लिली- दोस्तों, चीन में अंगदान का उच्चतम रिकॉर्ड बन गया है। चीन में अंगदान और अंग प्रत्यारोपणों की संख्या रिकॉर्ड उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। बीजिंग यूथ डेली ने राष्ट्रीय मानव अंगदान एवं प्रत्यारोपण समिति के हवाले से कहा कि अक्तूबर की शुरूआत तक दो हजार से ज्यादा दानदाताओं द्वारा छह हजार से ज्यादा अंग दान में दिए जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि अगले साल 300 से ज्यादा अस्पताल अंग प्रत्यारोपण के लिए योग्य हो जाएंगे और 500 से ज्यादा युवा डॉक्टरों को अंगदान एवं प्रत्यारोपण की प्रक्रियाओं में प्रशिक्षित किया जाएगा। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने 22 अगस्त को एक खबर में बताया था कि वर्ष 2014 में चीनी नागरिकों की ओर से स्वेच्छा से किए जाने वाले अंगदान प्रत्यारोपण के लिए इस्तेमाल होने वाले अंगों का सबसे बड़ा स्रोत बन गए थे। इनकी संख्या दान में मिले सभी अंगों का 80 प्रतिशत थी। अप्रैल में इसने अपनी खबर में कहा था कि हाल ही में हुए एक सर्वेक्षण में कहा गया था कि आम तौर पर लोग इस बात को लेकर 'अनिश्चित' थे कि वे अंग दान करना चाहते हैं या नहीं। अखिल- चलिए, बढ़ते हैं एक अजीबोगरीब ख़बर की तरफ, जहां वैज्ञानिकों को चीन की एक गुफा में मिले प्राचीन मानव दांत
दोस्तों, चीन के हुनान प्रांत की एक गुफा में वैज्ञानिकों ने 47 मानव दांत बरामद किए हैं जो इस बात का सबूत है कि शुरूआती आधुनिक मानव पूर्वी एशिया में ही रहा करते थे। दाआेश्यान काउंटी की फुयान गुफा से दांत और जानवरों के कंकाल बरामद हुए ।जानकारी के अनुसार इनके जांच और विश्लेषण के बाद वैज्ञानिक इस नतीजे पर पहुंचे कि ये दांत होम सेपियेंस (मानव) प्रजाति के हैं। इससे पता चला है कि आधुनिक व्यक्ति 80,000 से 120,000 साल पहले यहां रहे थे।
ये दांत गुफा से साल 2011 से 2013 के बीच बरामद किए गए, लेकिन इनके बारे में जानकारी अभी हाल ही में विज्ञान जर्नल 'नेचर' के ऑनलाइन संस्करण में दी गई। इस जर्नल के कार्यकारी संपादक निक कैम्पबेल ने कहा, ''चीन से मिले मानवीय दांत ने उस क्षेत्र में हमारे लिए कुछ नए दरवाजे खोल दिए हैं जिनकी हमारे पास बहुत कम जानकारी थी।'
लिली- अब मैं बताने जा रही हूं कि घड़ी बनाने वाले' मोहम्मद ने छोड़ा अमरीका , पढ़ने के लिए जाएगा कतर
दोस्तों, घर की बनी एक घड़ी को स्कूल लाने के लिए जिस मुस्लिम किशोर को गिरफ्तार किया गया था, वह पढ़ाई के लिए कतर जा रहा है। इस घड़ी को भूलवश बम समझकर किशोर को गिरफ्तार किया गया था। अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा से मिलकर आए इस किशोर के कतर जाने की जानकारी उसके परिवार ने दी है।इस घटना के बाद नौंवी कक्षा का 14 वर्षीय छात्र अहमद मोहम्मद इंटरनेट पर एक सनसनी बन गया था।अहमद ने कतर फाउंडेशन की ओर से यंग इनोवेटर्स प्रोग्राम के तहत अध्ययन का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है।
उसके परिवार ने एक बयान में कहा, ''इसका अर्थ यह है कि हम, एक परिवार के रूप में कतर जाकर बसेंगे, जहां अहमद को माध्यमिक और स्नातक शिक्षा के लिए पूरी छात्रवृत्ति मिलेगी।''अहमद के परिवार ने कहा कि फाउंडेशन उसके हाईस्कूल और स्नातक शिक्षा के लिए धन देगा। इस सप्ताह कतर में बिताए अपने वक्त के बारे में अहमद ने एक बयान में कहा, ''मैंने एजुकेशन सिटी में बिताए समय का वाकई आनंद लिया। वहां मैं अपने जैसे उन अन्य बच्चों से मिला, जो यंग इनोवेटर्स प्रोग्राम का हिस्सा थे। ''
अहमद ने कहा, ''कतर एक बढिय़ा जगह है। मुझे दोहा शहर पसंद आया क्योंकि वह बेहद आधुनिक है। मैंने वहां कई अदभुत स्कूल देखे। उनमें से कई के परिसर मशहूर अमरीकी विश्वविद्यालयों जैसे थे।'' ''शिक्षक बहुत बढिय़ा थे। मुझे लगता है कि मैं बहुत कुछ सीखूंगा और बहुत आनंद भी आएगा।''परिवार ने कतर जाने के फैसले की घोषणा व्हाइट हाउस में आेबामा की मेजबानी में एस्ट्रोनॉमी नाइट में अहमद द्वारा शिरकत किए जाने के कुछ ही घंटे बाद की।अहमद के खिलाफ कोई आरोप दर्ज नहीं किए गए थे लेकिन उसे हिरासत में लिए जाने से नस्ली पहचान के आरोप व्यापक स्तर पर भड़क गए थे। इसके साथ ही इस्लाम, आव्रजन और जातीयता के मुद्दों पर व्यापक बहस छिड़ गई थी।
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