zanglixinnian10
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पहाड़ी गीत:《तीन नदियों से गूंजती है आवाज़》
गीत प्रस्तुति:पाईमा योंगशी, छङलिन छाईरन, तावा चाईतो, सोनान पाची,
छ्युयिंग त्सो, तोंगचो पातिंग।
निर्देशक:फूपू योंगत्सो, पूता यांग
नृत्य प्रस्तुति:यूशू प्रिफेक्चर जातीय नृत्य गान मंडली
《तानमा का गीत》
गीत के बोल इस प्रकार हैं:
दुर्गंध को दूर कर हमेशा सुगंधित हैं सिडर के वृक्ष
बीमारी को दूर कर स्थाई तौर पर खिलता है लाल फूल
प्यास को दूर करता है हमेशा स्वच्छ बर्फ का पानी
《गूंज़ रही है सफेद शंख की आवाज़》
गीत के बोल इस प्रकार हैं:
शानदार भवन की छत पर से है
गुज़र रही आवाज़ बुहत मधुर
हरे सिडर के वृक्षों के ऊपर से है
आ रही कोयल की आवाज़ बहुत मीठी
सुन्दर गांव के आंगन में से है
सुनाई दे रहा मधुर गीत
《घुड़सवार》
गीत के बोल इस प्रकार हैं:
पूछो मत मैं कौन हूँ
घुड़सवार हूँ मैं
घोड़े के पीठ पर क्या लाद रहे हैं ?
सुगंधित चाय के साथ
मन में कौन बसे हुए है ?
माता पिता दोनों हमेशा
《शुभकामना का गीत》
गीत के बोल इस प्रकार हैं:
शुभकाना है मौसम बहुत अच्छा
फ़सलें प्राप्त करता है हर साल
जीवन है सुखमय और आनंद से भरा
परिजन हैं शांत और स्वस्थ
देश में है शांति परिपूर्ण
《अबाबील का गीत》
गीत के बोल इस प्रकार हैं:
सबसे सुन्दर जगह है जन्मस्थान
सबसे मधुर है श्रम का गीत
जन्मस्थान के लोग हैं बहुत परीश्रमी
शुभकामना है जन्मस्थान ज्यादा से ज्यादा सुन्दर
वहां लोगों का है जीवन दिन प्रति दिन सुनहरा
《प्रेम गीत》
गीत के बोल इस प्रकार हैं:
ऊंचे पहाड़ों की चोटी पर है
बहती सूत्र की झंडियां
छोटा है झंडी का आकार
शुभ संदेश भरे हुए हैं इसमें
बहुत शानदार है पर्वत
घाटी है विशाल
खूबसूरत है लड़की
स्वभाव है बहुत भला
व्यापक घास के मैदान पर है
लगाता है सुन्दर शिविर
हवा में उड़ता जा रहा है कपड़ा
याद आ रही है प्रेमिका की
चाहे तेज़ बहता है नदी का पानी
चाहे सूख है नदी
लाल घोड़े पर सवार हूं मैं
तुमसे मिलने के लिए