पिता और पुत्र के बीच हुई बातचीत: देशप्रेम
2016-06-23 16:08:22 cri
पुत्र:पापा, अध्यापक ने हमें स्वदेश से प्यार करने को कहा। लेकिन देशप्रेम क्या है?और कैसे करूंगा?
पापा:बेटा, क्या तुम अपने परिवार को प्यार करते हो?
पुत्र:जी हां।
पापा:तो क्या तुम अपने घर में कचरा इधर-उधर फेंकते हो?
पुत्र:नहीं।
पापा:इसलिये जब हम रास्ते पर चलते हैं, हाथ में कचरे आराम से नहीं फेंकते, और उसे कूड़ेदान में डालते हैं। यह है देशप्रेम। हम आसपास के पर्यावरण की रक्षा करते हैं, नीति नियम के अनुसार काम करते हैं, यह भी देशप्रेम है। देशप्रेम केवल एक नारा नहीं है, हमें छोटी मोटी बातों पर अपनी अपनी जिम्मेदारी उठानी चाहिये। यह तो सबसे सरल देशप्रेम है।
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