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    अंतर्वस्त्रों की बेफिक्री और बवाल (पहला भाग)
    2016-08-11 16:38:01 cri

    इस बार हम पूजा नागर द्वारा लिखी गयी एक रिपोर्ट साझा करना चाहते हैं।

    कहते हैं कि दुनिया चलती रहे इसलिए परम शक्ति ने स्त्री और पुरुष को बनाया। इस स्त्री और पुरुष ने अपनी ज़िंदगी सुकून से चलाते रहने के लिए कुछ मूलभूत आवश्यकताएं तय की, जिनमें रोटी, कपड़ा और मकान सबसे ऊपर रखे, सदियों से ये मूलभूत आवश्यकताएं ही मानी भी जाती रही हैं। कपड़ा, जो कि मूलभूत आवश्यकताओं में से ही एक है, इसका निर्माण स्त्री-पुरुष ने अपनी सहूलियत के हिसाब से शरीर को ढकने के लिए किया। लेकिन शायद जब इसका निर्माण पहली बार किया होगा, तो किसी ने नहीं सोचा होगा कि कभी इस कपड़े पर भी इतना बवाल होगा या ये कभी बड़े-बड़े वाद विवाद का अहम हिस्सा बनेगा।

    लेकिन आज इस कपड़े को ही लेकर इतना बड़ा व्यवसाय है, व्यापार है, विविधताएँ हैं, साथ ही इतना विवाद है, राजनीति है और अक्सर ये बवाल का रूप भी लेने लगा है। अंतर्वस्त्रों कि बेफिक्री को लेकर कैसे बवाल बनने लगता है इसका एकदम ताज़ा उदाहरण है जाने-माने अभिनेता शाहरुख खान की बेटी सुहाना की बिकनी में बीच पर खींची गयी तस्वीरों की गहमागहमी। साथ ही एमटीवी इंडिया के शो"गर्ल्स ऑन टॉप"की मुख्य अभिनेत्री सलोनी चोपड़ा का"फ्री द ब्रा"टैग के साथ इन्स्टाग्राम पोस्ट।

    पहले हम बात करते हैं शाहरुख खान कि बेटी सुहाना की बिकनी तस्वीरों के वायरल होने की। हुआ कुछ यूँ कि कुछ महीनों पहले ही शाहरुख खान की बेटी सुहाना ने सोशल मीडिया में अपनी वह तस्वीर पोस्ट की, जिसमें उन्होंने बिकनी पहनी हुई है और उनके छोटे भाई अबराम भी उसमें बच्चों का ब्लूमर पहने नज़र आ रहे हैं। बात केवल इतनी और इतनी ही थी। लेकिन इस पर बतंगड़ और बवाल इतना मचा कि आज तक जारी है। समस्या केवल इतनी कि सुहाना इन तस्वीरों में अंतर्वस्त्र, बिकनी पहने हुए नज़र आ रही थी। जिसे प्रेस की स्वतंत्रता के नाम पर मीडिया ने हर हद तक छिछोरेपन और घटियापन किस्म की सुर्खियों का रूप देकर प्रस्तुत किया और देखते ही देखते ये तस्वीरें वायरल होती चली गयीं।

    किसी ने कहा"सुहाना का हॉट अंदाज़"तो किसी ने कहा"सुहाना एकदम हॉट गर्ल है", "सुहाना एकदम हॉट ढंग से बॉलीवुड में कदम रखने वाली है", तो कहीं "सुहाना एकदम हॉट शरीर वाली है"। कुछ ने सुहाना की पुरानी तस्वीरों को भी ताज़ा कर दिया जिसमें वो पार्टी के बाद अपने दोस्तों के साथ आराम फरमा रही है। और देखते ही देखते सुहाना की ये तस्वीरें कुछ ज़्यादा ही वायरल हो गईं। और जैसा कि सुर्खियों में शब्दों का बेढंगापन और बेहूदगी नज़र आ रही थी कुछ वैसा ही उनके पोस्ट पर टिप्पणियों(कमेंट्स) में भी देखने को मिला। लोगों ने हरसंभव तरीके से अपनी घटिया सोच का परिचय दिया, हालांकि कुछ उनके समर्थन में भी नज़र आए।

    ज़ाहिर है ऐसे हालात में किसी के भी माता-पिता का आक्रोश में आना और अपने बच्चों की एवज़ में उतरना। आखिरकार शाहरुख खान को अपनी बेटी सुहाना के लिए हाल ही में बयान देना पड़ा। सुहाना क्योंकि शाहरुख खान की बेटी है इसलिए वो बफरे, ऐसा हम कतई नहीं मानते चूंकि शाहरुख खान की जगह दुनिया में किसी और की बच्ची के पिता भी होते तो उनका भी यह रूप सामने आना ही था। अगर हम अपनी सोच का दायरा थोड़ा विस्तृत करें और खालिस तर्कों पर सोचे तो शायद सुहाना ने जो किया उसमें कुछ भी गलत नहीं था। ज़ाहिर है बीच पर अगर कोई भी जाता है तो वो अपनी सहूलियत के मुताबिक कपड़े पहनता है, जो कि हर इंसान की पसंद और ज़रूरत के हिसाब से होते है। ये सुहाना की पसंद और ज़रूरत है कि उसे बीच पर क्या पहनना है, दुनिया की नहीं। और अगर मीडिया ने इसे गलत ढंग से प्रस्तुत किया तो ये सुहाना नहीं, मीडिया पर सवाल खड़े करता है कि मीडिया दुनिया जहान के असल मुद्दों को छोडकर किसी ने क्या पहना है उस पर ध्यान केन्द्रित कर रही है। वैसे भी भड़काऊ वस्त्र या अंतर्वस्त्र नहीं बल्कि ये सब इंसान के दिमाग की उपज है और उसके लिए किसी और को दोषी न ठहराकर अपने दिमाग को संतुलित करना ज़रूरी है। वरना तो स्त्री या पुरुष दोनों के ही शरीर का कोई भी अंग रक्त और मांसपेशियों से ही मिलकर बना है, ये हमारे ऊपर है कि हम उसे किस रूप में देखते हैं।

    शायद यही सोच रही कि सुहाना के पिता शाहरुख खान ने हाल ही में मीडिया को आड़े हाथों लिया और जमकर आलोचना की। शाहरुख खान ने कहा"जी हां, उसने बिकनी पहनी हुई थी और वह बीच पर थी। वह अपने छोटे भाई के साथ थी। आपने इसे हेडलाइन बनाकर पेश किया कि- शाहरुख की बेटी ने दिखाई अपनी बॉडी। यह कुछ घटिया (चीप) नहीं है क्या? मुझे तो ऐसा ही लगा। मैंने उस वेबसाइट से संपर्क किया और कहा कि आपकी वेबसाइट मेरी बेटी की बिकनी बॉडी से नहीं चलेगी। क्या आप इसे हटा सकते हैं? लोगों ने देखा कि मैं कहां से आया हूँ। मेरी बेटी अभी सिर्फ 16 साल की है और उसके बारे में कुछ वेबसाइट्स द्वारा ऐसी हेडलाइन यूज करना अजीब लगा। हम बहुत लिबरल लोग हैं, ऐसी चीजों से फर्क नहीं पड़ता। लेकिन यह वाकई अजीब है।"

    शाहरुख ने आगे कहा"जब मेरी बेटी की तस्वीरें मीडिया में चल रहीं थी, तब मुझे लग रहा था कि मैं उसे मीडिया से बचा नहीं पा रहा था बल्कि अपने आप से बचा रहा था। यह मेरे स्टारडम की वजह से था कि फोटो पर खबरें बनी। यदि वह शाहरुख की बेटी नहीं होती तो ऐसा कुछ भी नहीं होता। यदि कोई न्यूड भी घूम रहा हो तो खबर नहीं बनेगी।"

    वाकई एक लड़की के बिकनी पहनने पर इतना घमासान होना यही दर्शाता है कि हम आखिरकार क्यूं खुद को आधुनिक होने का तमग़ा देना चाहते हैं, जबकि हमें लड़की के अंतर्वस्त्रों पर भी इतना परहेज है और उसे अपने वस्त्रों की आज़ादी भी मयस्सर नहीं है।

    शायद लड़कियों के मन में घर बनाई हुई टीस को ही सलोनी चोपड़ा जो कि"एमटीवी गर्ल्स ऑन टॉप"की मुख्य अभिनेत्री हैं और मॉडल भी हैं, ने एक आवाज़ देने की कोशिश की है। इन दिनों सलोनी चोपड़ा का नाम सोशल साइट्स मीडिया पर काफी सुर्खियां बटोर रहा है। दरअसल सलोनी चोपड़ा ने जिन मुद्दों को उठाया है वो हर लड़की को कहीं न कहीं छूता है और उसके जीवन से कोई न कोई संबंध जरूर रखता है।

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