दोस्तो, हाल ही में आयोजित चीनी छापा तकनीक संघ के वर्ष 2016 वार्षिक सम्मेलन से मिली खबर के अनुसार 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान चीन में हरित छापा तकनीक दिन-ब-दिन परिपक्व हो गया। आंकड़ों के अनुसार अब चीन में प्राइमरी व मिडिल स्कूलों की कुल 1 अरब 20 करोड़ पाठ्यपुस्तकों को छापने में हरित छापा तकनीक इस्तेमाल में आयी है। जिसने न सिर्फ़ प्रदूषण में कमी आयी है, बल्कि यह पूरे समाज में हरित उपभोग के विचार का प्रसार-प्रचार करने के लिये भी लाभदायक होगा।
वायु प्रदूषण के नियंत्रण में उद्योगों की निकासी को कम करना हमेशा एक मुश्किल मामला रहा है। चीन की 12वीं पंचवर्षीय योजना की शुरुआत से चीन का छापा व्यवसाय हरित उत्पादन के क्षेत्र की अग्रिम पंक्ति में शामिल हो गयी। चीनी राष्ट्रीय प्रेस व प्रकाशन, रेडियो व टीवी अखिल ब्यूरो के छापा व प्रकाशन विभाग के अधिकारी लू चो ने बताया कि छह साल के दौरान हरित छापा तकनीक में बड़ा बदलाव हुआ है।
उन्होंने कहा,वर्तमान में चीन के आधे से ज्यादा छापा उद्यमों ने पर्यावरण संरक्षण व ऊर्जा की किफ़ायत से जुड़े कदम उठाये हैं। अखिल ब्यूरो ने हरित छापा व्यवसाय के चार मानक जारी किए। अब 1031 उद्यमों के पास हरित छापे का प्रमाणपत्र है। 31 प्रांतों के पास हरित छापे का उत्पादन क्षमता मौजूद है। मिडिल व प्राइमरी स्कूलों की कुल 1 अरब 20 करोड़ पाठ्यपुस्तकों और 10 करोड़ युवा पुस्तकों का हरित छापा अमल में आया है। पूरे देश के 40 प्रतिशत प्रकाशन-गृह हरित छापे वाले प्रकाशन का प्रयोग करते हैं। और 60 प्रतिशत बिलों में हरित छापा अमल में लाया गया।
चीनी पर्यावरण संरक्षा मंत्रालय के विज्ञान व तकनीक मानक विभाग के प्रमुख चो शोमिन ने कहा कि हरित छापे ने न सिर्फ़ विषाक्त और खतरनाक पदार्थों की निकासी को कम किया है, बल्कि समाज में हरित उपभोग के विचार का प्रसार-प्रचार भी किया है। उन्होंने कहा, आंकड़ों के अनुसार केवल लिथोग्राफी व बिलों के छापा क्षेत्र में हर वर्ष वीओसीएस निकास के एक हजार टन प्रदूषित कचरे में कमी आयी है। जो व्यवसायों की श्रृंखला के व्यापक हरित विकास के लिये लाभदायक है। वर्तमान में पूरे चीन में मिडिल व प्राइमरी स्कूलों की पाठ्यपुस्तकों पर चीनी पर्यावरण निशान व हरित छापे वाले उत्पाद का निशान लगाया जाता है। 1 अरब 30 करोड़ पाठ्यपुस्तकों व युवा पुस्तकों ने तमाम परिवारों के बीच पर्यावरण संरक्षण का प्रत्यक्ष प्रसार-प्रचार किया है। और हरित उपभोग का विचार लोगों के मन में बसा हुआ है।
हरित छापे को अमल में लाने के लिये प्रकाशन गृहों, छापा कारखानों, कच्चे माल के आपूर्तिकर्ताओं और उपकरण निर्माताओं की एक साथ कोशिश चाहिये। और हर लिंक में हरित व पर्यावरण संरक्षण को सुनिश्चित करना चाहिये। उनके अलावा परंपरागत छापे का सुधार करने के साथ साथ डिजिटल प्रकाशन भी तेजी से विकसित हो रहा है। पेइदा फ़ांगचेन डिजिटल तकनीक लिमिडेट कंपनी के माल विभाग के उप प्रधान श्योंग ल्यांग ने कहा कि छापा तकनीक इंटरनेट से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि, तकनीक पर परंपरागत छापे में फ़ाइल, प्रकाशन व छापा आदि प्रक्रिया शामिल होती है। डिजिटल के बाद हमें हाथों से संस्करण बनाने की ज़रूरत नहीं है। हम डिजिटल से सीधे पुस्तकें या प्रकाशित वस्तुएं हासिल कर सकते हैं। इसके अलावा पहले स्थानांतरण तकनीक का प्रयोग किया जाता था। अब इंक जेट द्वारा सीधे से कागज़ पर छापा किया जा सकता है। जिससे डिजिटल से प्रकाशित वस्तुओं तक बनाने की प्रक्रिया में मानव की भागीदारी की ज़रूरत नहीं है। तकनीक में सुधार से हरित छापा सचमुच अमल में लाया गया।
हाल के कई वर्षों में हरित छापे की उत्पादन क्षमता दिन-ब-दिन बेहतर बन रही है। आंकड़ों के अनुसार हालांकि हरित छापा वाले उद्यमों की संख्या पूरे व्यवसाय में केवल 1 प्रतिशत है। लेकिन उनके द्वारा प्राप्त आय पूरे व्यवसाय की 16 प्रतिशत पहुंच चुकी है। चीनी राष्ट्रीय प्रेस व प्रकाशन रेडियो व टीवी अखिल ब्यूरो के उप प्रधान येन श्याओहोंग ने बताया कि 13वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान हरित छापे पर कायम रहेगा। संबंधित पक्ष इस व्यवसाय के विकास को समर्थन देंगे। उन्होंने कहा, आने वाले समय में अखिल ब्यूरो पर्यावरण संरक्षण विभाग, चीनी राष्ट्रीय विकास व सुधार कमेटी, प्रमाणन निगरानी समिति, उद्योग और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय आदि संबंधित विभागों के साथ हरित छापा की व्यवस्था का और सुधार करेगा, और हरित छापा को राष्ट्रीय हरित उत्पादों की प्रमाणन प्रणाली में शामिल करने को बढ़ावा देगा। साथ ही हरित छापा को पर्यावरण संरक्षण कार्य से जुड़ना चाहिये, ताकि हरित छापा से जुड़े कदम उठाने के दौरान कोई गलती न हो।