वीर की कविता
2015-02-19 17:20:01 cri
zanglixinnian14
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नृत्य गान अभिनय:《वीर की कविता》 कथा वाचक:लोसोंग छाईरांग, तानपा च्यात्सो, छीछङ च्यात्सो निर्देशक:च्यांग श्याओफिंग, तावा छाईरन धुन:जाशी डोर्चे प्रस्तुति:यूशू प्रिफेक्चर जातीय नृत्य गान मंडली महाकाव्य《गेसार》चीनी राष्ट्र के श्रेष्ठ पारंपरिक संस्कृतियों में से एक ही नहीं, मानव जाति की सभ्यताओं में मूल्यवान मानसिक संपत्ति भी है।《घुड़सवारी प्रतियोगिता में राजा बनना》महाकाव्य का एक महत्वपूर्ण अंक है। जिसमें वीर गेसार की बुद्धिमत्ता के बारे में पता चला। वे घुड़सवारी प्रतियोगिता में विजयी होकर राजा के सिंहासन पर बैठ गए। इस अंक की कविता को तिब्बती ऑपेरा समेत विभिन्न प्रकार वाला कलात्मक रुप दिया गया, जो तिब्बती बहुल क्षेत्रों में बहुत लोकप्रिय है।