चीन की ओर से अन्तरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेना चू युआन का कई वर्ष पुराना सपना है। उन्होंने कहा कि इस बार की प्रतियोगिता पूरी हुई है। भविष्य में अगर मौका मिले, तो वे अवश्य ही भाग लेंगे। क्योंकि यह न सिर्फ़ उनके प्रिय देश और कैरियर के लिए है, बल्कि परिजनों और दोस्तों के समर्थन का आभार भी है।
"मैं अक्सर सोच रहा हूं कि रसोइया होने के नाते किस तरीके से देश के गौरव के लिए प्रतिस्पर्द्धा कर सकता हूं, तो मैं मानता हूं कि मुझे अवश्य ही प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर मिलेगा। सोचते सोचते मौका आ गया। इसलिए मैंने मौके पर नज़र रखकर एशियाई पेस्ट्री कप में भाग लिया। प्रतियोगिता में मैंने बहुत कुछ सीखा और अनुभव लिया। विश्वास है कि जब भविष्य में फिर एक बार प्रतिस्पर्द्धा में शामिल होने जाऊं, तो और अच्छे से कर सकूंगा।"
दसेक वर्षों तक मिठाई बनाने पर अध्ययन और सृजन करने से सफलता की खुशियां मिलने के साथ साथ विफलता से निराशा भी होती है, लेकिन चू युआन कभी नहीं रुके। वे कठिनाइयों को अनुभव के रूप में मानते हैं। उन्होंने कहा कि इस ज़िंदगी में वे हमेशा मिठाई के साथ रहेंगे।