आपका पत्र मिला 20160706
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अनिल:आपका पत्र मिला कार्यक्रम सुनने वाले सभी श्रोताओं को अनिल का नमस्कार।
हैया:सभी श्रोताओं को हैया का भी प्यार भरा नमस्कार।
अनिल:दोस्तो, पहले की तरह आज के कार्यक्रम में हम श्रोताओं के ई-मेल और पत्र पढ़ेंगे। इसके बाद एक श्रोता के साथ हुई बातचीत के मुख्य अंश पेश किए जाएंगे।
चलिए श्रोताओं के पत्र पढ़ने का सिलसिला शुरू करते हैं। पहला पत्र हमें आया है, ओडिसा से हमारे मॉनिटर सुरेश अग्रवाल जी का। उन्होंने लिखा है......
ताज़ा अन्तर्राष्ट्रीय समाचारों के बाद हमने सबके चहेते साप्ताहिक "आपकी पसन्द" का भी पूरा लुत्फ़ उठाया। श्रोताओं की पसन्द पर फ़िल्म -यादों की बारात, बनारसी बाबू, साहेब, गोपीकृष्ण, प्रेमरोग तथा नास्तिक के छह फड़कते हुये गानों के साथ धूर्त अथवा आत्ममुग्ध लोगों पर दी गई विस्तृत जानकारी काफी महत्वपूर्ण लगी। आपने तीन प्रकार के अहंकारी अथवा निर्दयी लोगों का ज़िक्र करते हुये बतलाया कि इन तीनों में 'मैकियावेलियन' किस्म का धूर्त सब से ख़तरनाक होता है और तीनों प्रकार के धूर्त व्यक्ति के लिये 'डार्क-ट्रायड' शब्द का इस्तेमाल किया जाता है। आपने 'स्नेक्स इन द सूट' या सूटेड-बूटेड सांप पर भी रौशनी डाली। इतना ही नहीं, कार्यक्रम में धूर्त लोगों पर सर्वे करने वाले डेनियल स्पर्क के निष्कर्षों का पेश किया जाना भी रुचिकर लगा।
इन तमाम बातों से ऊपर उठ कर मुझे अंजलि जी द्वारा सुनायी गई वह चीनी कहावत काफी सही लगी कि -"यदि बुरे वक़्त में तुम्हें कोई पानी से भरा गिलास देता है, तो तुम उसे पानी से भरा कुआं लौटाओ।" पंकज जी, आपने भी कार्यक्रम के अन्त में एक लाख टके की बात और कही थी कि -नेक बनो धूर्त नहीं, क्यों कि नेकी का फल हमेशा मीठा होता है। धन्यवाद एक विचारोत्तेजक प्रस्तुति के लिये।
हैया:दोस्तो, हाल ही में भारतीय श्रोता दोस्तों के प्रतिनिधि के रूप में New Horizon Radio Listeners Club के मुख्य सदस्यों ने सीआरआई की यात्रा की। इस क्लप का प्रमुख हमारे मॉनिटर रविशंकर बसु है। इस यात्रा में हमारे संवाददाता अनिल ने इस प्रतिनिधि मंडल का साक्षात्कार किया। अब सुनिए भारतीय श्रोता दोस्तों के प्रतिनिधि मंडल के साथ हुई बातचीत।
---- INTERVIEW-----
अनिल:दोस्तो, इसी के साथ आपका पत्र मिला प्रोग्राम यही संपन्न होता है। अगर आपके पास कोई सुझाव या टिप्पणी हो तो हमें जरूर भेजें, हमें आपके खतों का इंतजार रहेगा। इसी उम्मीद के साथ कि अगले हफ्ते इसी दिन इसी वक्त आपसे फिर मुलाकात होगी। तब तक के लिए अनिल और हैया को आज्ञा दीजिए, नमस्कार।
हैया:गुडबाय।
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