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    स्छवान प्रांत की राजधानी छंगतू का पांडा बेस
    2014-05-19 09:39:14 cri

     



    अनिल:आपका पत्र मिला कार्यक्रम सुनने वाले सभी श्रोताओं को अनिल पांडे का नमस्कार।

    वनिता:सभी श्रोताओं को वनिता का भी प्यार भरा नमस्कार।

    अनिलः आज के प्रोग्राम में हम श्रोताओं के ई-मेल और पत्र पढ़ेंगे। इसके बाद एक श्रोता के साथ हुई बातचीत के मुख्य अंश पेश किए जाएंगे।

    दोस्तो, आज का पहला खत भेजने वाले हैं, नई दिल्ली से शाहिद आज़मी। वे लिखते हैं कि आपकी वेबसाइट पर सीआरआई वेब रेडियो का कॉलम थोड़ा छोटा है उसे बड़ा करने की ज़रुरत है। वेबसाइट पर बहुत साफ़ नज़र नहीं आता ख़ासकर उसमें क्या लिखा है, पढ़ना मुश्किल हो रहा है। इसके अलावा उक्त कॉलम के नीचे चीन का मैप भी बहुत छोटा है उसको भी थोड़ा बड़ा करने की ज़रुरत है. वेबसाइट पर वीडियो भी जैसे वेब खुलता है वीडियो खुद ब खुद चलने लगता है। इससे गाँव में जहाँ नेट की स्पीड बहुत कम होती है वेब खोलने में मुश्किल होती है। इसे मैनुअल किया जाये ताकि लोगों को सुविधा हो सके।

    वनिता:उन्होंने आगे लिखा है कि आपका प्रसारण लोकप्रियता की सीढियाँ दर सीढियाँ चढ़ता जा रहा है इस का श्रेय हिंदी सेवा के कुशल नेतृत्व और उसके कर्मचारियों की कठिन मेहनत को जाता है। अब भी मुझे 1992 - 1993 का वो समय याद है जब सी आर आई का प्रसारण सुनाने के लिए कठिन मेहनत करनी पड़ती था प्रसारण साफ़ न सुनाई देने से मन को शांति नहीं मिल पाती थी। हमारा सी आर का रिश्ता दो दशक से भी पुराना है। देखते देखते 21-22 साल गुज़र गए पता ही नहीं चला। मैं अपने को बहुत खुशनसीब मानता हूं जो मुझे सी आर आई हिंदी सेवा जैसा साथी और आप लोगों जैसा दोस्त मिला। यही नहीं कई साल तक हिन्दी सेवा की मॉनिटरिंग की भी जिम्मेदारी मुझे मिली जिसे मैने बखूबी अंजाम देने की कोशिश की है और भविष्य में भी इंशाल्लाह जारी रहेगी। हिंदी सेवा के बहुत से दोस्त हैं जिनके साथ रहने और मिलने का अवसर मिला है आज भी वो तमाम यादें , बातें मुलाक़ातें मेरे दिल में ताज़ा हैं।

    अनिल:दोस्तो, आज का दूसरा खत आया है पश्चिम बंगाल से, इसे भेजने वाले हैं, श्रीकान्त नन्दी। लिखते हैं कि सादर नमस्कार। मैं पेंटिंग नहीं जानता हूं। मैं जानता हूं कि चीन के दक्षिण-पश्चिम भाग में स्थित युन्नान प्रांत के खुनमिंग शहर प्राकृतिक दृश्य और मानवीय संस्कृति की दृष्टि से मनमोहक और दर्शनीय है। मैं कंप्यूटर से तैयार इस कोलाज को खुनमिंग चित्रकला प्रतियोगिता के लिए आपके पास भेज रहा हूं। इस कोलाज के ज़रिये मैंने सुन्दर खुनमिंग के सौंदर्य के बारे अपना अनुभव बताने की कोशिश की है। आशा है यह कोलाज आपको पसंद आएगा।

    वनिता:दोस्तो, अगला खत भेजा है पश्चिम बंगाल से मनीषा चक्रवर्ती ने। वे लिखती हैं कि मैं जानती हूं कि चीन में पांडा को चीनी राष्ट्रीय निधि माना जाता है। आपकी वेबसाइट पर ज़ारी "सछ्वान की राजधानी छडंतू" शीर्षक रिपोर्ट में पांडा की फ़ोटो देखकर मैं मोहित हो गई। मैं पांडा को छूकर देखना चाहती हूं। पर मैं जानती हूं यह कभी सम्भव नहीं होगा क्योंकि मुझे कभी चीन जाने का मौका नहीं मिलेगा।

    अनिलः देखिए, मनीषा जी, पांडा वास्तव में बहुत ही क्यूट होता है, मुझे कई बार पांडा को करीब से देखने का मौका मिला है। बीजिंग स्थित चिड़ियाघर और ज़ू में मैं दो बार गया हूं, लेकिन सबसे बेहतरीन अनुभव तो स्छवान प्रांत की राजधानी छंगतू के पांडा बेस में जाकर हुआ। जिसे पांडा का घर भी कहा जाता है। वह विशाल क्षेत्र में पांडा रहते हैं, जिनमें उनके छोटे-छोटे बच्चे भी होते हैं। जो अपने मां की तुलना में आकार में बहुत ही छोटे होते हैं। विज्ञान की भाषा में उन्हें इमेच्योर यानी अपरिपक्व भी कहा जाता है। पांडा बांस यानी बैम्बू का भोजन करते हैं। और बड़ी मात्रा में उनके लिए ज़ू या पांडा बेस में बांस के पौधे लगाए जाते हैं। क्योंकि पांडा खूब बांस खाते हैं।

    मनीषा जी, हम उम्मीद करते हैं कि आपको कभी न कभी जरूर चीन आकर पांडा को अपनी आंखों से देखने का मौका मिलेगा। पत्र लिखने के लिए धन्यवाद।

    अनिलः दोस्तो अब प्रोग्राम में टाइम हो गया है, नेक्स्ट लैटर का। इसे भेजने वाले हैं दिल्ली से राम कुमार नीरज। लिखते हैं कि सीआरआई हिंदी सेवा की साइट भारत चीन के बदलते रिश्तों को करीब से जानने और समझने का सबसे बड़ा माध्यम है। इस साइट के जरिए वर्तमान को देख सकते हैं, अतीत को समझ सकते हैं और भविष्य की रुपरेखा तैयार कर सकते हैं। इस साइट का नया संस्करण बेहद सुचनाप्रद है। मनोरंजन के साथ-साथ भारत चीन की गतिविधियों को करीब से जानने और समझने का सबसे बड़ा माध्यम बनता जा रहा है।

    खबरों की इसी ताजा कड़ी में चीन-भारत मित्रवत वर्ष में भारत की झलक कार्यक्रमों का चिन्ह सार्वजनिक किए जाने पर विस्तृत रिपोर्ट देखकर लिखने से अपने आप को रोक नहीं सका। चीन स्थित भारतीय राजदूत अशोक कंठ द्वारा भारत चीन मैत्री वर्ष में लोगो जारी करना अपने आप में संबंधों को एक नया रूप देने जैसा है। 2014 चीन भारत मैत्री वर्ष में भारत की झलक कार्यक्रमों का चिन्ह 24 अप्रैल को पेइचिंग में सार्वजनिक किया जाना प्रसन्नता का विषय है।

    वनिता:उन्होंने आगे लिखा है कि वैसे यह जानना भी बेहद दिसलचस्प है कि भारत और चीन ने इसी साल भारत में संपन्न गणतंत्र दिवस के रंगारंग कार्यक्रम के दौरान मित्रवत आदान-प्रदान वर्ष आरंभ किया था। समारोह में शामिल मुख्य अतिथि के रूप में चीन के उपराष्ट्रपति ली युवानचाओ ने कहा था कि बीजिंग रणनीतिक संबंधों को नयी उंचाई पर ले जाने को प्रतिबद्ध है। साथ ही कहा कि रणनीतिक पारस्परिक विश्वास को मजबूत करने, मित्रवत आदान-प्रदान और सहयोग को बढ़ाने, इतिहास के पन्नों से छूटे हुए मुद्दों को उचित तरीके से सुलझाने और महत्वपूर्ण और क्षेत्रीय मुद्दों पर सहयोग को मजबूत करने की दिशा में बीजिंग भारत के साथ मिलकर संयुक्त प्रयास करेगा। और अपनी रणनीतिक साझेदारी को नयी उंचाइयों पर ले जाएगा - जो निश्चय ही भारत चीन संबंधों को एक नया आयाम देने में सक्षम होगा।

    अनिल:अगला पत्र हमें भेजा है केसिंगा ओड़िशा से सुरेश अग्रवाल ने। लिखते हैं कि चौथे बीजिंग अन्तर्राष्ट्रीय फ़िल्मोत्सव में भारतीय फ़िल्म "सिध्दार्थ" का सर्वश्रेष्ठ चुना जाना हम सभी के लिए गर्व की बात है। भले ही चीन में शराब पीना भारत की तरह ख़राब नहीं माना जाता, फिर भी अत्यधिक मद्यपान सर्वत्र वर्जित है और इसी परिप्रेक्ष्य में मध्य चीन के हुन्नान के एक कस्बे में नियुक्त नये प्रधान द्वारा अधिक शराब पीकर मौत को गले लगाने वाला किस्सा सुन कर दुःख हुआ। लगता है कि नशे की लत के सामने ज़िन्दगी का भी कोई मोल नहीं रह जाता। चाहे लुधियाना हो या कि कोई और जगह, नशा न करने वाला वर ढूँढ पाना आजकल बहुत मुश्किल काम है.वैसे भारत में लड़कियों का अनुपात कम होने के चलते शरीफ़ लड़कों को भी लड़की मिलना मुश्किल हो गया है, फिर नशेड़ी लोगों की तो बात ही छोड़िये! जहाँ हमारे यहां पेशाब ही नहीं, सरेआम शौच जाना भी आम बात है,ऐसे में हांगकांग में एक मासूम द्वारा खुले में पेशाब करना इतना बड़ा तमाशा बन गया कि जिसे इन्टरनेट पर लाखों लोगों ने लाइक कर दिया, सचमुच इससे हमें सीख लेनी चाहिये। कार्यक्रम में इन्टरनेट विज्ञापन किंग गुरुबख्श चहल को अपनी गर्लफ्रैण्ड को पीटने पर सजा तथा हेल्थ सेक्शन में टूथब्रश को बाथरूम में न रखने सम्बन्धी महत्वपूर्ण टिप्स देने हेतु आभार।

    वनिता:उन्होंने आगे लिखा है कि कार्यक्रम "मैत्री की आवाज़" के तहत आम आदमी पार्टी के अमीर जी की लम्बी वार्ता सुनी,जिसमें कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी की तुलना में "आप" की खूबियाँ गिनवाईं गईं। अब क्योंकि सीआरआई पर भी इसका ज़ोरदार प्रचार हो गया, इसलिए लगता है कि वर्त्तमान आम चुनावों में न सही, आगामी चुनावों में "आप" की स्थिति निश्चित तौर पर सुदृढ़ होगी। वैसे कार्यक्रम की शुरुआत में बतलाया गया था कि यह कार्यक्रम संवाददाता देवजी द्वारा लिये गये साक्षात्कार के आधार पर होगा, परन्तु यहाँ तो आवाज़ महज़ अमीरजी की ही आयी और देवजी को आपने नेपथ्य में रख दिया। हां, एक बात और कि गम्भीर राजनीतिक चर्चा के बीच "ईश्क ईश्क करना है कर ले....... जैसा रोमांटिक गीत बजाया जाना कुछ जमा नहीं। ज़रा इस पर आप भी ग़ौर फरमाइयेगा। धन्यवाद।

    अनिल:अगला पत्र हमें भेजा है पश्चिम बंगाल से बिधान चंद्र सान्याल ने। लिखते हैं कि सी आर आई हिन्दी सेवा के साथ उत्तरी शिनच्यांग मेँ स्थित अलताई चरागाह का दौरा करते हुये बहुत अच्छा लगा । पहाडी पीपल पर गुलाबी आभा बिखरी पड़ रही थी , पक्षी चहचहा रहे थे जो एक स्वप्नलोक में ले गया। वेब पेज पर दिए गए चित्रों से उसको अपनी आंखों से देखने का मौका मिला। और यह खुशी की बात है की युन्नान बिश्वबिद्यालय प्रतिनिधिमंडल ने कोलकाता विश्वविद्यालय का दौरा किया । केबल दौरा नही , दौरे के साथ साथ वार्ता भी हुई और दौनो यूनिवर्सिटी के बीच आदान प्रदान और सहयोग पर विस्तृत सहमति बनी। आशा है कि इसका लाभ जल्द से जल्द मिलेगा।

    वनिता:उन्होंने आगे लिखा है कि भारत -चीन मित्रवत वर्ष मेँ भारत की झलक कार्यक्रमोँ का चिन्ह सार्बजनिक करने से हम बहुत खुश हैं। हमें आशा है कि इससे भारत-चीन मैत्री और मजबूत होगी। इसके बाद उन्होंने यह भी कहा कि सछ्वान प्रांत की राजधानी छडंतू के बारे मेँ बिस्तृत जानकारी मिली । छडंतू के बारे मेँ जानकर और उसके सुंदर दृश्य और दर्शनीय स्थलोँ का वर्णन सुन मन मोहित हो गया। धन्यवाद।

    वनिता:दोस्तो,इसके बाद लीजिए पेश करते हैं, एस.बी.शर्मा का ख़त। लिखते हैं कि 22 अप्रैल को चीन के युन्नान विश्वविद्यालय के उप-कुलपति श्याओ श्येन के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने कोलकाता विश्वविद्यालय का दौरा किया। इस दौरान दोनों विश्वविद्यालयों में शिक्षा के सहयोग पर विचार विमर्श किया गया। कोलकाता स्थित चीनी काउंसल जनरल वांग श्वेएफ़ंग ने इस वार्ता में भाग लिया। इस बातचीत में कोलकाता विश्वविद्यालय में कन्फ्यूशियस कॉलेज खोलने पर भी विचार विमर्श किया गया। उम्मीद है दोनों पक्षों में सहमति बन जाएगी यदि कोलकाता विश्वविद्यालय में कन्फ्यूशियस कालेज खुलता है तो भारत में यह कन्फ्यूशियस की दूसरी शाखा होगी। इससे पूर्वी भारत के छात्रों और लोगों को चीनी भाषा सीखने में मदद मिलेगी जिससे इस क्षेत्र के लोगों में चीन की संस्कृति के विषय और अधिक जानकारी बढ़ेगी। जिससे दोनों देशो की जनता के बीच मित्रवत सम्बन्धों में और अधिक मिठास आएगी। हम इसकी उम्मीद करते हैं।

    अनिलः दोस्तो, आज का अंतिम खत भेजा है सऊदी अरब से मुहम्मद सादिक आज़मी ने । लिखते हैं कि मैंने अपना पसंदीदा कार्यक्रम " आपका पत्र मिला " सुना जिसे पेश किया अनिल पाण्डे जी और वनीता जी ने मुझे आज के कार्यक्रम मे थोड़ा बदलाव लगा जो सराहनीय बात लगी वह इसमें गानों की संख्या को कम कर पत्रों की संख्या मे बृद्धि यह क्रम भविष्य में भी जारी रहना चाहिये। ताकि हम अधिक से अधिक अपने श्रोता मित्रों के विचारों से अवगत हो सकें ।आज इसमे बिहार के अजय कुमार जी से साक्षात्कार सुनवाया गया जिससे उनके और उनके क्षेत्र की बहुत सारी बातें जानने को मिली हम अजय कुमार जी के पिता जी को उनके रेडियो से १९६४ से लगाव को सलाम करते है उनका यह लगाव हमारे लिये प्रेरणादायी है

    अगर होसके तो किसी कार्यक्रम मे उनका साक्षात्कार पेश करें कृपा होगी।

    एक और निवेदन है कि कार्यक्रम आपका पत्र मिला मे श्रोताओं की प्रतिक्रिया पर अपने विचार या उतर दिया करें ताकि cri का दृष्टिकोण भी स्पष्ट हो जाया करे ।

    अनिल:दोस्तो, इसी के साथ आपका पत्र मिला प्रोग्राम यही संपन्न होता है। अगर आपके पास कोई सुझाव या टिप्पणी हो तो हमें जरूर भेजें, हमें आपके खतों का इंतजार रहेगा। इसी उम्मीद के साथ कि अगले हफ्ते इसी दिन इसी वक्त आपसे फिर मुलाकात होगी। तब तक के लिए अनिल पांडे और वनिता को आज्ञा दीजिए, नमस्कार।

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