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    संडे की मस्ती 2016-07-10
    2016-07-10 17:57:46 cri

    अखिल- हैलो दोस्तों...नमस्कार...नीहाओ...। आपका स्वागत है हमारे इस चटपटे और laughter से भरे कार्यक्रम सण्डे की मस्ती में। मैं हूं आपका दोस्त और होस्ट अखिल पाराशर

    सपना- और मैं हूं आपकी दोस्त सपना

    (Music)

    अखिल- दोस्तों, हर बार की तरह आज के इस कार्यक्रम में होंगे दुनिया के कुछ अजब-गजब किस्से और करेंगे बातें हैरतंगेज़ कारनामों की.... इसी के साथ ही हम लेकर आये हैं मनोरंजन और मस्ती की सुपर डबल डोज, जिसमें होंगे चटपटे चुटकुले, ढेर सारी मस्ती, कहानी और खूब सारा फन और चलता रहेगा सिलसिला बॉलीवुड और चाइनिज गानों का भी।

    (Music)

    अखिल- चलिए दोस्तों, प्रोग्राम शुरू करने से पहले, हम सुनते हैं यह चीनी गीत।

    सपना- इस चीनी गीत का नाम है《प्रेम का कबीला》, गायक है कनगा।

    (चीनी गीत का मज़ा)

    अखिल- वैल्कम बैक दोस्तों, आप सुन रहे हैं संडे के दिन, मस्ती भरा कार्यक्रम संडे की मस्ती Only on China Radio International

    (Music)

    अखिल- चलिए दोस्तों... आज हम आपको ले चलते हैं हमारे संडे स्पेशल की तरफ, जहां आज सपना जी पेश करेंगे एक खास रिपोर्ट।

    (सपना जी की रिपोर्ट)

    चीनी उपकरण कंपनी ने पाकिस्तानी जनता के जीवन को रोशन किया

    चीन की घरेलू उपकरण निर्माता कंपनी हायर कई कारणों से पाकिस्तानी जनता के जीवन को रोशन कर रही है।

    लाहौर के उपनगरीय इलाके में चीनी रेफ्रिजरेटर फैक्ट्री में काम करने वाले पाकिस्तानी कारीगर शहजाद का कहना है, "मैंने चीनी तकनीशियनों के साथ काफी कुछ सीखा है और मेरी मौजूदा सैलरी आठ सदस्यीय परिवार का पेट पालने के लिए काफी है।"

    यह फैक्ट्री चीन की घरेलू उपकरण निर्माता हायर की है, जो कि पाकिस्तान की रूबा कंपनी के साथ गठजोड़ है।

    शहजाद ने कहा, "इस वर्कशॉप में सैकड़ो पाकिस्तानी कारीगर काम करते हैं, और केवल 40 ही सभी उत्पादन लाइनों पर काम कर सकते हैं, उनमें से एक मैं भी हूं।"

    शहजाद जिस रेफ्रिजरेटर फैक्ट्री में काम करता है वहां के रेफ्रिजरेटर खासतौर पर पाकिस्तानी मार्किट के लिए बनाये जाते हैं। इस तरह हायर को सबसे बड़ा विदेशी घरेलू उपकरण प्रदाता बनने में मदद करता है। हायर को पाकिस्तान में प्रवेश किये हुए 15 साल हो चुके हैं।

    पाकिस्तान में गर्मियों में पारा 50 के पार पहुंच जाता है, जिसकी वजह से कोल्ड ड्रिंक्स और बर्फ की भारी मांग बढ़ जाती है। इसलिए हायर ने हाई-पावर के रेफ्रिजरेटर और फ्रिज बनाये हैं, जिसकी वजह से स्थानीय उपभोक्ताओं के बीच काफी लोकप्रिय हो गया है। हायर पाकिस्तान में दूसरा सबसे बड़ा बाजार हिस्सेदारी रखता है।

    दूसरा उदाहरण है हायर की वाशिंग मशीन का। जैसा कि पाकिस्तानी लोगों को ज्यादा कंबल का इस्तेमाल करना और पारंपरिक सलवार कमीज ड्रैस पहने की आदत है, जो कि गृहिणियों के लिए एक बार में कपड़े धोने के लिए बहुत कपड़े हो जाते हैं। हायर ने अपनी वाशिंग मशीन में कपड़े धोने की क्षमता को बढ़ाया है। इसके अलावा, हायर की वाशिंग मशीन में "रीस्टार्ट" यानि फिर से शुरू करना का फंक्शन दिया है, अर्थात् जब बिजली जाने के बाद वापिस आएगी तब मशीन वहीं से काम करना शुरू करेगी जहां बंद हुई थी।

    रेफ्रिजरेटर और वाशिंग मशीन के अलावा, एसी, टीवी, माइक्रोवेब ओवन आदि हायर के उत्पाद हैं। ये सभी स्थानीय लोगों के बीच खासा लोकप्रिय हैं और पाकिस्तान की घरेलू उपकरणों की मार्किट का 32 प्रतिशत हिस्से पर कब्जा है।

    पाकिस्तानी उपभोक्ताओं के नज़र में, हायर ग्रुप न केवल बिजली उपकरणों का उच्च गुणवत्ता वाला प्रदाता है, बल्कि चीन और पाकिस्तान के बीच मैत्री में योगदान देने वाला योगदानकर्ता भी है।

    हायर ने साल 2010 में पाकिस्तान बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए डेढ़ लाख अमेरिकी डॉलर का चंदा दिया था। उसने साल 2005 में भूकंप के बाद बेघरों को खाने की चीज़ें प्रदान कीं और आश्रय बनाये। इसके अलावा, यह एक सामाजिक संगठन चलाता है जो पाकिस्तान के अस्पतालों में मानवीय सहायता प्रदान करता है।

    पाकिस्तान की रूबा कंपनी के सीईओ जावेद अफरीदी का कहना है कि हायर के अलावा, उनकी कंपनी ने 11 चीनी वित्त पोषित कंपनियों के साथ सहयोग समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। चाइना-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) एक सोने की खान है।

    सीपीईसी, चीन के बेल्ट और रोड पहल के तहत एक प्रमुख पायलट प्रोजेक्ट है, जो वर्तमान स्तर पर ऊर्जा, परिवहन, ग्वादर पोर्ट और औद्योगिक सहयोग को रेखांकित करता है।

    (Music)

    अखिल- दोस्तों, यह था हमारा संडे स्पेशल। चलिए... अभी हम चलते हैं अजीबोगरीब और चटपटी बातों की तरफ।

    (Music)

    अखिल- चलिए.. मैं आपको बताता हूं कि करवाई जबड़े की सर्जरी और ब्रिटिश एक्सेंट में बोलने लगी अमेरिकन महिला

    दोस्तों, कहते हैं कि व्यक्ति सब कुछ बदल सकता है, लेकिन अपनी क्षेत्रीयता और मातृभाषा (जिसका इस्तेमाल वो संवाद स्थापित करने के लिए करता है) को नहीं बदल पाता। मगर कहते हैं न कि अजूबे और करिश्मे इसी धरती पर होते हैं और होते रहते हैं। ऐसी ही कुछ हुआ अमेरिका की रहने वाली एक महिला के साथ, जिसने स्वस्थ्य होने के लिए करवाया तो अपना इलाज था लेकिन इस सर्जरी ने उसके अंदर एक ऐसा परिवर्तन ला दिया जो अब हर किसी को हैरान कर रहा है।

    दरअसल टेक्सॉस की रहने वाली एक महिला ने अपने जबड़े की सर्जरी करवाई थी। लेकिन हैरानी की बात यह है कि सर्जरी के बाद महिला के बोलने के तरीके में अजीब सा परिवर्तन आ गया। अमेरिकन होने के बावजूद वो ब्रिटिश एक्सेंट (लहजे) में बोलने लगी। यह घटना ह्यूस्टन मेथोडिस्ट शुगर लैंड अस्पताल की है जहां महिला के जबड़े की सर्जरी की गई थी।

    वहीं इस बारे में डॉक्टरों का कहना है कि यह बहुत ही रेयर (विचित्र) मामला है कि किसी महिला की सर्जरी के बाद उसका बोलने का लहजा ही बदल जाए। कई डॉक्टरों का कहना है कि यह उनके जीवन में पहला ऐसा मामला है। फ्रेंच न्यूरोलॉजिस्ट पिएर मैरी ने इसके बारे में पहली बार 1907 में बताया था। तब से अब तक सिर्फ 100 मामले ही सामने आए हैं। आमतौर पर यह उन लोगों के साथ होता है जो ब्रेन इंजरी, हैमरेज, मल्टिपल स्किलरोसिस से पीड़ित होते हैं। लेकिन कुछ मामलों में इसकी वजह साइकोलॉजिकल होती है।

    लीसा अलामिया नाम की 33 वर्षीय महिला में साल 2015 में अपने जबड़े की सर्जरी करवाई थी। लेकिन ऑपरेशन के बाद अलामिया का बोलने का तरीका एकदम से बदल गया। वह अमेरिकन के बजाय ब्रिटिश लहजे में बोलने लगी। डॉक्टर्स का कहना था कि सर्जरी के दौरान उसके जबड़े की सूरत काफी बदल गई। इसी कारण ऐसा हो रहा है। लेकिन, जैसे-जैसे वो ठीक होगी, उसका लहजा भी बदल जाएगा। सर्जरी को छह महीने हो गए लेकिन अभी तक अलामिया का एक्सेंट पहले जैसा नहीं हुआ।

    सपना- बताती हूं कि यह दुनिया का सबसे मोटा बच्चा है, वजन जान चौंक जाएंगे आप...

    दोस्तों, मैं आपको इंडोनेशिया में रहने वाले उस बच्चें के बारे में बताने जा रही हूं, जिसकी उम्र महज 10 साल की है लेकिन वजन 192 किलो है। इस बच्चे का नाम आर्य परमाना है और यह दुनिया का सबसे मोटा बच्चा है। अपने बेटे के मोटापे को देखते हुए उसके मां-बाप ने उसे क्रैश डाइट पर रख दिया है। आर्य परमाना इंडोनेशिया के पश्चिमी जावा में चिपुरवासारी गांव का रहने वाला है। आर्य की उम्र महज 10 है और उसका वजन 192 किलो का हो चुका है। आर्य के बढ़ते मोटापे को लेकर उसके माता-पिता बेहद ही चिंतित हैं। आर्य माता-पिता को उसका यह मोटापा बेहद गंभीर बिमारी लगता है।

    आर्य के इस मोटापे की वजह से उसके माता-पिता उसे केवल ब्राउन राइस ही खाने को देते हैं। आपको बता दें कि आर्य दिन में 5 बार खाना खाता है। वह एक बार में एक जवान व्यक्ति के जितना खाना खाता है। आर्य के माता-पिता का कहना है कि वह जन्म के समय सामान्य बच्चों की तरह ही था। जन्म के समय आर्य का वजन 3.2 किलो ग्राम था। लेकिन जन्म के 2 साल के बाद से ही आर्य का वजन बढ़ने लगा। धीरे-धीरे वजन बढ़ने से स्थिति और भी बेकाबू हो चुकी है। अब आर्य का वजन इतना बढ़ चुका है कि मार्केट में उसके नाप के कपड़े भी नहीं मिलते हैं, जिस वजह से उसे चादर लपेटकर ही रहना पड़ता है।

    आर्य की मां का कहना है आर्य का वजन इतना ज्यादा हो गया है कि वह दो कदम चल भी नहीं पाता है। इसी कारण उसे स्कूल भी छोड़ना पड़ा। मोटापे की वजह से उसे हर समय थकान महसूस होती है। वह सिर्फ खाता और सोता है। आर्य के माता-पिता चाहते हैं कि उनका बेटा भी सामान्य बच्चों की तरह स्कूल जाए। आर्य को आस-पास के कई अस्पतालों में दिखाया गया लेतिन उसके मोटापे की वजह का किसी को पता नहीं चल सका।

    अखिल- चलिए, मैं इस होटल के बारे में बताता हूं जहां इंसान नहीं बंदर हैं वेटर, और शिफ्ट में करते हैं काम

    दोस्तों, दुनिया में ऐसे बहुत सारे होटल्स और रेस्टोरेंट हैं जो अपने अलग अंदाज के लिए मशहूर हैं। लगभग हर होटल अपने आप में एक न एक खासियत समेटे होता है। कहीं लोगों को टॉयलेट सीट के आकार के टेबल पर बिठाकर खाना सर्व किया जाता है तो कहीं पर लोग न्यूड होकर खाना खाते और सर्व करते हैं। इतना ही नहीं कुछ जगहों पर तो ऐसे होटल्स हैं जहां पर बैठने की जगह को जेल का बैरकनुमा आकार दिया गया है। कुछ जगहों पर तो रोबोट भी वेटर/वेट्रेस का काम करते हैं, वहीं जापान में एक ऐसा खास रेस्तरां है जहां पर खाना सर्व करने के लिए न तो इंसानों को और न ही रोबोट को भर्ती किया गया है।

    ऐसे में आप सोच रहे होंगे कि फिर भला खाना सर्व कौन करता होगा? तो हम आपको बता दें कि जापान के इस खास होटल में बंदर ही वेटर का काम करते हैं। जी हां आपको यह जानकर हैरानी होगी लेकिन यह सच बात है। जापान में एक ऐसा रेस्टोरेंट है जहां इंसानों की जगह बंदर लोगों को खाना परोसते हैं। यह रेस्टोरेंट टोक्यो में है इसका नाम काबुकी रेस्टोरेंट है। अगर आप यहां जाते हैं तो बंदर आपको आपकी सीट तक लेकर जाते हैं। आपको ड्रिंक और खाना सर्व करते हैं और हाथ पोंछने के लिए तौलिया देने का भी काम करते हैं।

    इन सब चीजों के अलावा हैरान करने वाली बात यह है कि यहां काम करने वाले बंदर वेटर जैसी ड्रेस भी पहनते हैं। आपको बता दें कि जापान के नियमानुसार जानवरों से दो घंटे से ज्यादा काम करवाना प्रतिबंधित है। इसी वजह से इस होटल में बहुत सारे बंदरों को रखा गया है जो शिफ्ट में काम करते हैं।

    इस रेस्टोरेंट में येट चेन और फुकु नाम के बंदर साल 2008 से काम कर रहे हैं। जब भी कोई कस्टमर रेस्टोरेंट में आता है तो एक बंदर उन्हें उसकी सीट तक लेकर जाता है तो दूसरा उसके हाथ पोछंने के लिए टॉवल लाता है। फिर एक बंदर ऑर्डर लेने आता है और दूसरा सर्व करता है।

    अखिल- चलिए दोस्तों, अभी हम सुनते हैं यह हिन्दी गाना... उसके बाद आपके ले चलेंगे हमारे मनोरंजन के दूसरे सेगमेंट की तरफ...

    (हिन्दी गीत का मज़ा)

    अखिल- दोस्तों, आपका एक बार फिर स्वागत है हमारे इस मजेदार कार्यक्रम संडे की मस्ती में... मैं हूं आपका दोस्त एन होस्ट अखिल।

    (Music)

    सपना- चलिए दोस्तों, अभी हम अखिल जी से सुनते हैं एक प्रेरक कहानी। कहानी का शीर्षक है एक हाथ का निशानेबाज

    (Music)

    अखिल- दोस्तों, आज मैं आपको एक ऐसी कहानी सुनाने जा रहा हूं, कि अगर इंसान में दृढ इच्छाशक्ति हो तो वो असम्भव को भी संभव बना देता है।

    दोस्तों, बात 1920s की है। हंगरी आर्मी का एक नौजवान लड़का था जिसकी ज़िन्दगी में बस एक ही मकसद था; उसका मकसद था दुनिया का सबसे अच्छा pistol shooter बनना। अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए वो दिन-रात मेहनत करता, घंटो प्रैक्टिस करता, और इसी का परिणाम था कि वो अपने देश के टॉप पिस्टल शूटर्स में गिना जाने लगा।

    सन 1938 में , 28 साल का होते-होते उसने देश-विदेश की कई shooting championships जीत ली थी और सभी को यकीन हो चला था कि दांये हाथ का ये निशानेबाज 1940 के टोक्यो ओलंपिक्स में गोल्ड मैडल जीत कर ही दम लेगा! लेकिन होनी को तो कुछ और ही मंज़ूर था! एक आर्मी ट्रेनिंग सेशन के दौरान उसके दांये हाथ में मौजूद एक हैण्ड ग्रेनेड फट गया… इस हादसे में उसने अपना दांया हाँथ गंवा दिया और इसके साथ ही उसका ओलंपिक गोल्ड मैडल जीतने का सपना भी चकनाचूर हो गया। वह एक महीने तक हॉस्पिटल में पड़ा रहा और उसके बाद जब बाहर निकला तो उसकी दुनिया बदल चुकी थी…अब उसकी सबसे बड़ी ताकत उसका दांया हाथ उसके साथ नहीं था! कोई आम इंसान होता तो क्या करता? अपने भाग्य को कोसता… लोगों की sympathy लेने की कोशिश करता या लोगों से कटने लगता, शायद अवसाद में चला जाता और अपने ज़िन्दगी के मकसद को भूल जाता।

    लेकिन बचपन से दुनिया का सर्वश्रेष्ठ शूटर बनने का सपना देखने वाला वो लड़का तो किसी और ही मिट्टी का बना था… बाकी लोगों की तरह उसने ये नहीं सोचा कि उसने अपना वो हाथ खो दिया है जिसे दुनिया का सबसे अच्छा शूटिंग हैण्ड बनाने में उसने दिन रात एक कर दिए…बल्कि उसने सोचा कि मेरा एक हाथ बेकार हो गया तो क्या…. अभी भी मेरे पास भगवान् का दिया एक और हाथ है जो पूरी तरह से ठीक है और अब मैं इसी हाथ को दुनिया का सबसे अच्छा शूटिंग हैण्ड बना कर रहूँगा!!! और अपने इसे attitude के साथ वो एक बार फिर शूटिंग प्रैक्टिस में जुट गया और असम्भव को सम्भव बनाने की कोशिश करने लगा।

    लगभग एक साल बाद वो नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में पहुंचा! इतने समय बाद उसे वहां देख बाकी शूटर्स उसकी हिम्मत की दाद देने लगे कि इतना कुछ हो जाने पर भी वो उन्हें encourage करने के लिए आया है। पर जल्द ही वे आश्चर्य में पड़ गए जब उन्ह पता चला कि वो उन्हें encourage करने के लिए नहीं बल्कि उनसे मुकाबला करने के लिए आया है। मुकाबला हुआ और पूरी दुनिया को हैरान करते हुए अदम्य साहस वाले उस सख्श ने अपने बाएँ हाथ से वो मुकाबला जीत लिया।

    एक बार फिर लगने लगा कि वो दुनिया का सर्वश्रेष्ठ शूटर बनने का अपना सपना पूरा कर सकता है और ओलिंपिक में गोल्ड मैडल जीत सकता है। पर दुर्भाग्य तो मानो उसके पीछे पड़ा था… विश्व युद्ध की वजह से 1940 और 1944 के ओलंपिक गेम्स कैंसिल हो गए और सीधे 1948 London Olympics कराने का फैसला लिया गया।

    इस बीच कितने ही नए शूटर्स अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने के लिए खड़े हो गए…कहाँ अपने प्राइम डेज में उसे दाएं हाँथ से मुकाबला करना था और कहाँ इतने सालों बाद अब बाएँ हाँथ से विश्वस्तरीय मुकाबले में भाग लेना था।

    पर उसे इन बातों की फ़िक्र ही कहाँ थी वो तो बस एक ही चीज जानता था। वो थी प्रैक्टिस। वो दिन रात अभ्यास करता रहा और लन्दन ओलंपिक्स में दुनिया के बेहतरीन शूटर्स के बीच मुकाबला करने उतरा। उसके साहस, उसकी हिम्मत और उसके धैर्य का आज इम्तहान था और उसने किसी को निराश नहीं किया। वो उस इम्तहान में पास हो गया और गोल्ड मैडल जीत लिया।

    दोस्तों, उस लड़के का नाम था कैरोली टैकाक्स (Károly Takács) और उसकी ये unbelievable story हर उस सख्स के लिए एक बहुत बड़ा सन्देश है जो जरा सी परेशानी आने पर हार मान लेते हैं, जो अपनी असफलता के पचास कारण गिनाने में आगे रहते हैं पर सफल होने की एक भी वजह नहीं बता पाते!

    दोस्तों, दुनिया में बस एक ही इंसान है जो आपको कामयाब या नाकामयाब बना सकता है और वो इंसान आप खुद हैं। सफलता के संघर्ष में जब भी आपको लगे कि आपके साथ कुछ बुरा हुआ है तो एक बार उस एक हाथ वाले पिस्टल शूटर के बारे में ज़रूर सोचिये और खुद ही decide करिए कि क्या ये अपना एक हाथ खो देने से भी बुरा है… लाइफ में ups and downs को आने से हम नहीं रोक सकते…पर हम अपने साथ बुरा होने पर कैसे react करते हैं, इस चीज को ज़रुर control कर सकते हैं। इसलिए situation चाहे जितनी भी बुरी हो जाए अपना attitude positive बनाये रखिये, अपना ध्यान अपने लक्ष्य पर लगाए रखिये और इस दुनिया को अपनी मंजिल पाकर दिखाइए!

    सपना- तो दोस्तों, ये थी अखिल द्वारा प्रस्तुत प्रेरक कहानी। शीर्षक था"एक हाथ का निशानेबाज"। उम्मीद करते हैं कि आपको जरूर पसंद आयी होगी। चलिए दोस्तों, हर बार की तरह इस बार भी हम आपको नई रिलिज हिन्दी फिल्मों के बारे मे बताएंगे और फिल्म का प्रोमो भी सुनवाएंगे। हम आपको बताते हैं कि इस बार रिलिज हुई है फिल्म 'सुलतान'

    (Music)

    अखिल- दोस्तों, ईद के मौके पर यानि 6 जुलाई को बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान की फिल्म सुल्तान रिलीज हुई है। इस फिल्म में अनुष्का शर्मा भी हैं। इस फिल्म के डायरेक्टर अली अब्बास जफर आपको बता दें कि इस फिल्म में सलमान ने एक पहलवान सुल्तान अली खान के किरदार में नजर आ रहे हैं, जो भारत के लिए पहलवानी में स्वर्ण पदक जीतना चाहता है. लेकिन कुछ कारणों से उसे पहलवानी छोड़नी पड़ती है. कुछ समय बाद वह फिर से इस खेल में लौट आता है, लेकिन तब उसकी उम्र और सेहत उसके लिए रुकावट होती हैं. फिर रणदीप हुड्डा द्वारा निभाया किरदार उन्हें ट्रेनिंग देता है और फिर उनके इस सपने को साकार करने में मदद करता है. आइए.. हम आपको सुलतान का ट्रैलर सुनवाते हैं

    (फिल्म सुलतान का ट्रेलर)

    सपना- दोस्तों, यह था फिल्म वीरप्पन का ट्रेलर, चलिए हंसी-खुशी की डबल डोज देने के लिए हम हर बार की तरह इस बार भी आपके लिए लेकर आए हैं कुछ मजेदार जोक्स, जिन्हें सुनकर आप जरूर हो जाएंगे लोट-पोट... आइए.. सुनते हैं ये कुछ मजेदार जोक्स

    (Music)

    1. एक बार अमेरीका में एक विमान खराब मौसम के चलते गोते खाने लगा। विमान के पायलट ने अपना सारा अनुभव और कौशल्य लगा के पहाड़ों के बीच से बचते बचाते आड़े तिरछे कट मार के विमान को बचा कर एअरपोर्ट पे ले आया। उसका सत्कार किया गया और पुछा गया की ऐसा talent और अनुभव उसने कहा और कैसे प्राप्त किया...??वो बड़ी सहजता से बोला... जी, मैं पहले हरियाणा रोडवेज की बस चलाता था..!

    2. संता ट्रैफिक पुलिस के इंटरव्यू के लिए गया। इंटरव्यूअर: एक आदमी गधे की सवारी करता हुआ रोड से जा रहा है और उसने हेलमेट नहीं पहना है तो क्या आप उसे दण्डित करेंगे? संता: नहीं। इंटरव्यूअर: क्यों? संता: क्योंकि हेलमेट 2 व्हीलर के लिए जरूरी है, 4 व्हीलर के लिए नही।

    3. एक आदमी अस्पताल में आखिरी सांसें गिन रहा था। एक नर्स और उसके परिवार वाले उसके बिस्तर के पास खड़े थे। आदमी अपने बड़े बेटे से बोला: -बेटा, तू मेरे (हूडा सिटी) वाले 15 बंगले ले ले।

    बेटी से बोला: बेटी, तू (रोह्तक सेक्टर 14) के बंगले ले ले।

    छोटे बेटे से बोला: -तू सबसे छोटा है और मुझे सबसे ज्यादा प्यारा भी है, इसलिए तुझे मैं (डी पार्क) की 20 दुकानें देता हूं। आखिर में आदमी अपनी पत्नी से बोला: मेरे बाद तुम्हें पैसों के लिए किसी का मुंह न ताकना पड़े, इसलिए डीएलएफ वाले 12 फ्लैट तुम अपने पास रख लो।

    पास में खड़ी नर्स यह सब सुनकर आदमी की पत्नी से बोली: आप बहुत भाग्यशाली हैं कि आपको इतने अमीर पति मिले, जो इतनी सारी जायदाद देकर जा रहे हैं।

    आदमी की पत्नी: कौन अमीर? कैसी जायदाद? अरे, ये दूधवाले हैं... हम सबको सुबह-सुबह दूध पहुंचाने की जिम्मेदारिया बांट रहे हैं! यह बात सुनकर नर्स आज तक कोमा मे है

    4. वाईफ:- अगर मै माउंट एवरेस्ट पर चढ़ूँ तो आप मुझे क्या दोगे?

    हसबंड:- पगली, इसमें पूछने वाली क्या बात है. "धक्का"दूंगा

    अखिल- आपका बहुत-बहुत धन्यवाद सुरेश अग्रवाल जी, हमें इतना मजेदार जोक्स भेजने के लिए। दोस्तों, आप भी हमारे साथ जोक्स या हंसी-मजाक की बातें शेयर कर सकते हैं। चलिए... अब हम आपसे विदा लेते हैं। अब हमारा जाने का वक्त हो चला है... अगले हफ्ते हम फिर लौटेंगे, इसी समय, इसी दिन अपनी मस्ती की पाठशाला लेकर। आप हमें लेटर लिखकर या ई-मेल के जरिए अपनी प्रतिक्रिया, चुटकुले, हंसी-मजाक, मजेदार शायरी, अजीबोगरीब किस्से या बातें भेज सकते हैं। हमारा पता है hindi@cri.com.cn। अभी के लिए मुझे और सपना को दीजिए इजाजत। गुड बॉय, नमस्ते।

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