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    टी टाइम 160915(अनिल और नीलम)
    2016-09-13 14:01:57 cri

    अनिल- टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं, आपका मनोरंजन करने। जी हां, आपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा, 25 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। तो जल्दी से हो जाइए तैयार।

    अनिलः दोस्तो, आजकल दुनिया में तकनीक का बोलबाला है, आए दिन कुछ न कुछ नया देखने या सुनने को मिलता है। अब भारत के आईसीआईसीआई बैंक को ही ले लीजिए। भारत में निजी क्षेत्र के सबसे बड़े इस बैंक ने अपने यहां सॉफ्टवेयर रोबोट की तैनाती की है। बैंक का कहना है कि ये रोबोट सॉफ्टवेयर बैंकिंग से जुड़ी 200 से ज्‍यादा प्रक्रियाओं को निपटाएंगे, जिससे ग्राहकों को मिलने वाली प्रतिक्रिया समय में पहले की तुलना में 60 फीसदी की कमी आएगी।

    बैंक ने एक बयान में कहा कि हम देश के पहले और दुनिया के चुनिंदा बैंकों में से एक हैं, जिसने सॉफ्टवेयर रोबोटिक्स की तैनाती की है, जिससे कई मानवीय कार्य स्वचालित हो जाएंगे।

    आईसीआईसीआई बैंक की प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंदा कोचर ने कहा कि हमने इसके लिए 200 बिजनेस प्रक्रियाओं को रोबोट के हिसाब से रिडिजाइन किया है, ताकि यह स्वचालित तरीके से संपन्न हो सके। उन्‍होंने कहा कि इस वित्त वर्ष के अंत तक सॉफ्टवेयर रोबोट की संख्या दोगुनी करने का निर्णय लिया गया है, जिसके बाद इनकी संख्या 500 से ज्यादा हो जाएगी।

    कोचर ने कहा कि यह पहल भारतीय बैंकिंग उद्योग के नवाचार में एक मील का पत्थर है, क्योंकि हम विदेशी बैंकों के उस चुनिंदा समूह में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने इतने बड़े पैमाने पर अत्याधुनिक रोबोट प्रणाली की तैनाती की हो।

    आईसीआईसीआई बैंक द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि सॉफ्टवेयर रोबोट्स से ग्राहकों के लिए प्रतिक्रिया समय में 60 फीसदी की कमी आएगी तथा 100 फीसदी सटीकता से काम किया जा सकेगा।

    इससे बैंक की उत्पादकता और कार्यकुशलता में बढ़ोतरी होगी। कोचर ने कहा कि हमारा रिटेल कारोबार 25 फीसदी सालाना की दर से बढ़ रहा है। अब हम अपने उसी संसाधन में ज्यादा संख्या में ग्राहकों को सेवाएं दे पाएंगे।

    नीलमः सेल्फी लवर्स को खुश करने के लिए वाट्सएप जल्द ही नया फीचर लाने वाला है।

    इसके जरिए यूजर्स अच्छी सेल्फी लेकर अपने दोस्तों के साथ शेयर कर पाएंगे। लेटेस्ट बीटा वर्शन (2.16.264) एंड्रॉयड मैसेंजर एप पर नया सेल्फी फ्लैश फीचर लॉन्च करने जा रहा है। यह अपडेट पहले स्पैनचैट ला चुका है, जिसे डूडल फीचर के नाम से जाना जाता है। इसमें फोटो के टॉप पर टैब करने के बाद पिक्स के फन क्वोशंट को बढ़ाया जा सकता है। हालांकि डूडलिंग तभी वर्क कर सकता है कि जब यूजर के डिवाइस में वाट्सएप कैमरा इनबिल्ट हो। अभी यह फीचर टैस्टिंग मोड पर चल रहा है। जल्द ही कुछ सप्ताह के भीतर फीचर पब्लिकली रोलआउट हो जाएगा।

    उल्लेखनीय है कि वाट्सअप अन्य सोशल मैसेजिंग एप के बेहतर फेसिलिटी देने के लिए लगातार इसमें बदलाव कर रहा है।

    अनिलः वहीं चीन ने दुनिया का सबसे लंबा और ऊंचा ग्लास पुल तैयार किया था। विजिटर्स इस पर डर-डरकर चलते दिखे। खतरे की आशंका में ब्रिज को बंद भी कर दिया गया। हालांकि, जापान का एशिमा ओहाशी ब्रिज दिखने में इससे भी कहीं ज्यादा खतरनाक है। उतना ही मुश्किल इस पर गाड़ी चलाना भी है। इसे दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ब्रिज माना जाता है।

    - ये ब्रिज नाकाउमी लेक पर बना है, जो मात्सू और साकाइमिनाटो शहरों को आपस में जोड़ता है।

    - ब्रिज को सीधा खड़ा इसलिए बनाया गया है, ताकि लेक में शिप को ब्रिज के नीचे से जाने में दिक्कत न आए।

    - दो लेन में क्रांकीट रोड वाला ये ब्रिज 1.7 किमी लंबा है और इसकी चौड़ाई 11.4 मीटर है। इसका कंस्ट्रक्शन 1997 में शुरु हुआ और 2004 में पूरा हुआ।

    इस पुल के 6.1 फीसदी झुकाव शिमाने प्रांत की तरह और 5.1 फीसदी झुकाव टोटरी प्रांत की तरफ है। अपने अजीबोगरीब डिजाइन के चलते ये पुल रोलरकोस्टर के जैसा नजर आता है। ब्रिज की खासियत देखते हुए देहात्सु मोटर कंपनी ने अपनी टांटो मिनीवैन के एड में इसका जिक्र किया है। एड में इस पुल के जरिए गाड़ी की स्थिरता की जांच की बात कही गई है।

    नीलमः अब बात करते हैं स्वास्थ्य संबंधी जानाकारी की।

    डेंगू और मलेरिया का नाम सुनते ही सबसे पहले प्लेटलेट्स काउन्ट कम होने की चिंता सताने लगती है। प्लेटलेट्स कम होने पर रक्त का थक्का अच्छी तरह से जम नहीं पाता है। ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती वाला काम इनकी संख्या बढ़ाना होता है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा दवाइयों के अलावा भी कुछ फूड्स ऐसे हैं जिनके सेवन से प्लेटलेट्स की मात्रा बढ़ाने में सहायक होते हैं।

    कीवी प्लेटलेट्स काउन्ट बढ़ाने में बहुत मदद करता है। सबसे अच्छी बात यह है कि अब ये सब जगह पाया जाता है। उपचार के दौरान दिन में कम से कम दो कीवी खाने से लाभ मिलता है। वहीं पपीते के पत्ते में काइमोपेपाइन और पेपाइन नामक एन्जाइम होता है, जो विशेषकर डेंगू के दौरान।

    जबकि दूध और दूध से बनी चीजें कैल्सियम का स्रोत होते हैं, जो उपचार के दौरान प्लेटलेट्स काउन्ट बढ़ाने में बहुत सहायता करते हैं। वहीं अंडे की सफेदी प्लेटलेट काउन्ट बढ़ाने का सबसे आसान तरीका होता है। इसमें एल्बूमीन नाम का प्रोटीन होता है, जो ब्लड प्लाज़मा में पाया जाता है।

    अनिलः बीमार होने पर आमतौर पर मरीज को दवाइयों के साथ-साथ फलों का जूस पीने की सलाह दी जाती है। अधिकतर लोग इसे फोलो भी करते हैं, लेकिन वे दवाइयां खाते समय इस बात का जरा भी ध्यान नहीं रखते हैं कि उसे खाने का सही तरीका और टाइम क्या है।

    आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि अगर आप नाश्ते के दौरान मेडिसिन लेते हैं और उस दौरान फ्रूट जूस भी पी रहे हैं तो इससे दवा का रिएक्शन भी हो सकता है। कई शोधों में इस बात की पुष्टि हुई है। इसमें दावा किया गया है कि दवाइयों के साथ अगर आप कुछ ख़ास फलों के जूस पी रहे हैं तो इससे वे दवाइयां बेअसर हो सकती हैं।

    अगर आप खून को पतला करने वाली दवाइयां खा रहे हैं तो ऐसे में आपको पाइन एप्पल का जूस नहीं पीना चाहिये। पाइनएप्पल में ब्रोमेलिन नामक यौगिक पाया जाता है जो ब्लड क्लॉटिंग वाली दवाइयों के असर को कम कर देता है।

    अगर आप हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों से पीड़ित हैं और इन बीमारियों से बचाव करने वाली दवाइयां खा रहे हैं तो सुबह नाश्ते में या दवा खाने के तुरंत बाद चकोतरा का जूस न पियें।

    हाल ही किये कुछ शोधों के अनुसार, सेब का जूस भी वार्फरिन जैसी दवाइयों के असर को कम कर देते हैं। ऐसे मरीज जिनकी कीमोथेरेपी चल रही हो या जो एटेनोलोल जैसी दवाइयां का सेवन कर रहे हों, उन्हें सेब का जूस नहीं पीना चाहिए।

    नीलमः अब बात करते हैं फ़िल्मों की।

    बॉलीवुड की फिल्में अब 200, 300 करोड़ रुपये कमा रही हैं। 2016 खत्म होने में ज्यादा समय नहीं है और इस साल सुल्तान के बाद सर्वाधिक कमाई वाली फिल्म हॉलीवुड की 'द जंगल बुक' है। सवाल यह कि आने वाले दिनों में क्या कोई फिल्म नन्हें मोगली के 190 करोड़ के करिश्मे से आगे निकल पाएगी? आइए नजर डालते हैं। सुल्तान का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन भारत में 300 करोड़ रुपये और अन्य देशों से हुई कमाई जोड़ें तो आंकड़ा 420 करोड़ रुपये है।

    भारत में कमाई के मामले में सुल्तान 2016 में सबसे आगे है जबकि दूसरी सबसे कामयाब फिल्म है हॉलीवुड की 'द जंगल बुक' जिसने देश में कुल 190 करोड़ रुपये से अधिक कमाए। यह हॉलीवुड की कड़ी चुनौती की बड़ी नजीर है। तीन दिनों के बिजनेस वाले दौर में 'द जंगल बुक' सिनेमाघरों में 100 दिनों से ज्यादा टिकी। यूं तो अक्षय कुमार की एयरलिफ्ट और रुस्तम हिट रहीं लेकिन इनका कलेक्शन मोगली की कहानी से कम है। ऋतिक रोशन ने मोहेंजो दारो में बेहद निराश किया।

    शुक्रवार को रिलीज हो रही 'पिंक' और 'राज रीबूट' से लेकर आखिर में 23 दिसंबर को आ रही 'दंगल' तक करीब दर्जन भर ऐसी फिल्में हैं जिनके लिए दर्शक उत्सुक होंगे। इन सब से मोटी कमाई की उम्मीद तो नहीं हो सकती लेकिन फिर भी पांच फिल्में ऐसी हैं जिनके सामने 190 करोड़ कलेक्शन की चुनौती रहेगी।

    अनिलः दोस्तो जानकारी देने का सिलसिला यही संपन्न होता है।

    अब वक्त हो गया है, श्रोताओं की टिप्पणी शामिल करने का।

    पहला पत्र आया है, केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल का।

    उन्होंने लिखा है, आज शुरुआत ही में विश्व भूगोल कांग्रेस के कार्य के बारे में दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राध्यापक आर.बी.सिंह से बातचीत सुनवाया जाना काफी महत्वपूर्ण लगा। बातचीत सुनते हुये डेमोग्राफ़िक्स डिविडेंस, मौसम की भविष्यवाणी करने में एयरलाइंस भी निभा सकती हैं, महत्वपूर्ण भूमिका आदि बातें भी जानने का मौक़ा मिला। भारत जैसे देश में क्यों खरी नहीं उतरती मौसम की भविष्यवाणियाँ तथा जलवायु परिवर्तन कितना बड़ा मुद्दा है, आदि बातों के अलावा वनीकरण और जल-संरक्षण की आवश्यकता पर भी महती जानकारी हासिल हुई। जानकारियों के क्रम में इंग्लैण्ड की बैरियल रोमेन का नौ साल से गर्भवती न होने के बावज़ूद गर्भवती दिखना, जानकारी आश्चर्यजनक लगी। निश्चित तौर पर ऐसी बीमारी चिकित्सा विज्ञान के लिये भी एक चुनौती कही जायेगी। जोधपुर स्थित मॅकडोनल्ड के एक फास्टफ़ूड आउटलेट में इस्तेमाल किये जाने वाले पाम-ऑयल का जांच में फेल होना, इस बात का परिचायक है कि ये बड़े ब्राण्ड भारत में लोगों के स्वास्थ्य के साथ किस कदर खिलवाड़ कर रहे हैं, और अब इन पर नकेल कसने की कितनी सख़्त ज़रुरत है। धन्यवाद अच्छी प्रस्तुति के लिए।

    नीलमः अगला पत्र भेजा है, जमशेदपुर झारखंड से एस.बी.एस. रेडियो लिस्नर्स क्लब के एस.बी.शर्मा ने। लिखा है आज के प्रोग्राम में अनि पांडेय जी द्वारा दिल्ली के प्रोफेसर आर बी सिंह से बातचीत सुनवायी गयी। वह विश्व भूगोल सम्मलेन में भाग लेने चीन गए थे इस बातचीत से भूगोल सम्मेलन की गतिविधियों और उसके कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त हुई। प्रोफेसर सिंह ने माना कि भारत की मौसम भविष्यवाणी अभी भी सटीक नहीं होती है इसमें सुधार की गुंजाइश है और वैज्ञानिक इसमें निरंतर सुधार कर रहे हैं। भारत एक कृषि प्रधान देश है यदि भारतीय मौसम विभाग मौसम का पूर्वानुमान ठीक से लगाएंगे तो किसानों को बहुत फायदा होगा। धन्यवाद शानदार प्रोग्राम पेश करने के लिए।

    अनिलः लीजिए अब पेश है- अंतिम पत्र, जो है, पश्चिम बंगाल से रविशंकर बसु का। उन्होंने लिखा है, आज के प्रोग्राम में अंतर्राष्ट्रीय भूगोल कांग्रेस के उपाध्यक्ष फेसर आर.बी. सिंह के साथ जलवायु परिवर्तन को लेकर चर्चा अच्छी लगी। सिंह पेइचिंग में आयोजित पांच दिवसीय 33वीं अंतरराष्ट्रीय ज्योग्राफिक कांग्रेस में हिस्सा लेने के लिए पेइचिंग गए थे । यह सच है कि जलवायु परिवर्तन, खाद्य सुरक्षा और शहरीकरण और नदियों में बढ़ते प्रदूषण आज के समय में दुनिया के लिए गंभीर समस्याएं हैं। इस कांग्रेस में विश्व भर के वैज्ञानिक और भूगोलवेत्ताओं ने अपने-अपने देशों में समाज, संस्कृति व बदलते वातावरण पर विचार रखे। प्रोफेसर आर.बी.सिंह ने कहा, हमें नई तकनीक के इस्तेमाल पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

    नीलमः वहीं मौसम की भविष्यवाणी और आपदा प्रबंधन को भी उन्नत बनाना होगा, ताकि लोगों को समय पर सूचना मिल सके और जान-माल का कम से कम नुकसान हो।

    वहीं आपने बताया कि इंग्‍लैंड के बेरियल रोमेन नाम की एक महिला पिछले 9 सालों से प्रेग्‍नेंट दिखती तो है पर वो गर्भवती नहीं है। जबकि मैकडोनाल्ड का बर्गर, फ्रैंच फ्राइज आदि फास्ट फूड से स्वास्थ्य को कितना नुकसान हो सकता है, यह आपके माध्यम से जाना। धन्यवाद।

    अनिलः इसी के साथ श्रोताओं की टिप्पणी यही संपन्न होती है। शुक्रिया।

    अब बारी है हंसगुल्लों की।

    पहला जोक-- पिताजी - संजय क्यों रो रहा हैं संजय - गुरूजी ने मारा पिता - तूने क्लॉस में गडबड की होगी संजय -नहीं मै तो क्लॉस में चुपचाप सो रहा था

    दूसरा जोक-

    संता: जल्दी जूस बना दे, लड़ाई होने वाली है। संता एक ग्लास पीने के बाद, "जल्दी एक और दे लड़ाई होने वाली है"। जूस वाला: कब होगी लड़ाई? संता: जब तू पैसे मांगेगा।

    तीसरा और अंतिम जोक-

    संताः एक खेत को 6 मजदूर दो दिन में जोतते हैं। तीन मजदूर कितने दिन में जोतेंगे? बंताः तुम पागल हो क्या, जुते हुए खेत को फिर क्यों जोते?

    जोक्स यहीं संपन्न होते हैं।

    दोस्तो, आपको आज का प्रोग्राम कैसा लगा। हमें जरूर बताइएगा। हमें आपके सुझावों और टिप्पणी का इंतजार रहेगा। हमारा ईमेल है.. hindi@cri.com.cn, हमारी वेबसाइट का पता है...hindi.cri.cn.......

    अनिलः टी टाइम में आज के लिए इतना ही, अगले हफ्ते फिर मिलेंगे चाय के वक्त, तब तक के लिए नमस्ते, बाय-बाय, शब्बा खैर, चाय च्यान।

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