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    तिब्बत में तिब्बती छात्रों के लिए अच्छी गुणवत्ता वाली शिक्षा का बंदोबस्त
    2014-12-12 19:17:37 cri

    तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में उच्च गुणवत्ता वाले शिक्षा संसाधन चीन के दूसरे भीतरी क्षेत्र के प्रांतों व शहरों की तुलना में थोड़ा कम है। इस तरह अधिक से अधिक अभिभावक अपने बच्चों को चीन के भीतरी इलाकों के मीडिल स्कूल में भेजना चाहते हैं। लेकिन हर वर्ष भीतरी इलाके के विभिन्न प्रांतों और शहरों में तिब्बती छात्रों के लिए दाखिला दर स्थिर है और संख्या करीब 4 या 5 हज़ार है। इस तरह अधिकांश तिब्बती छात्रों के लिए तिब्बत के बाहर देश के भीतरी क्षेत्र के स्कूलों में पढ़ना मुश्किल हो जाता हैं। लेकिन सौभाग्य की बात यह है कि हाल के वर्षों में भीतरी क्षेत्र के विभिन्न प्रांत और शहर तिब्बत की सहायता में जुटे हुए हैं। शिक्षा के क्षेत्र में तिब्बत की सहायता के लिए भीतरी इलाके के विभिन्न प्रांतों व शहरों ने कोशिश की। जिससे ज्यादा से ज्यादा तिब्बती बच्चे अपने घर के आस-पड़ोस के स्कूलों में माध्यमिक शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं।

    13 वर्षीय छीयांग पाची नाछ्यु प्रिफेक्चर में नाछ्यु कांउटी के चच्यांग मीडिल स्कूल में आठवी कक्षा की छात्रा है। पहले उसके माता-पिता चाहते थे कि वह भीतरी क्षेत्र के मीडिल स्कूल में पढ़े। लेकिन बाद में उन्होंने देखा कि पूर्वी चीन के चच्यांग प्रांत द्वारा सहायता के रुप में बनाए गये चच्यांग प्राइमरी स्कूल में न सिर्फ शैक्षिक स्थिति अच्छी है, बल्कि वह घर के पास भी है। इस तरह छीयांग पाची के माता-पिता ने अंत में फैसला लिया कि वे अपने बच्ची को घर के नज़दीकी चच्यांग मीडिल स्कूल में पढ़ाएंगे। स्कूल में अपनी पढ़ाई जीवन के बारे में बताते हुए छीयांग पाची को बेहद खुशी हुई। उसने कहा:

    "हमारे स्कूल केंपस का वातावरण बहुत अच्छा है। शिक्षक बहुत अच्छा पढ़ाते हैं। वे कांउटी शहर के विभिन्न स्कूलों से चुने गए श्रेष्ठ शिक्षक हैं। उनके पढ़ाने का ढ़ंग हमें आसानी से समझ में आ जाता हैं। इस तरह कक्षा में हम सभी छात्रों का अनुशासन अच्छा रहता। यह स्कूल मेरे घर के नज़दीक है। स्कूल के प्रधानाचार्य हमारे साथ अच्छा व्यवहार करते हैं। मेरी और मेरे माता-पिता की इच्छा है कि मैं स्कूल में पढ़ू। स्कूल में प्रवेश करने के पहले दिन की याद अभी भी ताज़ा है। लगता है कि मैं एक नये घर में प्रवेश कर रही हूँ। स्कूल में उपकरण भीतरी क्षेत्र के दूसरे प्रांतों व शहरों के समान हैं। फाइन आर्ट यानि ललित कला के लिए नोटबुक, कंप्युटर, प्यानो आदि सुविधाएं उपलब्ध हैं। जब हमारे अध्यापक प्यानो बजाते हैं, हम उस वक्त प्यानो की धुन पर गाते हैं। हमें बहुत अच्छा लगता हैं।"

    नाछ्यु चच्यांग मीडिल स्कूल को बनने में दो साल लगे, जिसमें कुल 7 करोड़ 60 लाख युआन का व्यय हुआ। वर्ष 2013 में स्कूल का प्रयोग औपचारिक रूप से शुरू हुआ। इस स्कूल का क्षेत्रफल 55 हज़ार वर्ग मीटर है। स्वच्छ और रोशनीदार कक्षा रूम के अलावा विद्यार्थियों के लिए छात्रावास भी बनाए गये। स्कूल में विभिन्न प्रकार के प्रगतिशील पढ़ाई उपकरण उपलब्ध हैं और शिक्षकों की गुणवत्ता भी श्रेष्ठ हैं। वर्तमान में इस स्कूल में कुल 36 शिक्षक और 268 विद्यार्थी हैं। यह नाछ्यु प्रिफेक्चर में सबसे अच्छी स्थिति वाले मीडिल स्कूलों में से एक है।

    चच्यांग मीडिल स्कूल के प्रधान लोतान ने कहा कि दूसरे क्षेत्रों की तुलना में नाछ्यु प्रिफेक्चर थोड़ा पिछड़ा है । हर साल करीब सौ विद्यार्थी भीतरी इलाके के मीडिल स्कूलों में पढ़ने जाते हैं। अब नाछ्यु चच्यांग मीडिल स्कूल विद्यार्थियों के लिए सुविधापूर्ण पढ़ाई स्थिति तैयार कर सकता है। स्कूल प्रधान लोतान ने कहा:

    "स्कूल को खुले सिर्फ़ एक साल हुआ है। कई अभिभावकों को लगता है कि हमारे स्कूल की पढ़ाई स्थिति भीतरी इलाके के दूसरे प्रांतों व शहरों के समान है। इस तरह भीतरी क्षेत्र में पढ़ने जाने वाले छात्रों ने नाछ्यु में ठहरने का फैसला लिया। इस साल दसेक विद्यार्थियों ने हमारे स्कूल में पढ़ने का निर्णय लिया, जिन्होंने भीतरी इलाके के मीडिल स्कूलों में दाखिला प्रमाण पत्र हासिल कर चुके थे। स्कूल ने उपकरणों पर अधिक पूंजी लगाई है। आगे हम सॉफ्ट क्षेत्रों में ज्यादा निवेश करेंगे, जैसा कि शिक्षकों की गुणवत्ता, उनके प्रबंधन का स्तर, शिक्षा देने की क्षमता आदि क्षेत्रों को लगातार उन्नत किया जाएगा।"

    नाछ्यु चच्यांग मीडिल स्कूल के प्रधान लोतान ने कहा कि अब स्कूल में 80 प्रतिशत विद्यार्थी स्थानीय किसान और चरवाहे परिवारों से आते हैं। संभावना है कि आने वाले दो सालों के बाद स्कूल में पढ़ने वालों की संख्या बढ़कर 1500 तक पहुंच जाएगी। शिक्षकों के संपूर्ण स्तर को उन्नत करने के लिए उन्होंने विशेष तौर पर नाछ्यु प्रिफेक्चर की सहायता देने वाले चच्यांग प्रांत के संबंधित विभागों से अपने स्कूल के शिक्षकों को प्रशिक्षण लेने के लिए भेजने और चच्यांग प्रांत के शिक्षकों को नाछ्यु में अनुभव एवं कौशल आदान प्रदान के लिए बुलाने की मांग की।

    मीडिल स्कूल शिक्षा के अलावा तिब्बत में हाई स्कूल शिक्षा का स्तर भीतरी क्षेत्र की मदद से लगातार उन्नत हो रहा है। हाल में पेइचिंग शहर और च्यांगसू प्रांत द्वारा राजधानी ल्हासा में शिक्षा के क्षेत्र में दी गई सहायता से स्थानीय विद्यार्थी हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी कर सकते हैं। इन दोनों क्षेत्रों की सहायता से ल्हासा में सुन्दर शिक्षा उपक्रणों की स्थापना की गई और अच्छे शैक्षिक तरीके व अवधारणा भी पहुंचाए गए। साथ ही इन स्थानीय स्कूलों में भीतरी इलाके से उच्च गुणवत्ता वाले शिक्षकों को भी भेजा गया।

    जानकारी के अनुसार पेइचिंग और च्यांगसू प्रांत की सहायता से निर्मित ल्हासा पेइचिंग प्रायोगिक स्कूल और ल्हासा च्यांगसू प्रायोगिक स्कूल सितंबर 2014 में खोला गया। इन दोनों स्कूलों के निर्माण के लिए पेइचिंग और च्यांगसू प्रांत ने क्रमशः 26 करोड़ 40 लाख युआन और 24 करोड़ युआन की धनराशि खर्च की।

    इन दो स्कूलों में शैक्षिक बुनियादी संस्थापन नाछ्यु प्रिफेक्चर में सर्वश्रेष्ठ हैं। यहां तक कि पेइचिंग और शांगहाई जैसे बड़े शहरों के प्रसिद्ध स्कूलों से भी अच्छे हैं। इन दो स्कूलों के वर्तमान प्रधान, संबंधित नेतृत्व व्यक्ति और पेइचिंग और च्यांगसू दो क्षेत्रों के सुप्रसिद्ध स्कूलों से 50 प्रमुख शिक्षक सीधे तौर पर भेजे गए। उनका समान लक्ष्य हैं नाछ्यु प्रिफेक्चर में शिक्षकों के स्तर को उन्नत करना। श्रेष्ठ सुयोग्य व्यक्तियों को प्रशिक्षण करने के साथ-साथ मूल रूप से तिब्बत में शिक्षा के पिछड़ेपन को दूर करेंगे। नाछ्यु च्यांगसू प्रायोगिक मीडिल स्कूल के उप प्रधान श्वू शीफ़ङ ने इसकी चर्चा करते हुए कहा:

    "मुझे यह कदम बहुत अच्छा लगा। पहले आमतौर पर तिब्बती विद्यार्थियों को भीतरी क्षेत्र के दूसरे प्रांतों व शहरों में भेजे जाते थे। इन विद्यार्थियों की काबिलियत अच्छी रहती थी और अपनी मेहनत व लगन के बल पर श्रेष्ठ विश्विद्यालयों में दाखिला ले लेते थे। लेकिन उनकी इस प्रकार की सफलता व काबिलियत से तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में पढ़ाई की स्थिति में कोई प्रगति नज़र नहीं आती थी। लेकिन भीतरी क्षेत्र के शिक्षकों को तिब्बत भेजने से भीतरी इलाके के दूसरे प्रांतों व शहरों के प्रबंधन अनुभव, शैक्षिक कुशलता और शिक्षण दर्शन को तिब्बत में लाया गया। मुझे लगता है कि तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में शिक्षकों के शिक्षण स्तर की उन्नति से तिब्बत में सुयोग्य व्यक्तियों के प्रशिक्षण के लिए लाभदायक है। इसके अलावा यहां शैक्षिक जगत में मौजूदा पिछड़ी स्थिति में मूलरूप से बदलाव आएगा।"

    तिब्बत की सहायता के लिए च्यांगसू प्रांत से आए 50 शिक्षकों को एक साल बित चुका है। विद्यार्थियों के अच्छी तरह शिक्षण के साथ ही उन्होंने ल्हासा के स्थानीय शिक्षकों के स्तर को उन्नत करने में लगे हुए हैं। वर्तमान में श्यू शीफङ और स्कूल के दूसरे नेताओं के साथ मिलकर विकास योजना बना रहे हैं और वे स्थानीय शिक्षकों को प्रशिक्षण देने को तैयार हैं। इसी क्षेत्र में कई कार्यक्रम भी आयोजित किये जाएंगे। मसलन् हर सेमेस्टर में हरेक कोर्स की ओपन क्लास आयोजित होगी, जिससे स्थानीय शिक्षकों को कक्षा देने की तैयारी, प्रगतिशील शिक्षण दर्शन व शैक्षिक कुशलता को पहुंचाने और प्रबंधन अनुभव को साझा करने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही युवा शिक्षकों के बीच शैक्षिक पढ़ाई में प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा और सभी शिक्षक मल्टीमीडिया के माध्यम से पढ़ाई करते हैं।

    ल्हासा च्यांगसू प्रायोगिक मीडिल स्कूल के उप प्रधान श्यू शीफङ ने कहा कि भावी एक-दो सालों में इस प्रकार वाले सुधार से स्पष्ट परिणाम सामने नहीं आएंगे, लेकिन यदि इस पर डटे रहे, तो अवश्य ही सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे । यदि ल्हासा पेइचिंग प्रायोगिक मीडिल स्कूल और ल्हासा च्यांगसू प्रायोगिक मीडिल स्कूल में जारी शैक्षिक सुधार से सफलता मिली, तो प्राप्त सफल अनुभवों को पूरे ल्हासा शहर, यहां तक कि पूरे तिब्बत में व्यापक तौर पर लागू किया जा सकेगा।

    शिक्षा के क्षेत्र में तिब्बत की सहायता के लिए चच्यांग प्रांत, पेइचिंग शहर और च्यांगसू प्रांत का कार्य देश भर के 17 प्रांतों व शहरों के सामूहिक कार्यक्रमों का एक अंग है। उन्होंने तिब्बत में शैक्षिक विकास के लिए सक्रिय भूमिका निभाई। तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के शिक्षा ब्यूरो से मिली ख़बर के अनुसार वर्ष 1994 में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति और चीनी राज्य परिषद द्वारा आयोजित तीसरी तिब्बत कार्य बैठक के बाद से लेकर वर्ष 2013 तक देश भर में भीतरी क्षेत्र के विभिन्न प्रांतों व शहरों ने तिब्बत में शैक्षिक सहायता के लिए कुल 1 अरब 30 करोड़ युआन का निवेश किया। हालांकि ज्यादा से ज्यादा तिब्बती बच्चे स्थानीय स्कूलों में मीडिल और हाई स्कूल शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन भीतरी इलाके के विभिन्न प्रांतों व शहरों में तिब्बती कक्षा फिर भी चालू हैं, जो तिब्बत की आधूनिक शिक्षा प्रणाली का एक अहम अंग है।

    वर्तमान में चीन के 21 प्रांतों व शहरों के मीडिल स्कूलों में तिब्बती कक्षाएं चालू हैं, जिनमें 15 हज़ार से अधिक विद्यार्थी पढ़ रहे हैं। इन तिब्बती कक्षाओं में पढ़ रहे तिब्बती विद्यार्थियों का दाखिला भीतरी इलाके के 170 विश्वविद्यालयों और उच्च स्तरीय विद्यालयों में किया जाता हैं। तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ल्हासा के उप गवर्नर,चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की ल्हासा समिति के प्रधान लोसांग तानपा ने भीतरी क्षेत्र के प्रांतों व शहरों में तिब्बती कक्षाएं के चालू होने और तिब्बत के स्थानीय स्कूली शिक्षा की मज़बूती की चर्चा में कहा:

    "शिक्षा जनजीवन से जुड़ी सबसे बड़ी बात है। मुझे लगता है कि शिक्षा सहायता सबसे बड़ी मदद है। हमारे देश के भीतरी क्षेत्र के विभिन्न प्रांतों व शहरों में तिब्बती कक्षाएं चालू हैं। लेकिन इन क्षेत्रों में तिब्बती कक्षा चालू करना किसी हद तक सीमित है। इस तरह हम श्रेष्ठ तिब्बती बच्चों को भीतरी क्षेत्र में भेजने के साथ-साथ स्थानीय शिक्षा को दूसरे प्रांतों व शहरों के समान अच्छा करेंगे। यह दोनों के बीच आपसी लाभ वाला तरीका है। लेकिन दूसरी तरफ़ कुछ विद्यार्थियों के भीतरी क्षेत्र के स्कूल में दाखिला लेने से उनका नैतिक दुनिया और विशाल होगी और उन्हें मातृभूमि के विकास की जानकारी मिलेगी।"

    तिब्बत में शैक्षिक विकास का श्रेय लोतान और श्यू शीफ़ङ जैसे स्कूलों के प्रधानों की कोशिशों को ही नहीं जाता, बल्कि देश और दूसरे प्रांतों व शहरों के भारी समर्थन को भी जाता हैं। तिब्बत के शैक्षिक जगत में सहायता प्रदान करने वाले कर्मचारियों को आशा है कि वे छीयांग पाची जैसे बच्चों के लिए और अच्छा स्कूली वातावरण तैयार करेंगे। वहीं तिब्बती लड़की छीयांग पाची को आशा है कि भविष्य में वह भीतरी क्षेत्र के एक अच्छे विश्वविद्यालय में दाखिला ले पाएगी, और बाद में वह एक पुलिसकर्मी बनेगी। उम्मीद है कि त्सेयांग पाची का सपना जरूर पूरा होगा।

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