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    टी टाइम 150505 (अनिल और ललिता)
    2015-05-05 09:57:47 cri

    अनिलः टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं, आपका मनोरंजन करने। जी हां ... आपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा, 35 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। हां भूलिएगा नहीं, पूछे जाएंगे सवाल भी, तो जल्दी से हो जाइए तैयार।

    अनिलः भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टोरेंटो के कोलेजियम में अप्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में जो काम 42 साल में नहीं हुए, वो उन्होंने 10 माह के शासनकाल में कर दिए हैं। मोदी ने कहा कि देश के नौजवानों में काफी बदलाव आया है।

    उन्होंने युवाओं की तारीफ करते हुए कहा कि भारत की सबसे बड़ी सपत्ति यही है भारत की 80 करोड़ आबादी युवाओं की है। उन्होंने कहा कि विश्व में 2030 के बाद केवल काम के लिए भारत के युवाओं की ही पूछ होने वाली है।

    मोदी ने कहा कि आज समस्याओं के समाधान की एक ही जड़ी बुटी है और वो है विकास। उन्होंने गैस सब्सिडी छोडऩे को लेकर कहा कि उन्होंने तो केवल कुछ संपन्न परिवारों से ही गैस सब्सिडी छोडऩे की बात की थी लेकिन उन्हें उम्मीद नहीं थी कि इतनी बड़ी तादाद में उनकी अपील का असर होगा।

    चार लाख लोगों ने अपनी गैस सब्सिडी छोड़ी है। इसका फायदा गरीब लोगों को मिलने लगा है। मोदी ने कहा कि कहा कि भारत में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है और इसका जीता-जागता उदाहरण है मंगलयान।

    उन्होंने कहा कि भारत ऐसा पहला देश है जो पहले प्रसास में ही सफल हुआ है। पहले भारत की पहचान एक स्कैम राष्ट्र के रूप थी लेकिन मैं इसे स्किल राष्ट्र बनाना चाहता हूं।

    ललिताः मोदी ने कहा कि भारत को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए उनकी सरकार 'चतुरंगी क्रांति' का सपना लेकर चल रही है। उनकी सरकार देश में दूसरी श्वेत और हरित क्रांति के अलावा ऊर्जा के क्षेत्र में केसरिया और पर्यावरण के क्षेत्र में नीली क्रांति लाने का सपना संजोए हुए हैं।

    उन्होंने कहा कि कहने को हमारे राष्ट्रीय ध्वज में तीन रंग हैं केसरिया, सफेद और हरा, लेकिन इसमें अशोक चक्र का नीला रंग भी है। हम अपने झंडे के चार रंगों की मानिंद चतुरंगी क्रांति लाने का सपना लेकर चल रहे हैं।

    प्रधानमंत्री ने केसरिया को ऊर्जा का रंग करार देते हुए कहा कि देश में ऊर्जा क्रांति शुरू हो गई है और सरकार परमाणु, बायोमास, सौर ऊर्जा के उत्पादन के साथ-साथ ऊर्जा संरक्षण की दिशा में प्रयास कर रही है और भारत में पहली बार ऊर्जा उत्पादन का जिक्र मेगाबाइट में नहीं, बल्कि गीगाबाइट में किया जाने लगा है।

    अनिलः दुनिया में कई लोग ऐसे हैं जो पहाड़ या फिर ऊंची चट्टानों पर घर बनाना पसंद करते हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है जो अपनी जान को जोखिम में डालकर ऐसी जगह रहते हैं, जहां वे सुरक्षित नहीं है। ऐसी ही एक जगह स्पेन का केस्टेलफोलिट डे ला रोका गांव है, जो बेसाल्ट की चट्टानों के किनारे पर बसा है।

    आपको बता दें कि लाखों साल पहले यहां दो ज्वालामुखी विस्फोट हुए थे। पहला विस्फोट बटेट गांव में 217,000 साल पहले और दूसरा बेगुदा में 192,000 साल पहले हुआ था। धीरे-धीरे ये ज्वालामुखी जमने लगा और बेसाल्ट चट्टानों में बदल गया।

    चट्टानों को ठंडा होने में लंबा समय लगा, इसके बाद यहां एक बस्ती बसी। यहां के घरों को भी ज्वालामुखी से बनी चट्टानों से ही बनाया गया है। 13वीं शताब्दी में चट्टान के कोने पर सेंट सालवोडोर चर्च स्थापित किया गया था, जो आज भी देखा जा सकता है।

    ललिताः जमीन से 50 मीटर ऊपर और लगभग 1 किमी के क्षेत्र में बसा केटेलोनिया का केस्टेलफोलिट डे ला रोका गांव जिस चट्टान पर बसा है, वह एकदम संकीर्ण है और उस पर बने घर चट्टान के किनारे बने हैं। फ्लूवीया और टोलोनेल नदी की सीमा में आने वाला यह गांव स्पेन का सबसे छोटा गांव है।

    चट्टान पर बसा यह गांव किसी खतरे से कम नहीं है क्योंकि यहां के कई घर चट्टान के एकदम किनारे बने हैं। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि एक छोटी सी गलती भी जान पर भारी पड़ सकती है।

    अनिलः दोस्तो, आपको यह जानकर हैरानी होगी कि रिपोर्टिंग के दौरान एक महिला के एक हाथ में माइक लिया तो दूसरे हाथ में बच्चा। टीवी रिपोर्टिंग के इतिहास में शायद ऐसा पहली बार ही हुआ है और ऐसा करने वाली टीवी पत्रकार लामिया हामदीन हैं, जो कि मिस्त्र की रहने वाली हैं।

    सोशल मीडिया पर लामिया हामदीन की इस तरह से रिपोर्टिंग करने की तस्वीर वायरल हुई तो बहस छिड़ गई कि ऐसा करना कितना सही है और कितना गलत।

    इसका पॉजिटिव एसपेक्ट देखने वालों में कुछ ने प्रशंसा करते हुए उन्हें आदर्श मां बताया तो कुछ ने इसे मजबूरी बता डाला। प्रशंसक तो यहां तक कह गए कि वो इटली की नेता लीसिया रॉनज़्यूली की तरह हैं, जो साल 2010 में अपनी बेटी के साथ ही कहीं जाती थीं।

    इसका निगेटिव एसपेक्ट बताने वालों ने कहा कि ऐसा करना बिल्कुल गलत है और उन्होंने लामिया हामदीन को नौकरी से निकालने तक की मांग कर डाली।

    वहीं, अपने इस मामले पर टीवी पत्रकार लामिया का कहना है कि एक कामकाजी मां के तौर पर उन्होंने वहीं किया जो उन्हें करना चाहिए था।

    लामिया के मुताबिक उनका बेटा बीमार था और वो उसको कहीं छोड़ने की स्थिति में नहीं थी, बावजूद इसके उन्हें कुछ ज्यादा देर तक काम भी करना था। ऐसे में वो उसे नर्सरी से अपने साथ ले आईं और अपना काम जारी रखा।

    ललिताः ब्रिटेन के शहर लंदन में एक महिला के साथ घटी आश्चर्यजनक घटना ने सभी को चौंका दिया है। खबर के अनुसार 32 वर्षीय नाओमी जैकब नामक महिला जब एक सुबह अपने बिस्तर से उठी तो उसे ऐसा आभास हुआ जैसे उसकी उम्र महज 17 साल ही है। साल 2008 में घटी इस घटना को लेकर जैकब अब एक किताब भी लिखने वाली हैं।

    जैकब कहती हैं कि, 'बिस्तर से गहरी नींद लेने के बाद जैसे ही मैं उठी, मुझे अपने बच्चे के मुंह से खुद के लिए 'मां' शब्द सुनाई दिया।' जैकब ने बताया कि घटना के वक्त उन्हें पूरा यकीन था कि उनकी उम्र महज 17 साल ही है। इसके साथ ही वह अभी अविवाहित हैं। वह अपने बच्चे के मुंह से मां शब्द सुनकर हैरान रह गईं।

    कारोबारी नाओमी जैकब एक ऐसी बीमारी से ग्रस्त हैं जिसमें अक्सर पीडि़त को भूलने की लत लग जाती है। एमनीसिया नामक यह बीमारी अधिक तनाव की वजह से घेर लेती है। जिसमें व्यक्ति अपने जीवन से जुड़ी तमाम जरूरी चीजें भूलने लगता है।

    यह बीमारी ब्रिटेन में तेजी से फैल रही है। एक दशक पहले जहां इस बीमारी से प्रभावित होने वालों की संख्या प्रति एक लाख लोगों में महज पांच थी तो वहीं मौजूदा समय में यह संख्या बढ़कर 23 तक पहुंच चुकी है।

    अनिलः दोस्तो, अब प्रोग्राम में बात करेंगे बॉलीवुड की कुछ ख़बरों की।

    फराह खान की फिल्म 'हैप्पी न्यू ईयर' का सीक्वल बनने वाला है यह सभी को पता है लेकिन अब यह कन्फर्म हो गया है। फराह खान ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है।

    उनका कहना है कि पिछले साल की उनकी हिट फिल्म 'हैप्पी न्यू ईयर' के सीक्वेल की स्क्रिप्ट लिखने की 'जिम्मेदारी' अभिषेक बच्चन ने ली है! मलतब अभिषेक फिल्म की कहानी को पेश करेंगे।

    फराह ने बताया कि फिल्म 'हैप्पी न्यू ईयर' के हिट होने के बाद अभिषेक उन पर इसका सीक्वल बनाने के लिए जोर डाल रहे थे। इसलिए उन्होंने इसकी स्क्रिप्ट लिखने की जिम्मेदारी उन्हें ही दे डाली। फिल्म 'मार्गरीटा विद अ स्ट्रॉ' की स्क्रीनिंग के मौके पर फराह ने यह बातें कहीं।

    फराह ने कहा, 'अभिषेक 'हैप्पी न्यू ईयर' के सीक्वल की स्क्रिप्ट लिख रहे हैं। उन्होंने इसकी जिम्मेदारी ली है। यदि मुझे स्क्रिप्ट पसंद आती है तो हम इसका सीक्वल बनाएंगे।' सीक्वल में अपनी भूमिका के बारे में पूछे जाने पर फराह ने कहा कि वह इसका भी निर्देशन करेंगी।

    फराह की फिल्म 'हैप्पी न्यू ईयर' पिछले साल दीवाली के मौके पर रिलीज हुई थी। अब देखना होगा अभिषेक पटकथा को कितने अच्छे से पेश कर पाते हैं। फिल्म अभिषेक के अलावा शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण, बोमन ईरानी, विवान शाह और सोनू सूद जैसे सितारे थे।

    ललिताः अगर आप को पता चले कि किसी कार के साथ एक ऐसा जादुर्इ चश्मा मुफ्त मिल रहा है जो सब कुछ गायब कर देता है तो क्या आप वह कार खरीदना चाहेंगे।

    जी हां हम आपको एक ऐसी ही कार और चश्मे के बारे में बताने जा रहे है जिनकी जोड़ी इन दिनों काफी चर्चा में है।

    जर्मन कार बीएमडब्लू मिनी को खरीदने का एक और कारण और भी है। बीएमडब्लू ऑटोमोबाइल कंपनी ने अपनी इस कार के साथ में गूगल ग्लास भी पेश किया है जो कि एकदम मुफ्त दिया जाएगा।

    इस गूगल ग्लास की मदद से कार का चालक मैसेज रिसीव कर सकता है, नेवीगेशन टिप्स प्राप्त कर सकता है और अपनी कार को बड़े आराम से पार्क कर सकता है।

    इस गूगल ग्लास में बिल्ट इन कैमरा लगा हुआ है साथ ही इसमें ऐसी डिस्प्ले टेक्नोलॉजी लगी है जिससे आर-पार देखा जा सकता है। इसके फंक्शन ड्राइविंग सेफ्टी और नेवीगेशन इंप्रूव करने के काम आते है।

    ड्राइविंग के दौरान कैमरा आसपास के व्यू रिकॉर्ड करता है और उन्हें ड्राइवर को दिखाता है। यह ड्राइवर को हर समय उसकी कार की करंट स्पीड और रोड की स्पीड लिमिट के बारे में भी जानकारी मुहैया करवाता रहता है।

    गूगल ग्लास पहनकर चालक अपनी कार में सवार होने से पहले ही अपना डेस्टीनेशन, डेस्टीनेशन तक पहुंचने का टाइम व माइलेज, स्पीड लिमिट, जरूरी टेक्सट और मैसेज जैसी चीजें सलेक्ट कर कार का उसके लिए इंस्ट्रक्शन प्रदान कर सकता है।

    अनिलः कार पार्किंग के दौरान गूगल ग्लास आस पास खड़ी कारों से आर-पार एक्सरे व्यू दिखाएगा। इससे चालक आसानी से खाली जगह का पता लगा पाएगा ताकि कार पार्क की जा सके।

    यह ग्लास पहनने के बाद चालक की निगाहों के सामने से पार्किंग में मौजूद ए पिलर और दरवाजे अपने आप ही गायब हो जाते है और वह इनके आरपार देख पाता है।

    गौरतलब रहे कि बीएमडब्लू पहले ही एक ऐसी स्मार्टवॉच पेश कर चुका है जिसकी मदद से कार पार्क की जा सकती है। एक बार चालक के इस वॉच को पहनने के बाद कार खुद ब खुद ही पार्क हो जाती है।

    अप्रेल में होने वाले शांगहाई ऑटो शो के दौरान गूगल ग्लास का प्रदर्शन किया जाएगा।

    अनिलः यात्री अब घर बैठे अपने स्मार्टफोन से रेलवे टिकट बुक कर अपने मनचाहे पते पर मंगवा सकते हैं। यह सुविधा 'बुकमायट्रेन' ने यात्रियों को अपनी नई मोबाइल एप्लीकेशन से उपलब्ध करवाई है।

    यात्री इस एप से बुक करवाई हुई टिकट अपने घर या ऑफिस के पते पर एक मामूली शुल्क देकर प्राप्त कर सकते हैं।

    'बुकमायट्रेन' के सह संस्थापक अनुराग वाजपेयी ने बताया कि रेल यात्रियों को ट्रेन की टिकट बुक करने के लिए अपने क्रेडिट या डेबिट कार्ड अथवा नेट बैंङ्क्षकग का प्रयोग करके पैसे भरने पड़ते हैं। इस परेशानी को ध्यान में रखते हुए पहली बार कैश ऑन डिलीवरी की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है।

    वाजपेयी ने बताया कि रेलवे टिकट के प्रतिदिन 14 लाख से अधिक आरक्षण किए जाते हैं, जिनमें से छह लाख से अधिक आरक्षण ऑनलाइन होते हैं। रेलवे की वेबसाइट पर लगभग सात हजार टिकट प्रति मिनट बुक की जाती है। 'बुकमायट्रेन' के प्रयोग से रेलवे की वेबसाइट पर भार कम हो जाएगा।

    ललिताः दोस्तो, अब प्रोग्राम में वक्त हो गया है हेल्थ टिप्स का।

    कुछ घरेलू नुस्खों की मदद से आप छोटी-मोटी बीमारियों का इलाज घर पर कर सकते हैं, बगैर किसी साइड इफेक्ट के। ज्यादातर गंभीर स्थिति में तो डॉक्टर के पास जाना ही चाहिए, पर शुरुआत में एक बार घर पर इस तरह उपचार किया जा सकता है।

    जोड़ों के दर्द में एक गिलास गर्म पानी में नीबू निचोड़कर दिन में 8 से 10 बार पीएं। जोड़ों पर नीम के तेल की हल्की मालिश करने पर आराम मिलता है। बदन दर्द में भी राहत मिलेगी। सर्दियों में सरसों के तेल में 3-4 लहसुन की कली डालकर पका लौकी का गूदा तलवों पर मलने से जलन शांत होती है। तरबूज के छिलके के सफेद भाग में कपूर और चंदन मिलाकर लेप करें। जलन नहीं सताएगी।

    अनिलः घमौरियों से जलन हो रही है, तो सरसों के तेल में बराबर का पानी मिलाकर फेंट कर घमौरियों पर लगाएं। आराम मिलेगा।

    गुनगुने पानी में अदरक, नींबू का रस और थोड़ा सा नमक मिलाकर पीएं। ठंड में बुखार आने पर अजवाइन का चूर्ण आधा चम्मच दिन में तीन बार खाने से जल्द राहत मिलेगी और बुखार उतर जाएगा।

    बच्चों की काली खांसी ठीक न होने पर बांस का एक टुकड़ा जलाकर भस्म को शहद में मिलाकर तीन-चार बार चटाने से खांसी 3-4 दिन में ठीक हो जाती है। खांसी, बुखार या जुकाम की समस्या होने पर नमक या चीनी मिलाकर पुदीने के पत्तों की चाय भी काफी हद तक राहत देती है।

    दोस्तो, आज के प्रोग्राम में जानकारी देने का सिलसिला यही संपन्न होता है। अब श्रोताओं के कमेंट शामिल करने की बारी है।

    ललिताः पहला ई-मिल हमें लिखकर भेजा है, केसिंगा ओड़िशा से सुरेश अग्रवाल ने। लिखते हैं कि ताज़ा अन्तर्राष्ट्रीय समाचारों के बाद पेश साप्ताहिक "टी टाइम" के ताज़ा अंक के तहत दी गई तमाम जानकारी को हमने ध्यानपूर्वक सुना।

    प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के गांव को टूअर पैकेज से जोड़ना, पैसे कमाने का एक अच्छा तरीका कहा जायेगा। मोहब्बत की शानदार निशानी ताज़महल का अत्यधिक प्रदूषण के कारण पीला पड़ना और अफ़सरों की लापरवाही, बहुत ही अफसोसजनक है। रंगों के मनोवैज्ञानिक प्रभाव पर दी गई जानकारी भी अत्यन्त सूचनाप्रद लगी। आदर्शनगर के 83 वर्षीय बुजुर्ग मोहम्मद इकराम साहेब का पढ़ाई को जुनून समझना क़ाबिल-ए-तारीफ़ और प्रेरक लगा। हम भगवान से दुआ करते हैं कि वह अपनी एलएलएम की डिग्री हासिल करने में भी क़ामयाब हों।

    बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार लड़कियों को आत्मरक्षार्थ मार्शलआर्ट सिखायेंगे, इसके लिये उन्हें हार्दिक साधुवाद। अधिकतर जमाइयों का अपनी सास के प्रति आकर्षण सम्बन्धी ब्रिटिश सर्वे भी रोचक और प्रशंसनीय लगा।

    वास्तव में, जिनके पास कोई और काम न हो, वह ऐसे सर्वे करते हैं। मोदी के अच्छे दिनों के चलते ही सही, यह जानकारी मन को प्रफुल्लित करने वाली थी कि भारत में अब विदेशी निवेश रफ़्तार पकड़ रहा है। कंगारू की तरह छलांग लगा कर तेज़ रफ़्तार से चलने वाले बायोटेक जूते ईज़ाद करने वाले अमेरिकी शोधकर्ता भी बधाई के पात्र हैं।

    चीन में बनी स्मार्ट चॉपस्टिक्स के भी क्या कहने, जो कि भोजन की गुणवत्ता को परख लेती हैं। इन सभी बातों से ऊपर आज पेश संता-बंता के जोक्स भी विरल लगे। धन्यवाद।

    पश्चिम बंगाल से रविशंकर बसु ने भी हमें ई-मेल भेजा है। लिखते हैं कि "टी टाइम" प्रोग्राम का ताज़ा अंक सुना। सबसे पहले मैं आपको धन्यवाद देता हूं क्योंकि आज आपने "टी टाइम" प्रोग्राम में एक रोमांटिक बंगला गाना सुनाकर हमें चौंका दिया। जगन्मय मित्र (जगमोहन) की यह पुराना बंगला गाना हर बंगाली के ह्रदय में बसे हुआ है।

    आज प्रोग्राम के शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गांव में टूर पैकेज के बारे में आपने जो कुछ बताया वह काफी दिलचस्प लगा। लेकिन दुःख की बात यह है कि मैं कभी वहां जा नहीं पायुंगा क्योंकि पश्चिम बंगाल से गुजरात जाने के लिए मेरे पास पैसा नहीं है। अगर कभी पैसा आया तो मैं गुजरात ज़रूर जायुंगा लेकिन मोदी का गांव देखने के लिए नहीं। मैं गुजरात जायुंगा साबरमती नदी के किनारे स्थित गांधी जी का साबरमती आश्रम देखने के लिए।

    दूसरी रिपोर्ट में सुना है कि प्यार की अमर निशानी ताजमहल पर 9 साल से धूल जमा हो रही है और अफसरों ने इस बारे में अब तक कोई कदम नहीं उठाया। यह तो भारत के सरकारी अफसरों का work culture है। इस तरह सरकारी अफसरों का उदासीनता से आज दुनिया भर में भारत का नाम मिटटी में मिल रहा है। ताजमहल के सुरक्षा और सफाई कर्मचारियों को अभी के अभी बरखास्त करना चाहिए।

    हमारे घर के पेंटिंग के बारे में कौन सा रंग क्या काम करता है साथ ही रंग कैसे हमारी मिज़ाज पर असर डालता है, यह जान के बहुत ख़ुशी हुआ क्योंकि हर रंग कुछ न कुछ कहता है।

    आदर्श नगर के निवासी 83 साल के मोहम्मद इकराम खान के बारे में आपने जो कुछ कहा वह हमारे लिए बहुत ही प्रेरणादायक है। इस से हमें यह शिक्षा मिलती है कि सीखने का कोई अंत नहीं है, कोई उम्र नहीं है। मोहम्मद इकराम खान को मेरा सलाम।

    सुना है कि वर्ष 2030 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। यह भारतवासी के लिए बहुत ही गौरव की बात है। आशा करता हूं भारत के गरीब लोग पेट भर के खा पाएंगे। बॉलीवुड खिलाड़ी अक्षय कुमार देंगे लड़कियों को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग और चीनी कंपनी बायदू द्वारा तैयार इलेक्ट्रॉनिक चॉपस्टिक के बारे में जानकारी देने के लिये भी आपका आभार।

    वहीं पश्चिम बंगाल से देवाशिष गोप ने भी हमें ई-मेल भेजा है। आप सभी का हार्दिक धन्यवाद।

    अनिलः श्रोताओं के कमेंट यही तक, आप सभी का शुक्रिया हमें पत्र भेजने के लिए। अब समय हो गया है, जोक्स यानी हंसगुल्लों का।

    पहला जोक...

    संता- भैया, मंगल जाओगे?

    ऑटो वाला- 900 करोड़ लगेगा।

    संता- क्यों? इसरो ने तो 450 करोड़ में भेजा है।

    ऑटो वाला- अरे, उधर से वापसी नहीं मिलती भई।

    दूसरा जोक...

    संता- एक पेग दारू आपकी जिंदगी के 5 मिनट कम कर देती है और एक स्माइल आपकी जिंदगी के 10 मिनट बढ़ा देती है।

    बंता- तो संता- तो, हंसते-हंसते दारू पियो तो भी 5 मिनट का फायदा ही है।

    तीसरा और अंतिम जोक...

    एक बार एक हवाई जहाज में एक अंग्रेज और भारतीय में बहस हो गई।

    अंग्रेज- हमने तुम्हारी मातृभूमि को बर्बाद कर दिया।

    भारतीय- हम तुम्हारी मातृभाषा को रोज बर्बाद करते हैं।

    हंसगुल्ले यही तक...उम्मीद है आपको पसंद आए होंगे। अब सवाल-जवाब की बारी है, हमने पिछले सप्ताह दो सवाल पूछे थे,

    पहला सवाल था... किस देश के शोधकर्ता ने तेज दौड़ने वाले जूते तैयार किये हैं।

    सही जवाब है, अमेरिका।

    दूसरा सवाल था.... बालीबुड से कौन से अभिनेता लड़कियों को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग देंगे।

    सही जवाब है- अक्षय कुमार

    इन सवालों का सही जवाब हमें भेजा है, पश्चिम बंगाल से Nirmalendu Mahata, केसिंगा ओड़िशा से सुरेश अग्रवाल, पश्चिम बंगाल से रविशंकर बसु, Madhubani bihar से Abdhesh kumar और पश्चिम बंगाल से देवाशिष गोप आदि ने। आप सभी का शुक्रिया।

    अनिलः अब आज के सवालों का वक्त हो गया है...

    पहला सवाल है... दुनिया के कौन से देश में ऐसा गांव है जो, चट्टानों पर बसा है।

    दूसरा सवाल है.....अपने नन्हे से बच्च के साथ रिपोर्टिंग करने वाली महिला किस देश की है।

    अगर आपको इनका जवाब पता है तो जल्दी हमें ई-मेल कीजिए या खत लिखिए।.....हमारा ईमेल है.. hindi@cri.com.cn, हमारी वेबसाइट का पता है...hindi.cri.cn....... अपने जवाब के साथ, टी-टाइम लिखना न भूलें।

    अनिलः टी-टाइम में आज के लिए इतना ही ...अगले हफ्ते फिर मिलेंगे.....चाय के वक्त......तब तक आप चाय पीते रहिए और सीआरआई के साथ जुड़े रहिए। नमस्ते, बाय-बाय, शब्बा खैर,चाइ च्यान...

     

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