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    20160315 चीन-भारत आवाज़
    2016-03-31 18:48:57 cri

    यह चाइना रेडियो इंटरनेशनल है। श्रोता दोस्तो, पिछले सप्ताह की तरह आज भी चीन-भारत आवाज़ कार्यक्रम में मैं ललिता आप सब का हार्दिक स्वागत करती हूं। इस कार्यक्रम में हम चीन और भारत के बीच आदान-प्रदान के बारे में ढेर सारी बातें करेंगे। पूरी उम्मीद करती हूं कि आपको चीन-भारत आवाज़ कार्यक्रम पसंद आ रहा होगा। आज हम आपको स्मार्टफोन और व्यापार के बारे में बताने जा रहे हैं।

    भारत की आयात शुल्क में समायोजन

    भारत सरकार ने 29 फरवरी को अगले वित्त-वर्ष के लिए बजट पेश किया, जिसमें रेलवे और राजमार्ग के लिए 21 खरब 80 अरब रुपए की पूंजी-निवेश योजना और विदेशी पूंजी से संबंधित सुधार के अनेक नियमों का जिक्र है। नए वित्त-वर्ष में मोबाइल फोन के चार्जर, अडैप्टर, बैटरी, वायर्ड हेडसेट और स्पीकर की आयात शुल्क 0 से बढ़कर 29.441 प्रतिशत तक बढ़ेगी। मोबाइल फोन निर्माताओं के लिए उक्त चीजों की भारत में खरीद की उपभोग कर 0 से बढ़कर 2 या 12.5 फीसदी तक उन्नत होगी। नया नियम 1 मार्च को प्रभावी हो चुका है।

    भारत सरकार की आशा है कि इस कदम के जरिए बैटरी और चार्जर आदि मोबाइल से जुड़े सामान का भारत में उत्पादन होगा। आयात शुल्क में बदलाव होने के चलते व्यापक बैटरी निर्माता भारत में कारखाना खोलने पर विचार कर रहे हैं।

    चीन की एक मोबाइल उपकरण कंपनी के मेनेजर हुआंग हानचो ने कहा कि 1 मार्च से चार्जर जैसे मोबाइल उपकरणों की सीमा शुल्क 29.441 प्रतिशत तक बढ़ी है, लेकिन अगर कंपनी भारत में कारखाना स्थापित करता, तो आयात शुल्क सिर्फ 1 फीसदी होगा। इसलिए भारत में कारखाना है या नहीं, इसका बड़ा फर्क होगा।

    हुआंग हानचो ने कहा कि भारतीय लोगों में नए स्मार्टफोन बदलने का दौर शुरू होने वाला है, बाज़ार की विशाल संभावना होगी। इसके अलावा, सिटी बैंक के समर्थन में भारत ने अभी भी नागरिकों की पहचान का संग्रह पूरा किया। भारतीय नागरिकों का एकीकृत आईडी कार्ट होने के बाद बैंक ऋण व्यापार का विकास कर सकेगा और उपभोग क्षमता भी बड़ी हद तक उन्नत होगी।

    चीनी मोबाइल फोन निर्माता का ध्यान भारत पर केन्द्रित

    चीन की मी-फ़ोन विज्ञान और तकनीक लिमिटेड कंपनी के महानिदेशक लेइ चुन ने 7 मार्च को बताया कि उनकी कंपनी भारत के बजाए दूसरे बाज़ारों पर ध्यान नहीं देगी। अभी तक कंपनी की विश्व बाज़ार का विकास करने की दूसरी नीति नहीं है। लेइ चुन ने कहा कि भारत हमारे लिए बड़ा बाज़ार है, भारत के बाज़ार में मी-फ़ोन का उल्लेखनीय प्रदर्शन है, अब भारत में मी-फ़ोन की बिक्री जोरों पर है। मी-फ़ोन भारतीय बाज़ार का अच्छी तरह विकास करती रहेगी और इसी के आधार पर अपना अन्तर्राष्ट्रीयकरण होगा। मी-फ़ोन ने 3 मार्च को नई दिल्ली स्थित तालकटोरा स्टेडियम में अपना रेडमी नोट 3 लांच किया है।

    लेइ चुन के अनुसार मी-फ़ोन कंपनी ने वर्ष 2014 के जुलाई से भारत में स्मार्टफोन की बिक्री शुरू की। अब भारत मी-फ़ोन के लिए सबसे बड़ा बाजार है और भारतीयों में मी-फ़ोन की लोकप्रियता लाजवाब है। वर्ष 2015 की तीसरी तिमाही में कंपनी ने भारत के बाज़ार में दस लाख स्मार्टफोन की बिक्री की, जिसकी वृद्धि दर 45 प्रतिशत तक रही।

    चीन में भारतीय उद्यमों का प्रयास

    चीनी उद्यमों के भारत में व्यापार बढ़ाने के साथ साथ भारतीय कंपनियां भी चीन में प्रवेश करने का प्रयास कर रही हैं। InMobi की स्थापना वर्ष 2007 में बैंगलोर में हुई, जो भारत की सबसे बड़ी और दुनिया में दूसरी बड़ी मोबाइल विज्ञापन कंपनी है। मोबाइल भुगतान के बड़े बाज़ार की वजह से InMobi चीन में सबसे बड़े मोबाइल विज्ञापन मंच में से एक बन गया है। भारत के खेल प्रबंधन उद्यम AddedSport ने भी सफलता से चीन, सिंगापुर, मलेशिया और फिलीपींस में व्यापार शुरू किया है। AddedSport के संस्थापक अक्षय मलिवाल ने कहा कि भारतीय कंपनियों को विश्वसनीय चीनी भागीगार ढूंढ़ना चाहिए। चीनी उपभोक्ताओं की चिंता समझना भारतीय कंपनियों के लिए सबसे बड़ी चुनौती है।

    (म्यूज़िक)

    श्रोताओ, जैसा कि आप सभी जानते हैं कि भारत में इन दिनों संसद का बजट सत्र चल रहा है, वहीं चीन में भी एनपीसी और सीपीपीसीसी के सम्मेलन चल रहे हैं। इसी के बारे में हमारे सहकर्मी पंकज श्रीवास्तव ने भारतीय वरिष्ठ पत्रकार विजेंद्र सिंह जी से बात की। अब लीजिए सुनिए उनके बीच हुई बातचीत।

    (इंटरव्यू)

    दोस्तो, चीन-भारत आवाज़ कार्यक्रम का पहला अंग पेश करने के बाद हमें कई श्रोताओं के ई-मेल मिले। बिलासपुर छत्तीसगढ़ से हमारे श्रोता चुन्नीलाल कैवर्त, केसिंगा ओड़िशा से सुरेश अग्रवाल, दिनाजपुर से देबाशीष गोप ने पत्र भेजकर प्रोग्राम के बारे में टिप्पणी की है। आप सभी का बहुत बहुत शुक्रिया। आशा है आप लगातार हमारा उत्साह बढ़ाते रहें। धन्यवाद।

    श्रोताओ, इसी के साथ हमारा आज का चीन-भारत आवाज़ कार्यक्रम समाप्त होता है, आपको कैसा लगा? हम आशा करते हैं कि आपको पसंद आया होगा। आप अपनी रायें और सुझाव हमें ज़रूर लिख कर भेजें, ताकि हमें इस कार्यक्रम को और भी बेहतर बनाने में मदद मिल सकें। आप नोट करें हमारा ई-मेल है hindi@cri.com.cn, आप हमारी वेबसाइट पर भी कार्यक्रम सुन सकते हैं, हमारी वेबसाइट का पता हैः hindi.cri.cn। अच्छा, इसी के साथ मैं ललिता आप से विदा लेती हूं इस वादे के साथ कि अगले हफ्ते फिर मिलेंगे। तब तक प्रसन्न रहें, स्वस्थ रहें। नमस्कार।

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