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    टी टाइम 170119(अनिल और नीलम)
    2016-12-22 19:48:33 cri

    अनिलः

    लीजिए, दोस्तो, प्रोग्राम शुरू करते हैं।

    आज के प्रोग्राम में सबसे पहले आपको सुनवाएंगे, दक्षिण पश्चिम चीन के युन्नान प्रांत के ताली विश्वविद्यालय में भारतीय टीचर सुप्रतिक कुंडू के साथ चर्चा।

    बातचीत जारी है।

    अभी आपने सुनी सुप्रतिक कुंडू के साथ बातचीत।

    अनिलः अब प्रोग्राम में जानकारी देने का सिलसिला शुरू करते हैं।

    दोस्तो, भारत में 500 और 2000 के नए नोटों में कर्इ तरह के सुरक्षा फीचर्स का इस्तेमाल किया गया है। दावा किया जा रहा है कि ये देश के सबसे सुरक्षित नोट हैं। एेसे में आपके मन में ये सवाल जरूर उठ रहा होगा कि इन नोटों पर कितना खर्चा आया है।

    रिजर्व बैंक इंडिया को 2000 रुपए के एक नोट को छापने में 3.54 रुपए का खर्चा आता है। एक आरटीआर्इ के जवाब में आरबीआर्इ की आेर से ये जवाब दिया गया है। ये आरटीआर्इ नीमच के चंद्रशेखर गौड़ की ओर से दाखिल की गर्इ थी।

    रिजर्व बैंक की सहयोगी कंपनी भारतीय रिजर्व बैंक नोट मुद्रण प्राइवेट लिमिटेड की ओर से बताया गया है कि केन्द्रीय बैंक को 500 रुपए के एक हजार नए नोट छापने पर 3090 रुपए का खर्चा आता है। वहीं 2000 रुपए के नए नोट की छपार्इ के लिए आरबीआर्इ एक हजार नोटों की छपार्इ के लिए 3540 रुपए का भुगतान करती है।

    इसके अतिरिक्त आरबीआर्इ जो नोट छापती है उसकी प्रति नोट आने वाली लागत इस प्रकार हैः-

    नोट छपार्इ की लागत

    रुपए 5 रुपए 0.48

    रुपए 10 रुपए 0.96

    रुपए 20 रुपए 1.5

    रुपए 50 रुपए 1.81

    रुपए 100 रुपए 1.79

    रुपए 500(पुराना) रुपए 2.5

    रुपए 1000(पुराना) रुपए 3.17

    अब दूसरी जानकारी देते हैं। दुनिया भर में अलग-अलग धर्म को मानने वाले लोग रहते हैं। साथ ही, उनके अनुसार मृत लोगों का अंतिम संस्कार भी अलग-अलग विधि-विधान से किया जाता है। आखिरकार किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया जाता है, लेकिन दुनिया में एक जगह ऐसी भी है जहां मरने के बाद शव को कब्रिस्तान ले जाने के बजाय 5 स्टार होटल में ले जाया जाता है।

    इस होटल में शवों को ऐसी सेवा दी जाती है, जो अच्छे-अच्छे जिंदा लोगों तक को भी नसीब नहीं होती है। ये होटल अपनी इन सुविधाओं के कारण दुनियाभर में मशहूर है।

    दरअसल, लास्टेल कॉप्र्स नाम का ये 5 स्टार होटल जापान के योकोहामा में है, लेकिन इस होटल में जिंदा नहीं बल्कि मरे लोग रहते हैं। उन्हें यहां बेहतर सेवा दी जाती है। मृत व्यक्ति के परिवार के लोग उन्हें यहां दफनाने से पहले लेकर आते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि जापान में कई जगहों पर कब्रिस्तान की कमी हो रही है। जिसकी वजह से लोगों को कब्र को चार दिन पहले से बुक करवाना पड़ता है। व्यक्ति के मर जाने के बाद उसकी शरीर डिकम्पोज होने लगती है। ऐसे में इस होटल में मृत शरीर को लंबे समय तक सुरक्षित रखा जाता है।

    होटल में सफाई, बढिय़ा कमरा और फ्रीजर जैसी सुविधा देकर मृतक की देखभाल की जाती है। यहां एक बार में 18 मृत मेहमान रखे जाते हैं। जब तक कि उन्हें कब्र में जगह नहीं मिल जाती। इस होटल में अपने परिजन को रखने के लिए लोगों को करीब 7000 रुपए देने पड़ते हैं।

    ...

    नीलमः अब बात दूसरी जानकारी की।

    युवा लड़कियां जो दौडऩे, पकडऩे या संतुलन बनाने वाले खेलकूद में खराब प्रदर्शन करती हैं, उनमें समान तरह के कम कौशल वाले लड़कों की तुलना में मोटापे से ग्रस्त होने की संभावना ज्यादा होती है। पिछले अध्ययनों से पता चलता है कि प्राथमिक स्कूल के बच्चों, जिनमें वजन व ऊंचाई का अनुपात ज्यादा होता है, उनमें मौलिक गतिविधि कौशलों की खराब संभावना पाई गई।

    नए शोध में दल ने दौडऩे, पकडऩे और संतुलन वाले कौशलों का आकलन किया। इसमें 250 लड़कियों और लड़कों के इन कौशलों को देखा गया, जिनकी उम्र 6-11 साल थी। इसमें उनके मौलिक गतिविधि कौशल (एफएमएस) को कम, मध्यम या उच्च वर्ग में रखा गया। लंदन में शोधकर्ताओं ने बच्चों की शारीरिक चर्बी और गतिविधि कौशलों दोनों के संबंधों को जांचने के लिए का अध्ययन किया। इसमें शारीरिक गतिविधि में अभ्यस्त बच्चों का भी ख्याल रखा गया।

    इसके परिणाम से पता चलता है कि कम मौलिक गतिविधि कौशल वाली लड़कियों में ज्यादा एफएमएस वाले लड़कों व लड़कियों की तुलना में मोटापा ज्यादा पाया गया। ब्रिटेन के कोवेंट्री विश्वविद्यालय के प्रोफेसर माइक डंकन ने कहा, ''हमने जो पाया वह महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह रणनीति की समीक्षा करने व लड़कियों में दौडऩे-भागने वाले कौशलों को बढ़ावा देने का इशारा करता है।''

    डंकन ने कहा, ''अगला बड़ा सवाल यह है कि विकास में देरी की वजह से कुछ लड़कियों और लड़कों में गतिविधि कौशल देरी आती है। यह बच्चों में नुकसानदेह वजन का कारण हो सकता है।'' इस शोध की रिपोर्ट हाल ही में नाटिंघम में हुई ब्रिटिश एसोसिएशन ऑफ स्पोर्ट एंड एक्सरसाइज साइंसेज कान्फ्रेंस 2016 में पेश की गई

    अनिलः क्या आपने कभी ऐसे रोबोट के बारे में सुना है जो आपके मोबाइल में हो? आपके मुताबिक घर में दरवाजा खोलने से लेकर लाइट व टीवी ऑफ-ऑन करने का काम खुद करता हो?

    फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने अपने घर के लिए ऐसा ही आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस रोबोट तैयार किया है। इसका नाम जारविस है। यह उनकी बेटी मैक्स का भी ख्याल रखेगा।

    उन्होंने इसके बारे में एक पोस्ट लिखा। यह कैसे काम करेगा, ग्राफिक के जरिए इसकी एक पहली झलक दिखाई। जुकरबर्ग ने इसे फिल्म के किरदार आयरन मैन से प्रभावित बताया।

    बहरहाल, यह एक मोबाइल एप है। उन्होंने बताया कि यह मेरे घर के सारे काम सकता है। बिल्कुल इंसानों की तरह। एसी, टीवी, फ्रिज जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस कंट्रोल कर सकता है।

    आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) तकनीक दो तरह से काम करेगी। एफबी के सीईओ ने बताया कि यह एप घर के तमाम इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से कनेक्ट होगा। अगर इससे काम कराना है तो एप पर हर काम का टाइम सेट करना होगा या फिर एप को बोलकर कमांड देनी होगी।

    कमांड रिसीव करते ही संबंधित इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस काम करने लगेंगे। इसके लिए इंटरनेट की जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में ऐसे एआई पर काम किया जाने की जरूरत है। मार्क जकरबर्ग ने लिखा कि इसमें बहुत संभावनाएं हैं। इस पर काम किया जाना बाकी है।

    जुकरबर्ग ने लिखा कि यह घर में मेरी बेटी मैक्स का ध्यान रख सकता है। मान लीजिए कोई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस वाले खिलौने से बेटी को खिलाना है तो यह उसका स्विच ऑन कर देगा। ओवन में दूध गर्म करने में भी मददगार है। इसके अलावा किसी मेहमान के घर में आने पर घरवालों को ऑडियो नोटिफिकेशन के जरिए तुरंत सूचित कर देगा।

    नीलमः

    अब बात करते हैं हेल्थ टिप्स की।

    आजकल मौसम बदल रहा है, मौसम बदलने के साथ-साथ लोगों को सर्दी खांसी जैसी समस्याएं आम हैं। लोग छोटी-छोटी बीमारियों से बचने के लिए महंगी दवाइयां लेते हैं, लेकिन इससे कोई खास फायदा भी नहीं होता। इतना ही नहीं इन दवाआें के कर्इ तरह के रिएक्शन भी होते हैं।

    • गर्म पानी या फिर गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी मिलाकर पीने से सर्दी जुकाम में तेजी से फायदा होता है। यह नुस्खा ना सिर्फ बच्चों बल्कि बड़ों के लिए भी कारगर साबित होता है।

    • अदरक के यूं तो कई फायदे है लेकिन अदरक की चाय सर्दी-जुकाम में काफी राहत प्रदान करती है।

    • तुलसी और अदरक को सर्दी-जुकाम के लिए रामबाण माना जाता है। इसके सेवन से इसमें तुरंत राहत मिलती है। एक कप गर्म पानी में तुलसी की पांच-सात पत्तियां ले, उसमें अदरक के एक टुकड़े को भी डाल दे। उसे कुछ देर तक उबलने दे और उसका काढ़ा बना ले। जब पानी बिल्कुल आधा रह जाए तो इसे आप धीरे-धीरे पी ले। यह नुस्खा सर्दी-जुकाम में राहत दिलाने के लिए असरदार होता है।

    • आधे चम्मच कालीमिर्च पाउडर में एक चम्मच मिश्री को मिलाकर एक कप गर्म दूध के साथ दिन में तीन बार पीएं। सर्दी में यह काफी फायदेमंद होता है।

    अनिलः

    अब समय हो गया है, जोक्स यानी हंसगुल्लों का

    पहला जोक...

    महान बच्चे...

    टीचर : भारत से विदेश जाने वाली पहली महिला कौन थी?

    चंटू : सीता, श्रीलंका गई थी.

    टीचर अभी भी बेहोश है.

    स्कूल मे भी तूफ़ान है।

    दूसरा जोक..

    एक बार एक पति और पत्नी बगीचे मे हाथ मे हाथ डाले घूम रहे थे।

    उसी समय एक शरारती बच्चा वहा से गुजरा और बोला-

    ''अंकल, कल वाली ज्यादा मस्त थी।''

    पति चार दिन से ख़ाली पेट बगीचे में उस बच्चे को ढूंढ रहा है।

    तीसरा और अंतिम जोक...

    पति- अरे सुनो, मुन्ना रो रहा है चुप कराओ इसे।

    पत्नी (गुस्से में)- मैं काम करूं या बच्चे संभालू,

    मैं इसे दहेज़ में नहीं लाई थी, खुद ही चुप करा लो।

    पति- फिर रोने दे

    मैं कौन सा इसे बारात में लेकर गया था।

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