11वां जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन 4 से 5 सितंबर तक चीन के हांगचाओ शहर में किया जाएगा । सुरक्षा की चुनौतियों का सामना करने के लिए चीन ने अनेक कड़े कदम उठाये हैं ।
चीन के सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि जी-20 शिखर सम्मेलन की गारंटी के लिए गंभीर चुनौतियों से निपटना होगा । क्योंकि आतंकवाद की धमकी के साथ-साथ स्वास्थ्य और महामारी की रोकथाम जैसी वैश्विक चुनौतियां भी मौजूद हैं । चीनी शांघाई शहर स्थित फ़डैन विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर जू च्ये चिन ने कहा,"सारी दुनिया की स्थितियों की दृष्टि से आतंकवाद का खतरा गंभीर है। किसी देश में ऐसे शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाए , तो समान चुनौतियों का सामना किया जाना पड़ेगा । साथ ही हमें महामारी की रोकथाम पर भी ध्यान देना चाहिये । जैसे रियो ओलंपिक में ज़िका वायरस का प्रसार भी काफी चिन्ताजनक रहा था ।"
चीनी आधुनिक अंतरराष्ट्रीय संबंध प्रतिष्ठान के आतंकवाद विरोधी केंद्र के प्रधान ली वेई का मानना है कि जी-20 शिखर सम्मेलन जैसे महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय गतिविधि के आयोजन में एक सामान्य सिद्धांत है यानी बिना शर्त सुरक्षा की गारंटी सुनिश्चित की जाए । उन्होंने कहा कि घटना घटित होने से पहले ही इसकी रोकथाम की जानी चाहिये, खतरा सामने आने के बाद ही उपाय उठाना गलत रहता है ।
उन्हों ने कहा,"आतंकवाद प्रहार के रूप हमेशा बदल रहे हैं और आतंकवादियों का माध्यम अकल्पनीय है । चीन अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद का मुख्य निशाना नहीं है, पर शिखर सम्मेलन में शरीक होने वाले देशों में इनके प्रहार का लक्ष्य ही है । जी-20 शिखर सम्मेलन की सफलता की पूर्वशर्त सुरक्षा की गारंटी ही है । अगर सुरक्षा के संदर्भ में कुछ सवाल हो, तो इसका फलस्वरूप अस्वीकार्य और असहनीय है।"
हांगचाओ शहर का अंतर्राष्ट्रीयकरण स्तर उन्नत है और अब पूरे शहर ने शिखर सम्मेलन के आयोजन के लिए कमर कस ली है । शिखर सम्मेलन के लिए सुरक्षा का इंतजाम चाक-चौबंद है । शहर के होटल, नेटवर्क, कूरियर आदि सभी पहलुओं पर स्क्रीनिंग के उपायों को और सख्त बनाया गया है । शहर के अंदर में कुल 172 चौकियों की स्थापना की गयी है और सुरक्षा की जांच में सभी समुदायों और आम लोगों को भी गठित किया गया है ।
यह स्वाभाविक है कि सख्त सुरक्षा कदमों से आम लोगों के जीवन पर असर पड़ रहा है । सुरक्षा की गारंटी के लिए हवाई अड्डे या मेट्रो स्टेशन पर लोगों के आइडी कार्ड की जांच की जा रही है और कुछ सड़कों पर ट्रैफिक कंट्रोल भी किये जा रहे हैं । लेकिन इन सभी कदमों के प्रति हांगचाओ शहर के नागरिकों की तरफ से समझ और समर्थन प्राप्त हो रहा है ।
चीनी इंटरनेशनल स्टडीज फाउंडेशन के सामरिक अध्ययन केंद्र के प्रधान वांग यू शेंन ने कहा कि नागरिकों का समर्थन जी-20 शिखर सम्मेलन को सफल बनाने का आधार है । उन्होंने कहा,"मुझे विश्वास है कि चीन में लोग समझदार है । हांगचाओ के सभी निवासी जी-20 शिखर सम्मेलन की सफलता के लिए अपना योगदान प्रस्तुत करने को तैयार हैं ।"
विशेषज्ञों का मानना है कि जी-20 शिखर सम्मेलन के आयोजन से नागरिकों को कुछ असुविधा तो हो रही है, पर इस शहर के सेवा उपकरणों में सुधार किया जाएगा । वह सरकार के सेवा प्रबंध के सुधार के लिए भी अच्छा मौका साबित होगा ।
( हूमिन )