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तिब्बत में विशेष सांस्कृतिक पर्यटन का जोरदार विकास
2016-12-15 15:01:27 cri

 

दक्षिणी चीन के गान-त्ज़ी तिब्बती स्वायत्त प्रांत में शांगरी-ला पारिस्थितिकी पर्यटन का विकास करने का एक आदर्श क्षेत्र माना जाता है । विश्व पर्यटन संगठन ने भी इसे पारिस्थितिकी पर्यटन और तिब्बती संस्कृति पर्यटन के गंतव्य के रूप में पुष्ट किया है । यहां प्राकृतिक सौंदर्य के मूल पारिस्थितिकी तथा प्रतिभाशाली तिब्बती संस्कृति से देश विदेश के असंख्य पर्यटकों को आकर्षित किया जा रहा है । पर्यटन के विकास से इस क्षेत्र में रहने वाले तिब्बती लोगों के जीवन को भी खुशहाल बनाया गया है ।

गान-त्ज़ी तिब्बती स्वायत्त प्रांत के कांतिंग शहर में स्थित शीन-तु-च्याओ कस्बा अपने अद्भुत प्राकृतिक दृश्यों से विश्व प्रसिद्ध है । इस में पहाड़ों के बीच सुन्दर सुन्दर घाटियों को "दस मील गलियारा" का उपनाम भी दिया गया है । प्रति वर्ष यहां बहुत से पर्यटक और फोटोग्राफर आते रहते हैं । लेकिन स्थितियों में बदलाव भी नज़र आ रहा है । पहले जब पर्यटक आते रहे , तो उन की अधिक रुचि यहां के प्राकृतिक दृश्यों पर केंद्रीत थी, पर आज जब लोग परदेशों से आये हैं , वे यहां के तिब्बती वासियों के घर में रहना चाहते हैं । क्योंकि तिब्बतियों के घर में रहने से यहां की विशेष तिब्बती संस्कृति का अनुभव पा सकते हैं । शीन-तु-च्याओ कस्बे में रहने वाले तिब्बती वाले त्ज़ाई-शी फंग-छ्वो और उन की पत्नी निमा-छ्वो तिब्बती सांस्कृतिक विशेषताओं से सजाये गये होटल का संचालन करते हैं। उन्हों ने अपने होटल को एक काव्यात्मक नाम " फोटोग्राफिक का स्वर्ग " भी दिया । त्ज़ाई-शी फंग-छ्वो ने बताया कि उन के होटल में तिब्बती शिष्टाचार और सांस्कृतिक रीति से अतिथियों का स्वागत किया जाता है, यह तिब्बती संस्कृति का दर्शन और संरक्षण करने का सबसे अच्छा तरीका भी है ।

त्ज़ाई-शी ने कहा, " हम तिब्बती जाति के हैं । मैं अपनी जातीय परंपरा बनाये रखना चाहता हूं । अगर हमारे यहाँ भी दूसरे क्षेत्रों के जैसी आधुनिक शैलियों से पर्यटकों का स्वागत करे , तो इस में कोई स्वाद नहीं मिलेगा । सो मेरे होटल में तिब्बती जातीय फ़ैशन बनाये रखना ही चाहिये । "

होटल की सफलतापूर्ण सजावट का श्रेय त्ज़ाई-शी की पत्नी निमा-छ्वो को जाता है । पर्यटकों को इन के होटल में घर का महसूस लगता है । होटल के द्वार के सामने रंग-बिरंगे फूलों से सजाया जाता है । पर्यटक होटल में दखिल होते ही यह देख पाते हैं द्वार पर लटकाये गये तिब्बती गेहूं और बैल के सींग की सजावट। होटल के हॉल के दीवारों पर पर्यटकों के कुछ फोटो लटके हैं , और रसोई घर से चाय की महक फैलती हुई बैठक घर में आ रही है , इन सब से पर्यटकों को घर जैसे महसूस होते हैं । बहुत से परदेशियों को यहां की तिब्बती संस्कृति के विशेष वातावरण से ही आकर्षित किये गये हैं । त्ज़ाई-शी ने कहा, पर्यटन का विकास करने से पहले यहां लोगों का जीवन बहुत मुश्किल था , बाद में सांस्कृतिक पर्यटन का विकास करने से लोगों का जीवन बिल्कुल बदल गया है और बाहर से आने वाले पर्यटकों को विशेष तिब्बती संस्कृति का दर्शन करने का मौका मिला है ।

त्ज़ाई-शी ने कहा, "पर्यटकों के आने से हमारे यहां मौका तैयार किया गया है । यहां का जीवन मुश्किल था , लेकिन पर्यटन का विकास करने के बाद जन-जीवन को बहुत उन्नत किया गया है । दूसरी तरफ पर्यटन के विकास से सरकार ने हमारे यहां पेयजल और बिजली की आपूर्ति तथा राजमार्ग की सुविधाएं तैयार की हैं । आज का वातावरण भी पहले से अधिक सुरक्षित है , सुविधाएं मिलने से हमें भी बहुत खुशी हुई है।"

यही नहीं, कांतिंग शहर की सरकार इन तिब्बती होटलों के प्रचालकों को देश के दूसरे विकसित क्षेत्रों में सिखाने के लिए भेजती रहती है, ताकि ये तिब्बती चालक विकसित क्षेत्रों से अनुभव सीखकर अपने पर्यटन कार्यों का सुधार कर सकें ।

कांतिंग को छोड़कर गान-त्ज़ी तिब्बती स्वायत्त प्रांत के तहत डान-बा काउटी में भी तिब्बती संस्कृति पर्यटन का विकास किया जा रहा है । कहा जाता है कि डान-बा काउटी में देश में सबसे सुन्दर वाले गांव सुरक्षित हैं । यहां के प्राचीन टावर्स और तिब्बती किले आदि सब हजार साल पुराने हैं । अधिकाधिक लोग यहां के दृश्य का दर्शन करने के लिए आते रहे हैं । तिब्बती महिला श्याच्या-गामा अपनी दो बहिनों के साथ डान-बा काउटी में अपना होटल "च्या-चू बहिन " चलाती हैं । होटल खुलने के आरंभ में तीन बहिनों ने बहुत कठिन समय बिताया था । तब बहुत कम पर्यटक होटल में आते रहे , पर कई सालों की कोशिशों के बाद तीन बहिनों का होटल काउटी में आदर्श बना । "च्या-चू बहिन " होटल में रहने वाले पर्यटकों की संख्या प्रति साल कई हजार तक बढी है । श्याच्या-गामा ने बताया कि उन के होटल में आधुनिक सुविधाओं के बजाये तिब्बती विशेषता वाली वास्तु-कला से सजाया जाता है , यही विशेषता से पर्यटकों को आकर्षित है । उन्हों ने कहा कि गान-त्ज़ी तिब्बती स्वायत्त प्रांत की सरकार ने पूर्ण रूप से पर्यटन का विकास करने की जो कोशिश की है , इससे यहां रहने वाले सभी तिब्बती निवासियों के जीवन स्तर को उन्नत किया गया है ।

उन्हों ने कहा,"पर्यटन का विकास करने से हमें आर्थिक लाभ मिला है । क्योंकि पर्यटन के विकास ने काउटी में बुनियादी उपकरण के निर्माण को मजबूत बनाया है । पर्यटकों में हमारे यहां का खूब नाम फैलाया जा रहा है , इस तरह और अधिक लोग यहां आते रहे हैं । बाद में लोगों की आय भी बढ़ी है और वे पर्यटन के विकास में हिस्सा लेने के लिए भी अधिक क्रियाशील हो गये हैं ।"

डान-बा काउटी में तिब्बती संस्कृति वाले होटलों के सिवा एक और कला भी ध्यानाकर्षक , वह है पत्थर से निर्मित वास्तुओं की कला । पत्थर-वास्तु के कलाकार छी-मेई डान-बा ने बताया कि वर्तमान में उन के दर्जनों के छात्र हैं , जो पत्थर-वास्तु की कला सीखकर यहां के नये तिब्बती किलों के निर्माण में प्रमुख पात्र निभा रहे हैं । डान-बा काउटी की यात्रा करने वाले पर्यटक यहां के तिब्बती विशेषता वाले किलों की भुरि भुरि प्रशंसा करते हैं । भीतरी इलाकों से आये पर्यटक ली ई लूंग ने कहा, "तिब्बती किलों की अपनी अपनी विशेषताएं हैं, जो मन की कल्पना से अधिक सुन्दर है । इस के सिवा यहां के लोग भी बहुत ईमानदार हैं ।"

वर्तमान में यातायात की समस्या से इस क्षेत्र में पर्यटन के आगे विकास को बाधित किया जा रहा है । पर्यटन विकास रूपरेखा लागू करने के बाद यातायात का जोरदार सुधार भी किया जायेगा । डान-बा काउटी के पर्यटन विभाग के उप निदेशक श्यांग जंग च्वन ने अपनी काउटी में तिब्बती सांस्कृतिक अवशेषों के संरक्षण और पर्यटन अर्थतंत्र के विकास की चर्चा में कहा कि सरकार पर्यटन के आगे विकास की योजना कायम कर चुकी है ।

उन्हों ने कहा , हमारे यहां के गांव में जब नये मकानों का निर्माण हुआ है , इस में परंपरा का कड़ाई से अनुपालन करना पड़ेगा । मिसाल है कि नये मकानों के निर्माण में प्रबलित कंक्रीट जैसे आधुनिक सामग्रियों का इस्तेमाल करना सख्त मना है । डान-बा काउटी के तिब्बती किला राष्ट्र स्तरीय संरक्षण प्राप्त सांस्कृतिक अवशेष हैं । अब हम तिब्बती किलों का पूर्ण संरक्षण करने की योजना बना रहे हैं , ताकि यहां के सांस्कृतिक वास्तुओं के परंपरागत स्टाइल बनाये रख सके ।

गान-त्ज़ी तिब्बती स्वायत्त प्रांत में पर्यटन का अर्थतंत्र क्षेत्रों के आर्थिक स्तंभ बने हैं । कुछ काउटियों में बहुत से परिवारों की आय में साठ प्रतिशत भाग आवासीय होटल पर निर्भर है । पर्यटन के विकास से तिब्बती विशेषता वाली संस्कृति का संरक्षण किया गया है और साथ ही तिब्बती लोगों के जीवन स्तर को भी बहुत उन्नत किया गया है ।

गान-त्ज़ी तिब्बती स्वायत्त प्रांत दक्षिण-पश्चिमी चीन के सछ्वान प्रांत में स्थित है जिसका क्षेत्रफल 1.53 लाख वर्गकिलोमीटर होता है । कांतिंग शहर इस की राजधानी है । गान-त्ज़ी प्रांत के तहत 18 काउटियां, 325 कस्बे और 2679 गांव हैं । गान-त्ज़ी प्रांत में समृद्ध जल और जियोथर्मल संसाधन मौजूद हैं और यहां पांडा और स्वर्ण बंदर जैसे दुर्लभ जानवरों की जन्मभूमि भी है । गान-त्ज़ी प्रांत के जमीन में किस्म किस्म के खनिज पदार्थ हैं , पर इन से और अधिक मूल्यवान है यहां का आश्चर्यजनक दृश्य ।

प्राचीन काल के युवान राजवंश से गान-त्ज़ी प्रांत चीन का एक भाग बना था और छींग राजवंश से इस क्षेत्र को केंद्रीय शासन के तहत रखना शुरू हुआ था । वर्ष 1955 में गान-त्ज़ी प्रांत को सछ्वान प्रांत के तहत रखा गया , इस के बाद इस का शासन क्षेत्र ज्यों का त्यों बना रहा है । वर्ष 2000 में की गयी जनगणना के अनुसार गान-त्ज़ी तिब्बती स्वायत्त प्रांत की 89 लाख जनसंख्या होती थी । वर्ष 2015 के फरवरी से कांतिंग को काउटी से शहर बनाया गया ।

गान-त्ज़ी तिब्बती स्वायत्त प्रांत में चिनशा नदी और यालुंग नदी जैसी बड़ी बड़ी नदियां बहती हैं , वहां समृद्ध जियोथर्मल संसाधन मौजूद हैं , प्रांत में कुल 249 प्राकृतिक हॉट स्प्रिंग्स हैं जो देश विदेश के पर्यटकों को आकर्षित हैं । गान-त्ज़ी प्रांत में प्रमुख नदियों का जल प्रवाह 64 अरब घन मीटर तक रहता है और इसका जल विद्युत भंडार लगभग 3.7 करोड़ किलोवाट तक जा पहुंचा है ।

गान-त्ज़ी तिब्बती स्वायत्त प्रांत देश के भीतरी इलाकों और तिब्बत स्वायत्त प्रदेश को जुड़ने का पुल माना जाता है । गान-त्ज़ी प्रांत के लम्बे इतिहास में शानदार तिब्बती विशेष संस्कृति का विकास किया गया है । चीन के क्रांतिकारी काल में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व वाली लाल सेना अपने विश्व मश्हूर लांग मार्च के दौरान गान-त्ज़ी प्रांत से गुज़र गयी थी और यहां लाल सेना के बहुत से ऐतिहासिक अवशेष भी सुरक्षित हैं ।

गान-त्ज़ी तिब्बती स्वायत्त प्रांत में चीन का मात्र ही ग्लेशियर वन पार्क , चार ऐई स्तरीय पर्यटन क्षेत्र और राष्ट्रीय भू-विज्ञान पार्क समेत अनेक राष्ट्रीयरा प्रकृति संरक्षित क्षेत्र स्थापित हैं । गान-त्ज़ी प्रांत के प्राकृतिक दृश्य पर्यटकों को आकर्षित करने का असीम संसाधन बनेगा ।

( हूमिन )

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