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    त्वनह्वांग मॉकाओ गुफ़ा
    2016-07-11 14:44:41 cri
     

    त्वनह्वांग मॉकाओ गुफा चीन के कानसू प्रांत के त्वनह्वांग शहर के दक्षिण पूर्वी भाग में स्थित है, जिन की खुदाई पूर्व छिन राज्य काल में शुरू हुई थी। थांग राजवंश तक गुफ़ाओं की संख्या 1000 से ज़्यादा तक पहुंची थी। उन की खुदाई व मरम्मत छिंग राजवंश तक लगातार 1000 से ज़्यादा वर्षों में जारी रही। अब तक 492 गुफ़ाएं सुरक्षित रही हैं, जिन में विभिन्न राजवंशों में निर्मित 2400 से ज़्यादा रंगीन मुर्तियां एवं 50000 से ज़्यादा वर्गमीटर वाले भित्ति चित्र बरकरार रहे हैं। यदि हम इन सब को एक दूसरे के साथ लम्बाई में जोड़े, तो 25 किलोमीटर लम्बी एक शानदार गैलरी बन सकेगी। त्वनह्वांग गुफाओं में सभी बुद्ध मुर्तियां रंगीन मिट्टी से बनायी गयी हैं, जो एकल व सामूहिक दो रूपों में बंटी हुई हैं। वे भिन्न भिन्न मुद्राओं में बेहद सजीव दिखती हैं। सब से ऊंची मूर्ति 33 मीटर है, जबकि सब से छोटी मूर्ति केवल 0.1 मीटर ऊंची है। त्वनह्वांग मॉकाओ गुफ़ा विश्व में ऐसा गुफ़ा समूह है, जिस में सब से ज़्यादा भित्ति चित्र उपलब्ध हैं। त्वनह्वांग भित्ति चित्र त्वनह्वांग कला का प्रमुख भाग है, जो पैमाने पर बहुत बड़ा है और विषय में प्रचुर है। त्वनह्वांग भित्ति चित्रों में चार किस्मों के चित्र प्रमुख हैं, यानी बुद्ध तस्वीर, बौध सूत्रों के मुख्य विषयों पर खींचे चित्र, जातीय परम्परागत पौराणिक चित्र एवं दान भक्तों के चित्र हैं। बुद्ध तस्वीर भित्ति चित्रों के प्रमुख विषय है, जिस में नाना प्रकार के बुद्ध व बोधिसत्व के चित्र शामिल हैं। त्वनह्वांग गुफ़ा के भित्ति चित्रों में आकाश में नाचती उड़ती मुद्रा में छरहरा, रूप-लावण्य अप्सराएं अविस्मरणीय हैं।

    त्वनह्वांग मॉकाओ गुफ़ा की कुल 492 गुफ़ाओं में लगभग हरेक में अप्सरा के चित्र मिलते हैं। प्रारंभिक कालीन चित्रों में चित्रित अप्सरा कद में छोटी व मोटी थी और मुंह व कान बड़ी थी, जो स्पष्ट रूप से भारत व पश्चिमी क्षेत्र की अप्सराओं से प्रभावित हुई थी। लेकिन, थांग राजवंश में त्वनह्वांग की अप्सरा की छवि में बदलाव आया। उस के न कोई पंख थे, न ही डैना था, अप्सरा के शरीर पर कपड़े लहरेदार और रंगीन फीते हवा में उड़ते से दिखते थे। त्वनह्वांग के भित्ति चित्र में रंग सज्जा चटक और भव्य होता है, अतिरंजित किन्तु अशिष्ट नहीं है। हरित पत्थर के साथ, नीलम एवं सिन्दूर आदि खनिज रंग मुख्य रंग के रूप में इस्तेमाल किये जाते थे। चूंकि खनिज रंग टिकाऊ होता है, इसलिए, हज़ार सालों के बाद भी रंग पूर्व की भांति चमकीला और स्पष्ट बना रहता है। त्वनह्वांग मॉकाओ गुफ़ा वर्तमान दुनिया में अच्छी तरह संरक्षित सब से बड़े पैमाने वाला बौद्ध धर्म का कला खज़ाना है। उसे युनेस्को द्वारा विश्व विरासत सूची में शामिल किया गया है। 2000 में, त्वनह्वांग गुफ़ा के भित्ति चित्रों के आधार पर रचित बड़ा नृत्य नाटक महा परिकल्पना में त्वनह्वांग चीन के पेइचिंग में दिखाया गया था।

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