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    2020 तक चीन में मध्यम वर्ग के लोगों की आबादी 40 करोड़ तक पहुंचेगी?
    2016-12-06 19:29:52 cri

    कुछ दिन 1.2 लाख युआन यानी 12 लाख रूपये से अधिक वार्षिक आमदनी वाले लोगों का टैक्स बढ़ाने की खबर चीन में चली। इस पर तमाम चीनी लोगों ने चिंता जताई। हालांकि चीनी वित्त मंत्रालय और राष्ट्रीय टैक्स जनरल ब्यूरो के अधिकारियों ने इस ख़बर को गलत करार दिया, फिर भी यह विषय लोगों के बीच चर्चा का मुद्दा बना रहा।

    वहीं 2 नवम्बर को अर्थशास्त्री खुफिया इकाई(Economist Intelligence Unit) की नयी रिपोर्ट से जाहिर है कि विश्व की दूसरी बड़ी आर्थिक इकाई होने के नाते चीन 2030 में मध्यम आमदनी वाले देश की श्रेणी में शामिल हो जाएगा। तीन चौथाई चीनी लोग मध्य वर्ग के होंगे।

     चीनी श्रम संघ के उपाध्यक्ष सू हाईनान ने चीनी आर्थिक साप्ताहिक के पत्रकार के साथ साक्षात्कार में कहा कि अब चीन मध्यम आमदनी वाले देशों की कतार में शामिल हो चुका है, लेकिन चीन में मध्यम वर्ग के लोग कुल आबादी के 20 प्रतिशत से भी कम हैं, जो स्पष्ट रूप से चीन के समान विकास चरण में देशों के स्तर से नीचे है। इसलिए फौरी कार्य चीन के मध्य वर्ग के लोगों की संख्या को बढ़ाना है।

    यदि हम उच्च गुणवत्ता वाले जीवन के मापदंड से चीन के मध्य वर्ग के लोगों को देखें, तो पता चलेगा कि चीन में मध्य वर्ग के लोगों की संख्या कम है।  

    अमेरिकी टीवी प्ले में हम देखते हैं कि एक लीमुसीण धीरे धीरे एक दो-तीन विला के अंदर जा रही है। हरे हरे घास मैदान पर दो-तीन बच्चे खुशी से खेल रहे हैं…… लेकिन आज के चीन में मध्य वर्ग लोगों का जीवन अमेरिकी टीवी प्ले में वर्णित स्थिति से नीचे है।

     ली छ्यांग का जन्म 1985 में हुआ। वह चीन के आनह्वेई के एक गांव से शहर आया। अब वह पेइचिंग की एक निजी कंपनी में काम करता है। उसकी पत्नी उसकी सहपाठी थी। 2009 में उसने रिश्तेदारों से पैसे उधार लेकर पेइचिंग के उपनगर में एक मकान खरीदा। अब वह अपने मां-बाप के साथ रहता है। उसका बच्चा 6 साल का है। बच्चे को अच्छी शिक्षा देने के लिए उसने विवश होकर शहर के केंद्र में किराये पर मकान लिया। 2012 में उसने एक गाड़ी खरीदी। लेकिन अब उसके पास कोई जमा पूंजी नहीं है।

    ली छ्यांग दंपति की कुल मासिक आमदनी 14 हजार चीनी युआन है और वार्षिक इनाम करीब 50 हजार चीनी युआन है। इसलिए वार्षिक आमदनी करीब 2 लाख चीनी युआन यानी 20 लाख रूपये है। वह पेइचिंग शहर में और एक मकान खरीदना चाहता था, लेकिन किराये का मकान बहुत महंगा है, जिसके प्रत्येक वर्गमीटर की कीमत 1 लाख चीनी युआन यानी 10 लाख रूपये होती है। 50 वर्गमीटर मकान खरीदने के लिए 50 लाख चीनी युआन यानी 500 लाख रूपये की जरूरत है।इसलिए उसके लिए शहर के केंद्र में मकान खरीदना नामुमकिन है।

    आम लोगों की नजर में परिवार की वार्षिक आय 2 लाख चीनी युआन तो मध्य वर्ग होना चाहिए। लेकिन ली छ्यांग अकसर चिंतित रहता है कि यदि कोई मुसीबत आयी, तो वह कैसे निपटेगा। उसने कहा कि निजी कंपनी में काम करने में जोखिम होता है। इसलिए रात को वह पढ़ाई भी करता रहता है। उसने कहा कि वह बहुत थकान महसूस करता है।

     वास्तव में ली छ्यांग हालिया चीन के कथित मध्य वर्ग के लोगों के जीवन की एक झलक है। इन लोगों की सबसे बड़ी चिंता है कि महंगे घर खरीदना। हाल में चीन के पेइचिंग, शांगहाई, क्वांगचो और शनचन आदि बड़े शहरों में मकानों की कीमत बहुत ऊंची हो चुकी है। एक फ़्लेट खरीदने के लिए कम से कम चार पाँच लाख युआन की जरूरत होती है। जबकि ली छ्यांग की पारिवारिक आय 2 लाख चीनी युआन है, इसलिए ली छ्यांग बड़ी आय वाला नहीं बन सकता। वास्तव में ली छ्यांग की तरह चीन के मध्य वर्ग के तमाम लोगों के पास ज्यादा पैसे जमा नहीं हैं, क्योंकि उन्हें हर चीज महंगी मिलती है।

      तो किस तरह के लोगों मध्य वर्ग का कहा जा सकता है?

    अब तक सरकार ने मध्यम वर्ग की स्पष्ट व्याख्या नहीं है। जबकि समाज में मध्य वर्ग के रेखांकन के लिए विवाद मौजूद है। जुलाई 2016 की पत्रिका अर्थशास्त्री में बताया गया कि चीन में मध्य वर्ग की संख्या 22 करोड़ 50 लाख है, लेकिन अब वे विश्व में सबसे अधिक चिंता करने वाले लोग हैं। इस पत्रिका ने चीनी मध्य वर्ग के लोगों का व्याख्यान किया कि वार्षिक पारिवारिक आय 80 हजार से 3 लाख चीनी युआन, यानी 8 लाख से 30 लाख रूपए के बीच के समूह चीन का मध्य वर्ग माना जाता है।

    चीनी श्रम संघ के उपाध्यक्ष सू हाईनान ने के मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में इस तरह मध्य वर्ग का व्याख्यान किया जाता है। यानी कि उनकी आय व संपत्ति समाज के मध्यम स्तर या आसपास के स्तर में रहती है। इस व्याख्यान से बताया जाता है कि आज चीन में करीब 30 करोड़ से ज्यादा मध्य वर्ग के लोग हैं।

    लेकिन निसंदेह यह संख्या चीन की वास्तविक परिस्थिति से मेल नहीं खाती है। कारण यह है कि आज चीन के समाज में औसत सैलरी ऊँचा नहीं है। अधिकांश श्रमिकों की आय औसत स्तर के नीची है। इसलिए सू हाईनान ने मानना कि हमें सरल रूप से अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में मध्यम वर्ग के मापदंड से चीन पर नहीं थोपना चाहिए।  

    कई सालों के अनुसंधान से सू हाईनान ने चीन के मध्य वर्ग के लोगों का व्याख्यान किया। यानी कि आय देश या स्थानीय सामाजिक औसत स्तर व अपेक्षाकृत ऊंचे स्तर के बीच होता है, जिनका पारिवारिक स्तर देश में खुशहाल समृद्धि के स्तर तक पहुंचता है। चीनी राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो द्वारा जारी आंकड़ों और कुछ अनुसंधान संस्थाओं की जांच के अनुसार हालिया चीन में मध्य वर्ग के श्रमिकों की संख्या करीब 16 करोड़ है, जो करीब देश के कुल श्रमिकों की संख्या का 20 प्रतिशत है। लेकिन यह दो साल पहले की संख्या थी, इस साल संख्या में संभवतः कुछ बदलाव आएगा।

     आजकल चीन में कई लोग मध्य आमदनी फंदे के बारे में चर्चा करते रहते हैं। मध्य आमदनी फंदे का मतलब है कि देश का औसत जीडीपी हमेशा के लिए 4000 से 12000 अमेरिकी डॉलर के बीच रहा है और 12000 अमेरिकी डॉलर के ऊपर के विकसित देशों की पंक्ति में नहीं प्रवेश कर पाता है। चीन के छिनह्वा विश्वविद्यालय के चीनी अर्थतंत्र अनुसंधान केंद्र के प्रधान ली ताओख्वेई ने हाल में एक लेख लिखकर यह चिंता प्रकट की कि हालिया चीनी समाज में मध्यम वर्ग आमदनी फंदा नजर आया है। उन्होंने कहा कि हाल ही में उनके बच्चे के कुछ सहपाठियों के मां-बाप विदेशों में प्रवास करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें चिंता है कि बच्चे चीन में अति बड़ी प्रतिस्पर्द्धा वाली शिक्षा नहीं सह पाएंगे। उनके पास के कई मित्र वायु गुणवत्ता के बच्चों के स्वास्थ्य पर असर पड़ने से चिंतित होकर विदेशों में भी गये। और कुछ लोगों ने भविष्य की भारी चिकित्सक फीस नहीं दे पाने से चिंतित होने से औस्ट्रेलिया आदि अच्छी परिपक्व सार्वजनिक स्वास्थ्य सिस्टम होने वाले देश में स्थानांतरित होने का निर्णय लिया। अन्य कुछ लोग उनसे मिलने के बाद बार बार पूछते हैं कि क्या आरएमबी का अवमूल्यन होगा। पारिवारिक संपत्ति कैसे विदेशों में स्थानांतरित की जा सकती है। उपरोक्त स्थितियों से जाहिर है कि चीन के मध्य वर्ग के लोग बहुत चिंतित हैं।

      सू हाईनान की नजर में चीन मध्य वर्ग आमदनी के फंदे में फंसेगा या नहीं आमदनी वितरण सिस्टम के सुधार और तदनुरुप सुधार की प्रगति पर निर्भर है। उनके अनुसार, हालिया सबसे फौरी बात यह है कि हमें आमदनी के वितरण में अनुचित ढांचे को बदलना चाहिए और मध्यम वर्ग के लोगों के अनुपात का विस्तार करने की कोशिश करनी चाहिए। अनुमान है कि 2020 में चीन में मध्यम वर्ग के लोगों की संख्या 40 करोड़ तक पहुंचेगी।

      मध्य वर्ग के लोगों के अनुपात का विस्तार करना अर्थतंत्र, समाज व संस्कृति आदि अनेक क्षेत्रों से संबंधित एक अति जटिल सिस्टम परियोजना है। अच्छे प्रभाव को पाने के लिए लक्ष्य की स्थापना अति महत्वपूर्ण है।

    चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के 18वें राष्ट्रीय कानफ्रंस की रिपोर्ट में बताया गया कि 2020 तक चीन में कुल घरेलू उत्पादन राशि और शहरी निवासियों की औसत आमदनी में 2010 की तुलना में दोगुनी होगी और चीन में खुशहाल समाज की स्थापना की जाएगी। यह इस बात का द्योतक है कि आगामी 4 सालों में चीन में मध्य वर्ग के लोगों की संख्या 2013 के अंत में 16 करोड़ से 2020 के 27 करोड़ तक विस्तृत की जाएगी।

          

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