भारत के उत्तर प्रदेश में 19 अगस्त को ट्रेन के पटरी से उतरने की घटना 23 लोगों की मौत हो चुकी है, अन्य 70 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
स्थानीय समयानुसार 19 अगस्त की शाम एक ट्रेन उत्तर प्रदेश के मुज़फ़्फरनगर से गुजरते समय पटरी से उतर गयी। घटनास्थल राजधानी दिल्ली से लगभग 100 किलोमीटर दूर है।
स्थानीय मीडिया ने उत्तर प्रदेश की पुलिस के हवाले से कहा कि दो आपदा आपात बचाव दल व चिकित्सक घटनास्थल पर बचाव कार्य कर रहे हैं। आसपास की जनता भी वहां जाकर मदद दे रही हैं। घायलों को नजदीक के अस्पतालों में भेजा गया है।
भारतीय रेल मंत्री ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने हर मृतक के परिजनों को 3.5 लाख रुपये मुआवज़े का ऐलान किया। साथ ही हर गंभीर रूप से घायल यात्री को 50 हजार और मामूली रूप से चोटिल व्यक्ति को 25 हजार रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की।
स्थानीय मीडिया के अनुसार घटना के समय रेल विभाग के कर्मचारी वहां पटरी का मरम्मत कर रहे थे। लेकिन उन्होंने रेलमार्ग पर स्पष्ट रूप से चेतावनी का संकेत नहीं रखा। उसी समय वहां से एक ट्रेन 106 किमी. प्रतिघंटे की गति से आ गयी। नियमों के मुताबिक मरम्मत वाले रेल मार्ग में गुजरते समय ट्रेन की गति 10-15 किमी. प्रति घंटा होनी चाहिए।
चंद्रिमा