चीन में एक परिवार दो बच्चे का युग आने के साथ-साथ बाल रोग चिकित्सकों की कमी पर विभिन्न जगतों का खासा ध्यान केंद्रित हुआ है। चीनी राष्ट्रीय स्वास्थ्य व परिवार नियोजन कमेटी द्वारा जारी ताज़ा आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में चीन के हर दो हजार बच्चों पर केवल एक बाल रोग चिकित्सक प्राप्त है। यह संख्या केवल विश्व के मुख्य विकसित देशों में बाल रोग चिकित्सकों की संख्या का आधा है। इस समस्या का समाधान करने के लिये आगे समय में चीन कई कदम उठाएगा।
छन एक दो वर्षीय बच्चे के पिता हैं। कुछ समय पहले एक रात को वे काफी तेज बुखार हो रहे बच्चे को गोद में उठाकर राजधानी बाल रोग अध्ययन संस्थान के आपातकालीन विभाग पहुंचे। लेकिन उसी समय आपातकालीन विभाग की स्थिति देखकर वे हैरान हो गये। उनका नंबर पाँच सौ से अधिक था। आधी रात हो गई फिर भी उन्हें डॉक्टर से मुलाकात नहीं हो पाई। अंत में उन्हें बेटे को लेकर घर वापस लौटना पड़ा। उन्होंने कहा,कुल चार क्लिनिक कमरे खुले हुए थे। लेकिन अस्पताल में बहुत भीड़-भाड़ थी। वेटिंग हॉल माता-पिता व बच्चों से खचाखच भरा हुआ था। हर जगह लोगों की भीड़ थी। काफी शोर-शराबा भी था। बच्चों के चीखने व रोने की आवाजें सुनाई दे रही थी। बच्चों के मां-बाप की मनोदशा भी ठीक नहीं थी। क्लिनिक कमरे भी सुविधाजनक नहीं थे। बस एक बहुत बुरा अनुभव ही रहा।
छन का अनुभव एक सामान्य स्थिति है। चीन के जनरल अस्पताल के बाल रोग विभाग और विशेष बाल अस्पताल में हर साल सर्दी के मौसम में ऐसा दृश्य देखा जा सकता है। रोग से पीड़ित बच्चे रोते-बिलखते हैं, और उनके मा-बाप चिंता के साथ डाक्टर से मिलना का इंतजार करते हैं। इस तरह की स्थिति के पैदा होने का सबसे मुख्य कारण बाल रोग चिकित्सकों का अभाव होना है। चीनी राष्ट्रीय स्वास्थ्य व परिवार नियोजन कमेटी के स्वास्थ्य नीति व स्वास्थ्य प्रबंध ब्यूरो की उप प्रधान च्याओ याह्वेई ने हमें बताया कि चीन में बाल अस्पतालों की कुल संख्या 99 हैं, बाल रोग विभाग सहित स्वास्थ्य संस्थानों की कुल संख्या 30 हजार से अधिक है। लेकिन बाल रोग चिकित्सकों की संख्या में भारी कमी है। उन्होंने कहा कि,हमारे देश में 0 से 14 वर्षों तक के बच्चों की कुल संख्या लगभग 23 करोड़ तक पहुंच गयी है। चिकित्सा संस्थानों में बाल रोग चिकित्सकों की संख्या लगभग 1 लाख 18 हजार हैं। हर हजार बच्चों के लिये केवल 0.53 बाल रोग चिकित्सक सेवा दे सकते हैं। यह संख्या विश्व के मुख्य विकसित देशों से कम है। बाल रोग चिकित्सकों का बड़ा अभाव है।
चीन में हर हजार बच्चों के लिये केवल 0.53 बाल रोग चिकित्सक सेवा दे सकते हैं। लेकिन विकसित देशों में यह संख्या 0.85 से 1.3 तक पहुंच गयी है। यानी चीन में हर दो हजार बच्चों के लिये केवल एक बाल रोग चिकित्सक सेवा देते हैं। यह संख्या विकसित देशों की अपेक्षा केवल आधी ही है।
बाल रोग चिकित्सकों के अभाव से न सिर्फ़ बच्चों के मा-बाप पीड़ित हैं, बल्कि हर रोज़ मेहनत से काम करने वाले बाल रोग चिकित्सक भी इससे पीड़ित हैं। डॉक्टर छन श्याओ एक वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ हैं। वो 30 वर्षों से अपनी सेवा देते आ रहे हैं। उन्होंने परिचय देते हुए कहा कि बाल रोग चिकित्सकों के प्रति काम का समय बहुत लंबा है, दबाव बहुत ज्यादा है, उनका देना व लेना गंभीर रूप से आनुपातिक नहीं है। उन्होंने कहा कि,कभी-कभार आउट पेशेंट सेवा देते समय हर पाँच मिनटों में एक मरीज को देखना होता है। शौचालय जाने और पानी पीने का समय भी मुश्किल से मिल पाता है। उधर अस्पताल के वार्ड में काम भी आसान नहीं है। क्योंकि डॉक्टर कम हैं, पर बीमार लोग ज्यादा। हर दिन 12 घंटों तक काम करना पड़ता है। बाल रोग विभाग वास्तव में एक गूंगा विभाग जैसा है। बाल रोग के इलाज में डॉक्टरों के पर्यवेक्षण पर निर्भर रहता है। और बाल रोग की विशेषता यह है कि रोग अचानक हो जाता है, रोग की गंभीरता तेजी से बढ़ती है, और गंभीर रूप से बीमार रोगियों की संख्या ज्यादा है। इसलिये बाल रोग चिकित्सकों का काम बहुत मुश्किल भरा है।
चीनी राष्ट्रीय स्वास्थ्य व परिवार नियोजन कमेटी द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार बाल रोग चिकित्सकों का काम अन्य विभागों के चिकित्सकों के काम से 2.4 गुना ज्यादा है। साथ ही कमेटी इस बात को स्वीकार भी करती है कि बाल रोग चिकित्सकों का दबाव बहुत ज्यादा है, जोखिम भी बहुत ज्यादा है, और वेतन ऊँचा नहीं है। तो नैदानिक चिकित्सा के स्नातकों को बाल रोग विभाग में काम करने का आकर्षण बहुत कम है। इसलिये बहुत से चिकित्सक बाल रोग विभाग में काम करना पसंद नहीं करते।
चीनी राष्ट्रीय स्वास्थ्य व परिवार नियोजन कमेटी के विज्ञान व शिक्षा ब्यूरो के उप प्रधान चिन शनक्वो ने कहा कि बाल रोग विभाग के आकर्षण को उन्नत करने, बाल रोग विभाग के नामांकन को विस्तार करने, और बाल रोग विभाग के चिकित्सकों को मानकीकृत प्रशिक्षण देने समेत व्यापक कदम उठाने से वर्ष 2020 तक बाल रोग विभाग के चिकित्सकों की संख्या 1 लाख 40 हजार तक पहुंचाने की कोशिश की जाएगी। उसी समय हर हजार बच्चों के लिये 0.6 बाल रोग चिकित्सक सेवा दे सकेंगे। उन्होंने कहा,बाल रोग विभाग के चिकित्सकों के अभाव के प्रति हम सुयोग्य व्यक्तियों के प्रशिक्षण में चार मुख्य कदम उठाते हैं। पहला, बाल रोग विभाग के चिकित्सकों को मानकीकृत प्रशिक्षण को मजबूत करना। दूसरा, शिक्षा मंत्रालय के साथ समन्वय करके स्वास्थ्य शिक्षा के सुधार को गहन करने से बाल रोग पढ़ने वाले विद्यार्थियों के प्रशिक्षण को मजबूत करना। तीसरा, बाल रोग विभाग में स्थानांतरित करने के लिये चिकित्सकों को प्रशिक्षण देना। और चौथा, बाल रोग विभाग के चिकित्सकों को निरंतर चिकित्सा शिक्षा देना।
सुयोग्य व्यक्तियों के प्रशिक्षण को छोड़कर स्वास्थ्य व परिवार नियोजन कमेटी ने वित्तीय निवेश को बढ़ाने का सुझाव भी दिया। साथ ही बाल रोग विभाग की सेवा के दाम को समायोजन करके चिकित्सकों के मूल्य से मेल खाता है। ताकि बाल रोग चिकित्सकों को तर्कसंगत वेतन मिल सके।
कुछ समय पहले मिली खबर के अनुसार चीनी राष्ट्रीय स्वास्थ्य व परिवार नियोजन कमेटी शिक्षा मंत्रालय के साथ समन्वय करके बाल रोग अनुशासन में विद्यार्थियों की भर्ती को बहाल करेगी, जिससे वर्ष 1999 में इसे बंद करने के बाद 17 वर्षों में इसको फिर से बहाल किया जाएगा। उनके अलावा कमेटी ने सूचना भी देकर बाल रोग चिकित्सकों की कमी को शिथिल करने के लिये वरिष्ठ आंतरिक चिकित्सकों को विशेष प्रशिक्षण देकर बाल रोग विभाग का समर्थन देने की मांग भी की। लेकिन क्या यह नीति अपनी अपेक्षित भूमिका अदा कर सकेगी?यह देखना होगा।(चंद्रिमा)