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    प्रथम निजी चंद्रमा लैंडिंग कंपनी भारत में होगी, 2018 में चंद्रमा पर लैंडिंग की योजना बनायी गयी
    2017-01-16 19:50:10 cri

    रिपोर्ट के अनुसार भारत की एक कंपनी ने 2018 के जनवरी माह में चंद्रमा पर लैंडिंग करने की योजना बनायी है। यदि यह योजना सफल रही, तो भारत अमेरिका, रूस व चीन के बाद चौथा देश बन जाएगा जो चंद्रमा पर लैंडिंग करेगा। यह कंपनी भी विश्व में पहली चंद्रमा लैंडिंग करने वाली निजी कंपनी होगी।

    रिपोर्ट के अनुसार टीमइनदुस नामक इस कंपनी की स्थापना भूतपूर्व भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के वैज्ञानिकों द्वारा की गयी थी। अब वह गुगल द्वारा आयोजित लुनर एक्सप्राइज नामक प्रतियोगिता में भाग ले रही है।

    गुगल कंपनी द्वारा आयोजित लुनर एक्सप्राइज का मकसद विश्व की निजी कंपनियों को नीचे खर्चा वाले ऑटोमेटिक अंतरिक्ष अन्वेषण तरीके की खोज करने को प्रोत्साहन देना है। जो टीम चैम्पियन बनेगी, उसे 2 करोड़ अमेरिकी डॉलर का इनाम मिलेगा और दूसरे स्थान पर रहने वाली कंपनी को 50 लाख अमेरिकी डॉलर का इनाम मिलेगा।

    चैम्पियन बनने वाली टीम को एक अंतरिक्षयान को चंद्रमा पर सफलतापूर्ण रूप से लैंडिंग करके चंद्रमा पर 500 मीटर दूरी तक चलना होगा, साथ ही हाई-रेसोलुशन तस्वीरों व वीडियो को पृथ्वी वापस भेजना होगा।

    गुगल ने इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाली टीमों के लिए शर्त भी रखी है। यानी हरेक टीम को कम से कम 90 प्रतिशत पूंजी समाज में से इकट्ठा करनी होगी, जबकि सरकार की पूंजी 10 प्रतिशत से कम होनी चाहिए।

    अभी तक कुल 16 टीमों ने इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आवेदन दिया। ये टीम अमेरिका, जर्मनी, इजराइल, इटली, हंगरी, ब्राजिल, कानाडा, चिली, मलेशिया, जापान व भारत से हैं। फ़ाइनल में भाग लेने वाली टीमों को 2016 के 31 दिसंबर से पहले कारगर प्रक्षेपण अनुबंध करना है। अभी तक टीमइनदुस समेत चार टीमों ने प्रक्षेपण अनुबंध पर हस्ताक्षर किये हैं, अन्य तीन टीम हैं इजराइल की स्पेसइल, अमेरिका की मून एक्सप्रेस और अंतर्राष्ट्रीय टीम सिनर्जी मून।

    टीमइनदुस ने कहा कि चंद्रमा पर लैंडिंग करने के लिए 6 करोड़ अमेरिकी डॉलर की आवश्यक्ता है। उन्होंने निजी रूप से 1.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर की पूंजी हासिल की। बाकी पूंजी समाज में से चंदा पाने या लोगों की सहायता से इकट्ठा की जाएगी।

    हालांकि टीमइनदुस ने देर से इस प्रतियोगिता में भाग लिया, यानी लुनर एक्सप्राइज के शुरू होने के तीन सालों के बाद शामिल किया है।फिर भी उसे प्रतियोगिता के आयोजन संगठन से मील पत्थर पुरस्कार मिला और 10 लाख अमेरिकी डॉलर का इनाम हासिल हुआ।

    टीमइनदुस की योजना है कि सर्वप्रथम रॉकेट से अंतरिक्षयान को कक्ष में प्रक्षेपित किया जाता है, फिर अंतरिक्षयान पृथ्वी के चक्कर लगाएगा। कुछ देर बाद प्रोपेलर की सहायता से अंतरिक्षयान चंद्रमा की ओर उड़ेगा। चंद्रमा पहुंचने के बाद वह लैंडिंग भी करेगा। अंत में लैंडर अंतरिक्षयान से बाहर जाकर चंद्रमा पर चलेगा और मिशन पूरा करेगा।

    लेकिन टीमइनदुस के लिए उनका मिशन चंद्रमा पर लैंडिंग करके प्रतियोगिता जीतना नहीं है। उनके लिए प्रतियोगिता केवल एक शुरूआत है। उनका सपना है स्पेसएक्स जैसी विश्व समुन्नत अंतरिक्ष विज्ञान व तकनीक कंपनी बनना। यहां हम शुभकामनाएं देना चाहते हैं कि उनका यह सपना साकार हो।

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