स्थानीय समयानुसार 27 अक्तूबर को नवनियुक्त पुनर्वास इंटरनेशनल की अध्यक्षा च्यांग हाईदी ने 23वें पुनर्वास इंटरनेशनल के विश्व सम्मेलन में भाषण दिया। उन्होंने कहा कि वे पुनर्वास इंटरनेशनल के उद्देश्य व नीति-नियम के अनुसार विकलांगों की जीवन स्थिति में सुधार करने और ज्यादा से ज्यादा विकलांगों को पुनर्वास, शिक्षा व रोजगार पाने का मौका मिलने में मदद देंगी।
चीनी विकलांग संघ की अध्यक्षा च्यांग हाई दी 27 अक्तूबर को ब्रिटेन के एडिनबर्ग में आयोजित पुनर्वास इंटरनेशनल के विश्व सम्मेलन में औपचारिक रूप से पुनर्वास इंटरनेशनल की नई अध्यक्षा बनीं।
च्यांग हाईदी का जन्म वर्ष 1955 में चीन के शानतोंग प्रांत के चीनान शहर में हुआ। वे हान जाति की हैं, चीन के प्रसिद्ध विकलांग लेखक, दर्शन-शास्त्र की मास्टर, और ब्रिटन के यार्क यूनिवर्सिटी की मानद पीएचडी हैं। वर्ष 1983 की 7 मार्च को चीन की कम्युनिस्ट नौजवान लीग ने एक पुरस्कार समारोह आयोजित करके च्यांग हाईदी को चीनी कम्युनिस्ट नौजवान लीग की श्रेष्ठ सदस्य की उपाधि दी, और सभी नौजवानों को उनसे सीखने का आग्रह भी किया।
वर्ष 1960 में जब च्यांग हाईदी पाँच साल की थी, तब उनकी रीढ़ की हड्डी में हेमानगिओमा बिमारी हो गई, जिससे उन्हें पक्षाघात हो गया। उन्होंने अपने आप से प्राइमरी स्कूल, मीडिल स्कूल व विश्वविद्यालय की शिक्षा ली। साथ ही उन्होंने एक्यूपंक्चर सीखकर स्थानीय लोगों का उपचार भी किया। 23 जुलाई 1982 को च्यांग हाईदी ने वांग च्वोल्यांग के साथ शादी की। वर्ष 1983 में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने च्यांग हाईदी को एक आदर्श मिसाल बनाने का फैसला किया। वे नौवें व दसवें चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन की राष्ट्रीय समिति की सदस्य बनी। वर्ष 2008 के नवंबर में वे चीनी विकलांग संघ के पांचवें अध्यक्ष मंडल की अध्यक्षा बनी। फिर वर्ष 2013 की 19 सितंबर को वे लगातार छठे अध्यक्ष मंडल की अध्यक्षा बनी। वर्ष 2014 की 6 अक्तूबर को वे पुनर्वास इंटरनेशनल की अध्यक्षा बनी। अब वे चीनी विकलांग संघ की वर्तमान अध्यक्षा हैं और वर्ष 2016 के अगस्त में वे रियो पैरालिम्पिक्स में चीनी प्रतिनिधि मंडल की अध्यक्षा भी हैं।
इस बार के 23वें पुनर्वास इंटरनेशनल के विश्व सम्मेलन के समापन समारोह में पद ग्रहण करने के बाद च्यांग हाईदी ने अंग्रेजी में भाषण देते हुए कहा कि दुनिया में एक अरब विकलांग हैं। उन्हें और उनके परिवारों को बड़ा ही दुःख सहना पड़ता है। पुनर्वास इंटरनेशनल का कार्य है विकलांग लोगों के जीवन की स्थिति को सुधारने के लिए उन लोगों को सहायता देना और अधिक लोगों का पुनर्वास करने, शिक्षा पाने और रोज़गार मिलने के लिए शर्त प्रदान करना, ताकि वे लोग गरिमा के साथ जीवन बिता सकें। उन्होंने कहा,पुनर्वास इंटरनेशनल का इतिहास 94 वर्षों का है। बिते लगभग एक शताब्दी के समय में पुनर्वास इंटरनेशनल लगातार विकलांगों के हितों की रक्षा करने के लिये कोशिश करती है, विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी गतिविधि चलाती है, और असंख्य विकलांगों को प्रेम व मदद देती है। इस संगठन के एक सदस्य के रूप में विकलांगों के लिये काम करना मेरे प्रति एक बहुत गौरव की बात है।
च्यांग हाईदी ने कहा कि पुनर्वास इंटरनेशनल की अध्यक्षा बनने का मतलब यह है कि उन्हें नया मिशन और जिम्मेदारी उठानी चाहिए। विकलांग कार्य को अच्छी तरह करने का बड़ा महत्व है। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से और अधिक कोशिश करने, भेदभाव और पूर्वाग्रह को दूर करने, विकलांग महिलाओं और बच्चों के जीवन और विकास पर बड़ा ध्यान देने की अपील की।
साथ ही च्यांग हाईदी ने चीन में विकलांगों से जुड़े कार्यों के विकास का परिचय भी दिया। उन्होंने कहा कि चीनी विकलांग संघ सक्रिय रूप से अंतर्राष्ट्रीय विकलांग संगठनों के साथ आदान-प्रदान व सहयोग करेगा, और एक साथ अंतर्राष्ट्रीय विकलांग कार्यों को आगे बढ़ाएगा। ताकि ज्यादा से ज्यादा विकलांगों को सहायता व लाभ मिल सके। उन्होंने कहा,हाल के 30 वर्षों में चीन के विकलांग कार्यों में पुनर्वास, शिक्षा, रोजगार, गरीबी उन्मुलन व गैर-बाधाओं वाले निर्माण में बड़ी प्रगति हासिल हुई है। चीन में विकलांगों के अधिकार व लाभ की रक्षा व्यवस्था व इससे जुड़े कानून व नीति-नियम बेहतर हुई। विकलांगों के जीवन की स्थिति स्पष्ट रूप से सुधरी है।
च्यांग हाईदी ने कहा कि आगामी चार वर्षों में पुनर्वास इंटरनेशनल की अध्यक्षा के रुप में वे इस संगठन की वर्ष 2017 से वर्ष 2021 तक रणनीतिक परियोजना के आधार पर पुनर्वास इंटरनेशनल के कार्यों को संयुक्त राष्ट्र संघ के वर्ष 2030 अनवरत विकास कार्यक्रम और विकलांगों के अधिकारों व हितों की संधि से घनिष्ठ रूप से जोड़ेंगी, और विकलांगों से संबंधित लक्ष्यों को पूरी करने की कोशिश करेंगी। साथ ही उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से भेदभाव और पूर्वाग्रह को छोड़कर विकलांग महिलाओं व बच्चों के अस्तित्व व विकास पर ध्यान देने की अपील की। उनके अलावा च्यांग हाईदी ने पुनर्वास इंटरनेशनल के पुरस्कार की स्थापना करने का सुझाव पेश किया, ताकि पुनर्वास कार्यों में उल्लेखनीय योगदान देने वालों को पुरस्कार मिल सके।
पुनर्वास इंटरनेशनल के पूर्व अध्यक्ष जान मोनस्बाक्केन ने कहा कि च्यांग हाईदी के पद ग्रहण से भविष्य में पुनर्वास इंटरनेशनल के विकास के लिये सकारात्मक भूमिका अदा करेगा। उन्होंने कहा,यह एक अच्छा मौका है कि एक चीनी व्यक्ति पुनर्वास इंटरनेशनल की अध्यक्षा बनी। वे पुनर्वास इंटरनेशनल को एक नये स्तर पर पहुंचाएंगी। वर्ष 2022 में पुनर्वास इंटरनेशनल की 100वीं वर्षगांठ होगी। उसी समय पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक का आयोजन होगा। मुझे विश्वास है कि नयी अध्यक्षा के नेतृत्व में पुनर्वास इंटरनेशनल को ज़रूर ज्यादा सफलताएं मिल सकेंगी।
गौरतलब है कि पुनर्वास इंटरनेशनल वर्ष 1922 में अमेरिका में स्थापित हुई। वह लंबे समय से विकलांगों के पुनर्वास व कल्याण को मजबूत करने की कोशिश करती है। इस संगठन के सदस्य सौ से अधिक देशों व क्षेत्रों में स्थित हैं। 25 से 27 अक्तूबर तक चार वर्ष में एक बार पुनर्वास इंटरनेशनल का विश्व सम्मेलन एडिनबर्ग में आयोजित हुआ। 60 से अधिक देशों और क्षेत्रों से आए एक हजार से अधिक प्रतिनिधियों ने इसमें भाग लिया।