हाल में पोलैंड की राजधानी वॉरसा में एक नये चित्र एल्बम "तिब्बती थांगका" का लोकार्पण हुआ । इस समारोह में पोलैंड स्थित चीनी राजदूत शू चैन, पोलैंड के भूतपूर्व संसद अध्यक्ष लूंगीन पास्टूसियाक (Longin Pastusiak) और पोलिश सिविक एसोसिएशन के अध्यक्ष वेइस्लौ क्लीमज़ाक (Wieslaw Klimczak) आदि उपस्थित हुए । पोलिश सिविक एसोसिएशन ने इस समारोह की मेजबानी की ।
समारोह में पोलिश सिविक एसोसिएशन के अध्यक्ष वेइस्लौ क्लीमज़ाक ने चित्र एल्बम "तिब्बती थांगका"के प्रकाशन का परिचय देते हुए कहा,"इस चित्र एल्बम का लोकार्पण वर्ष 2012 के नवम्बर में वॉरसा में आयोजित "चीनी तिब्बती संस्कृति सप्ताह " की पश्चात गतिविधियों का एक भाग है। उसी समारोह में वॉरसा के नागरिकों को सुन्दर सुन्दर तिब्बती गीत-नृत्य और तिब्बत में दृश्यों और जन-जीवन से आधारित थांगका का आनन्द लेने का मौका मिला। दर्शकों और विद्वानों ने प्रदर्शित तिब्बती कला का उच्च मूल्यांकन भी किया।"
पोलैंड स्थित चीनी राजदूत शू चैन ने भाषण देते हुए कहा कि तिब्बती संस्कृति चीन की संस्कृति में अति आकर्षक भाग माना जाता है । तिब्बती संस्कृति में थांगका का अहम स्थान भी प्राप्त है । क्योंकि थांगका एक विशेष चित्र है, थांगका चित्र में तिब्बती समाज के सभी पहलुओं का वर्णन किया जाता है । इसलिए इसे तिब्बती जाति को विश्वकोश और देश का मूल्यवान गैर-भौतिक सांस्कृतिक विरासत भी कहा जाता है । अभी प्रकाशित नये चित्र एल्बम "तिब्बती थांगका"में मुख्य बढ़िया वाले चित्र शामिल किये गये हैं, जो तिब्बती संस्कृति की जानकारी सीखने के लिए मददगार है । राजदूत शू ने कहा कि तिब्बती जनता ने लंबी ऐतिहासिक प्रक्रिया में देश की दूसरी जातियों के साथ शानदार संस्कृति बनाने में भारी योगदान पेश किया है ।
उन्होंने कहा,"आज तिब्बत पहले की गरीबी और पिछड़ेपन से मुक्त हो गया है और सुन्दर भविष्य की ओर आगे बढ़ रहा है । चीन में भी ऐसा मुहावरा है"एक बार देखना सौ बार सुनने से भला",यानी अपनी आंखों से जो देख लिया है, वह सबसे विश्वसनीय है । इसलिए आप लोगों के तिब्बत जाने और अपनी आंखों से सचमुच तिब्बत की जानकारी लेने का स्वागत है ।"
चित्र एल्बम "तिब्बती थांगका"के पोलैंड के प्रकाशक ऊलीकी (Wlodzimierz Ulicki) ने बताया कि उन्हें अपने हाथ से "तिब्बती थांगका"का प्रकाशन कर देने से बहुत खुशी हुई है ।
उन्होंने कहा,"तिब्बत का विशेष भौगोलिक स्थान और मुश्किल प्राकृतिक परिस्थितियों के कारण से हमें तिब्बत और तिब्बती कला के प्रति कम जानकारी प्राप्त है । हमें बहुत खुशी हुई है कि"तिब्बती थांगका"अपने प्रयत्न से प्रकाशित किया गया है । इस तरह हमें पोलैंड के आम लोगों को तिब्बती संस्कृति और तिब्बती कला का परिचय देने का मौका मिल पाया है ।"
समारोह में पोलिश भाषा की वेबसाइट "आकर्षक तिब्बत"की सिफारिश भी की गयी । वर्ष 2013 में स्थापित यह वेबसाइट आम तौर पर पोलैंड के लोगों को तिब्बत के समाज, अर्थव्यवस्था, खान-पान, संस्कृति, धर्म और पर्यटन आदि की जानकारी देता रहता है । समारोह के अंत में सभी अतिथियों ने तिब्बत में प्राकृतिक दृश्य और जन जीवन से आधारित एक फिल्म "तीसरा ध्रुव"देख लिया ।
( हूमिन )