चीन में बच्चों का जन्मोत्तर एक माह संस्कार और एक साल संस्कार विशेष अनोखी प्रथा है। बच्चों के पलने बढ़ने की प्रक्रिया में ये दो संस्कार मील पत्थर जैसा स्मृति का महत्व रखता है।
बच्चे के जन्म के बाद एक माह पूरा होने के दिवस को अहम संस्कार के रूप में मनाया जाता है, इस केलिए आम तौर पर बच्चे का परिवार रिश्तेदारों और मित्रों को घर बुलाकर दावत देता है। परंपरागत प्रथा के अनुसार यह संस्कार मनाने के दिन, घर परिवार सुसज्जित किया जाता है और खुशगवार माहौल तैयार किया जाता है और मदिरा और स्वादिष्ठ व्यंजन की दावत दी जाती है। यद्यपि इधर के सालों में शहरों में, खासकर युवा दंपत्ति में इस संस्कार पर कम ध्यान दिया जा रहा है, तथापि बच्चों का एक माह संस्कार किसी भी परिवार के लिए यादगारी के लिए अवश्य एक बड़ी खुशी का दिन है।
बच्चों का एक साल संस्कार "ज्वाज्वो" के नाम से भी जाना जाता है। "ज्वाज्वो"में से ज्वो का अभिप्राय बच्चे की उम्र पूरा एक साल हो गयी है। इस संस्कार का सब से पुराना उल्लेख आज से करीब 1500 साल पहले उत्तरी छी राजकाल के ग्रंथ में मिलता है। "ज्वाज्वो" संस्कार में बच्चे का एक साल पूरा होने के दिन उसे मध्यान्ह के खाने में दीर्घआयु नुडल खिला जाता है। इस से पूर्व उस के सामने पुस्तक, कलम, कागज, मसिपात्र, गिनतारा, सिक्का, बही-खाता, आभूषण, फूल, रूज, पकवान और खिलौना आदि रखे जाते हैं, बच्ची के लिए खाना बनाने वाले बेलचा व चमची, सिलाई के कैंची और नापक, धागा, कढाई के नमूने भी जोड़े जाते हैं। बड़े लोग बच्चे को उठाकर इन चीजों के सामने बिठा देते हैं और कोई भी संकेत नहीं देने और नहीं दिखाने की स्थिति में बच्चे को खुद चुनने दिया जाता है। बच्चा अपनी मर्जी से जिस चीज को पकड़ता है, उस के आधार पर बच्चे के संभाविक रूचि, भावी करियर और भाग्य का अंदाज किया जाता है।