चीनी मीडिया के अनुसार कजाकस्तान में हाल ही में एक प्रागैतिहासिक युग के पिरामिड का पता चला है। हो सकता है कि वह मिस्र के पिरामिड से भी 1000 साल पुराना हो।
रिपोर्ट के अनुसार कजाकस्तान की एक पुरातात्विक टीम से जुड़े इगोर कुकुशकिन ने कहा कि यह धरोहर प्रागैतिहासिक युग का एक मकबरा है, जो मध्य कजाकस्तान के कारागानदा स्टेट में स्थित है। इस धरोहर का कुछ दिन पहले पता लगा। पुरातात्विक विशेषज्ञ यहां करीब दो महीनों तक काम कर चुके हैं।
कुकुशकिन कारागानदा नेशनल विश्वविद्यालय के पुरातात्विक अनुसंधान संस्था के प्रथम अनुसंधानकर्ता हैं। उन्होंने बताया कि मकबरे का आकार एक पिरामिड की तरह है, जिसका निर्माण ईसापूर्व 14 से ईसापूर्व 12 शताब्दी के बीच हुआ था। यह कजाकस्तान में खोजी गयी इस तरह की पहली धरोहर है। मीडिया द्वारा जारी उपग्रह के चित्रों से पता चलता है कि धरोहर बहुत शानदार है। कुकुशकिन का मानना है कि यह संभवतः उस समय की एक कुलीन मकबरा है। अब उक्त जगह पर सफाई का कार्य पूरा हो चुका है।
कजाकस्तानी न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार कुकुशकिन ने कहा कि इस कब्र को लूटा गया था। अब यहां केवल कांस्य चाकू, तीर, मिट्टी बर्तन और पशुओं की हड्डियां हैं। यह संभवतः किसी एक शहर का एक भाग होगा।
ब्रिटिश दैनिक पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार इससे पहले चीन व मैक्सिको आदि देशों के पुरातात्विक विद्वानों ने भी इसी तरह पिरामिड की धरोहरों का पता लगाया था। लेकिन इस बार कजाकस्तान में सामने आए पिरामिड की धरोहर संभवतः विश्व में प्रथम पिरामिड हो, जो मिस्र के पिरामिड की तुलना में भी करीब 1000 साल पुराना हो।