हाल में भारत में और एक अजय मुनौत नामक व्यक्ति की बेटी का शादी समारोह आयोजित हुआ। लेकिन इस बार उनकी बेटी के लिए शादी-उपहार बहुत खास है। यह क्या उपहार है? आप लोगों को आगे पता लगेगा।
हम सब जानते हैं कि भारत में अपनी बेटी की शादी पर शुभकामना देने के लिए माता-पिता आम तौर पर उपहार और दहेज देते हैं। लेकिन हाल में एक भारतीय पिता ने बेटी से सलाह मश्विरा करने के बाद उपहार के रूप में बेटी की शादी के लिए 90 मकानों का निर्माण करवाया और उन्हें स्थानीय गरीब लोगों को तोहफे के तौर पर दिया।
अजय मुनौत एक व्यवसायी हैं जो कपड़ों व अनाज का व्यापार करते हैं। अपने जन्मस्थान में वे एक जाने माने व्यक्ति हैं। अपनी बेटी की शादी के लिए उन्होंने 8 लाख चीनी युआन यानी 80 लाख रूपये का बजट बनाया था। लेकिन जब उन्हें पता चला कि उनके क्षेत्र में अनेक बूढ़े लोग व बच्चे बेघर हैं, तो कई दिनों के सोच-विचार के बाद उन्हें लगा कि उन्हें गरीब लोगों के लिए कुछ न कुछ करना चाहिए। उन्होंने अपनी बेटी और दामाद से चर्चा करने के बाद तय किया कि बेटी की शादी से पहले वे स्थानीय गरीब लोगों के लिए 90 मकानों का निर्माण करवाएंगे। और मकानों को देने के लिए उन्होंने शर्त भी पेश की। यानी कि जिन लोगों के पास मकान नहीं हैं या वे गंदी बस्तियों में रहते हैं और शराब नहीं पीते हैं, जुआ नहीं खेलते हैं एवं ड्रग्स नहीं लेते हैं, वे इन मकानों में रह सकते हैं। बूढ़े लोग, महिलाओं व बच्चों को प्राथमिकता दी गयी।
और शादी से पहले इन 90 मकानों का निर्माण पूरा हो चुका था।
उसी दिन अजय के परिवार के सभी लोग मकानों के सामने खड़े होकर गरीब लोगों को चाबी दी। अजय की बेटी ने कहा कि यह उनके पिता जी द्वारा उसे दिया गया सबसे अच्छा शादी का उपहार है। उसे बड़ी खुशी हुई है कि वह लोगों को मदद दे सकती है।
पत्रकार के साथ साक्षात्कार में अजय मुनौत ने कहा, हम सौभाद्यशाली हैं। यदि हम उन लोगों को जो सहायता पाने की ज़रूरत है, मदद दे सकते, तो हमारे लिए बड़ा गर्व की बात है। शानदार शादी समारोह के आयोजन की तुलना में गरीब लोगों को मकानों का निर्माण करवाने से पैसों का खर्चा करना और अर्थवान है।