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महिला एकल गीत:《जन्मभूमि सानच्यांगयुआन》(तिब्बती भाषा, लोकगीत)
(सानच्यांगयुआन:चीन की सभ्यता और मां समान नदी के रूप में ह्वांग हो यानी पीली नदी, छांगच्यांग नदी यानी यांगत्सी नदी और छह एशियाई देशों से गुज़रने वाली लान छांगच्यांग नदी (एशिया के दूसरे देशों में इसे मेकोंग नदी भी कहा जाता है) का उद्गम स्थल छिंगहाई-तिब्बत पठार पर स्थित है। ये तीनों नदियां छिंगहाई प्रांत से गुज़रती हैं। तीनों नदियों के उद्गम स्थल को चीनी लोग सानच्यांग युआन कहते हैं।)
प्रस्तुति:यांगचिन लानत्से
गीत के बोल इस प्रकार हैं:
पहाड़ों की घाटी में सुनाई दे रही है
कोयल की मधुर आवाज़
पर्वत की चोटी पर देखने आ रही है
स्वर्ण सूर्य की राशनी
जन्मभूमि है तीन नदियों के उद्गम स्थल पर
हमारा जीवन है बहुत सुखी और आनंदमय
गीत《तुम से मिले मेरा प्यार》
बोल:आंगवांग वनचांग
संगीतकार:छाईरांग पासांग
प्रस्तुति:यांगचिन लानत्से
गीत के बोल इस प्रकार हैं:
ऊंचे पहाड़ों की तलहटी पर प्रेम गीत है
नदी का बहता पानी
नदी में तैरता है मेरा मन
नीले आसमान में तुम्हारी याद है
लम्बे मार्ग जैसी
यात्रा के बैग में रखा जाता है मेरा सपना
सभी इन्तजार करती हूँ मैं तुम्हारा
इस जीवन के लिये मैंने चुना तुम्हें
तुमसे मिले मेरा प्यार
तुम्हारे साथ है मेरा गीत
प्रियतम, प्रियतम, प्रियतम
तुम से प्यार है
मानो पहाड़ों में खिलते हैं
बर्फ़ीले कमल के फूलों जैसे
मानो पहाड़ों में खिलते हैं
बर्फ़ीले कमल के फूलों जैसे