रिटायर की उम्र बढ़ेगी चीन में
2016-04-26 15:02:32 cri
अमेरिकी फिल्म द इन्टर्न (The Intern) में एक ऐसी कहानी सुनायी जाती है कि एक 70 साल की उम्र के एक बूढ़े आदमी ने रिटायर होने के बाद फिर एक बार नौकरी करनी शुरू की। उन्हें एक इन्टर्न के रूप में एक फैशन वेबसाइट की कंपनी में नौकरी मिली और अनेक हास्य और मनोरंजक स्थिति पैदा हुईं। इस फिल्म के पोस्टर पर लिखा है अनुभव कभी भी "आउटडेटिड" नहीं होगा। हां, युवकों की तुलना में वृद्ध लोगों के पास अधिक अनुभव होते हैं, चाहे जीवन के बारे में या नौकरी के बारे में। हाल में चीनी मानव संसाधन व सामाजिक गारंटी मंत्रालय ने कहा कि चीन में रिटायर की समय अवधि को बढ़ाया जाएगा और संबंधित प्रस्ताव इसी साल में जारी किया जाएगा। रिपोर्ट है कि प्रस्ताव के जारी होने के बाद के पांच वर्ष संकर्मण काल होगा। नया प्रस्ताव 2022 से औपचारिक रूप से कार्यान्वित किये जाने की संभावना है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि 2018 से स्त्री कर्मचारियों की रिटायर उम्र हर तीन वर्षों में एक साल बढ़ायी जाएगी, जबकि पुरुषों के लिए हर छह वर्षों में एक साल बढ़ायी जाएगी। और 2045 तक पुरुष कर्मचारियों व स्त्री कर्मचारियों की रिटायर उम्र 65 होगी। गौरतलब है कि पहले चीन में आमतौर पर सरकारी नौकरियों में स्त्री व पुरुष कर्मचारियों की रिटायर की उम्र अलग-अलग तौर पर 55 और 60 थी। यह सुनकर कुछ लोग सोचने पर मजबूर होंगे कि यदि हमारा स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहा, तो 65 की उम्र तक काम कैसे कर सकेंगे। वाकई यह बात विचार करने योग्य है। यदि हमारा स्वास्थ्य अच्छा नहीं है, या हमें जल्दी थक जाते हैं, तो 40 की उम्र में भी रिटायर हो सकते हैं। लेकिन इसके लिए हमें रिटायरमेंट पेंशन नहीं मिल सकेगी। यानी केवल 65 की उम्र से ही सरकारी कर्मचारियों को रिटायरमेंट पेंशन मिलेगी।
संयुक्त राष्ट्र संघ के आंकड़े बताते हैं चीन विश्व में सबसे ज्यादा वृद्ध लोगों की आबादी वाला देश बन चुका है और बूढ़ेपन की सबसे तेज़ विकास होने वाला देश भी। अनुमान है कि इस शताब्दी के मध्यम काल तक चीन में करीब 50 करोड़ लोगों की आबादी 60 की उम्र से भी ज्यादा होगी, जब कि यह संख्या अमेरिका की कुल आबादी से भी ज्यादा होगी। अब चीन भी बूढ़ेपन के युग में प्रवेश कर रहा है।
खैर, बूढ़े समाज में युवक श्रमिक कम हैं और वृद्धों को और ज्यादा वर्षों तक नौकरी करनी होती है। इसे देखकर इस वर्ष से चीन ने एक परिवार एक बच्चे की नीति छोड़कर एक परिवार में दो बच्चे की नयी पारिवारिक नीति लागू कर दी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम से चीन में युवकों व वृद्धों की संख्या में असंतुलन की स्थिति बेहतर होने लगेगी।