर्ष 'वसन्तोत्सव' के अवसर पर चीनी लोगों द्वारा खाये जाने वाले ख़ास व्यंजनों की विस्तृत चर्चा की। फिर चाहे वह नये साल के मौक़े पर खायी जाने वाली 'लाबा खिचड़ी' हो या कि 'न्येन' काओ' यानी कि नव-वर्ष केक, चाओ जी (डम्पलिंग) हो या कि 'न्येन ये फान' (वर्ष का अन्तिम रात्रि भोज), तमाम जानकारी अत्यन्त सूचनाप्रद लगी। मुश्किल है तो बस, यह कि किसी शाकाहारी के लिये ज़्यादातर चीनी व्यंजन चखना मुमकिन नहीं। बहरहाल, जानकारी प्रदान करने का शुक्रिया। श्रोताओं के अपने मंच साप्ताहिक "आपका पत्र मिला" के अन्तर्गत मेरे विस्तृत पत्र को समुचित स्थान दिये जाने का शुक्रिया। वह पत्र मैंने रेड़ियो पर प्रसारित कार्यक्रम सुनने के अलावा सीआरआई हिन्दी वेबसाइट पर सम्बध्द आलेख पढ़ कर, लेख में अनुवाद सम्बन्धी त्रुटियों को सुधार कर लिखा था। आपने उसे महत्व दिया, इसलिये हृदय से आपका आभारी हूँ। कार्यक्रम के अन्त में दिल्ली से श्रोता भाई अमीर अहमद से गतांक में की गई बातचीत को आगे बढ़ाया जाना अच्छा लगा। मुझे आज ही 'चीन-भारत संवाद' नामक पत्रिका का अंक 1-2016 प्राप्त हुआ है, जिसमें प्रकाशित 'चीन-भारत सम्बन्ध का नव पर्यवेक्षण' विषयक तमाम सामग्री उच्चकोटि की प्रतीत हुई। धन्यवाद्।

    अनिल:सुरेश जी, पत्र भेजने के लिये बहुत धन्यवाद। आगे पेश है बांग्लादेश के रफीकुल इस्लाम ने चीन के त्यौहार पर एक पत्र भेजा है। उन्होंने लिखा है, चीन में नए साल के मौके पर पूरा परिवार एक साथ बैठक खाना खाता है, छोटे बच्चों को लाल लिफाफे दिए जाते हैं। इसके साथ ही पटाखे जलाए जाते हैं और नए कपड़े पहनने के अलावा घर की सजावट भी की जाती है। आज के दौर टीवी पर गाला प्रोग्राम और इंटरनेट पर गिफ्ट आदि दिए जाते हैं। इस तरह चीनियों के लिए इस त्यौहार का बहुत ज्यादा महत्व होता है। लोग चाहे अपने काम में कितने भी व्यस्त क्यों हों, नए साल पर जरूर घर जाते हैं।

    रफ़ीकुल इस्लाम जी, चीनी नव वर्ष के बारे में जानकारी साझा करने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया।

    अनिल:दोस्तो, इसी के साथ आपका पत्र मिला प्रोग्राम यही संपन्न होता है। अगर आपके पास कोई सुझाव या टिप्पणी हो तो हमें जरूर भेजें, हमें आपके खतों का इंतजार रहेगा। इसी उम्मीद के साथ कि अगले हफ्ते इसी दिन इसी वक्त आपसे फिर मुलाकात होगी। तब तक के लिए अनिल और हैया को आज्ञा दीजिए, नमस्कार।

    हैया:गुडबाय।

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