विश्व पूंजी का प्रथम बड़ा गंतव्य देश बना भारत
2016-05-03 14:42:27 cri
ब्रिटिश फाइनेंशियल की रिपोर्ट के अनुसार 2015 में एशिया-प्रशांत क्षेत्र ने विश्व के 45 प्रतिशत हरी परियोजना की पूंजी औकर्षित की है। गत वर्ष विदेशी कंपनियों ने 3883 हरी पूंजी परियोजनाओं को एशिया-प्रशांत क्षेत्र में स्थापित किया, जिसकी कुल राशि 3 खरब 25 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंची है।
साथ ही रिपोर्ट में कहा गया कि चीन ने अनेक वर्षों में पहली बार क्षेत्र के एफडीआई की वृद्धि को पीछे खींचा। आर्थिक वृद्धि में धीमी होने की वजह से चीन की विदेशी पूंजी में 23 प्रतिशत की कटौती आयी, जबकि एफडीआई परियोजनाओं की संख्या में भी 16 प्रतिशत की कमी आयी। भारत 63 अरब अमेरिकी डॉलर की एफडीआई पूंजी के साथ पहले स्थान पर रहा। इतना ही नहीं भारत में एफडीआई की परियोजनाओं की संख्या में भी 8 प्रतिशत की वृद्धि होगी।
रिपोर्ट है कि फिलिपींस और थाईलैंड में भी अलग अलग तौर पर 16 और 7 प्रतिशत की पूंजी वृद्धि हुई है। साथ ही भारत, चीन और इंडोनेशिया में एफडीआई की पूंजी मात्रा कुल पूंजी का करीब आधे तक पहुंचा है।