चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ह्वा छुनइंग ने 16 अगस्त को कहा कि चीन को विश्वास है कि चीन और फिलीपींस दोनों देशों की बुद्धि और शक्ति से दक्षिण चीन सागर की शांति,मैत्री और सहयोग आगे बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि पिछली शताब्दी के 80वें दशक में दक्षिण चीन सागर विवाद के समाधान के लिए चीन ने "विवाद को किनारे रखकर एक साथ विकास करें " नामक प्रस्ताव पेश किया ,जो सबसे पहले फ़िलीपींस के प्रति प्रस्तुत किया गया। इन दशकों में दक्षिण चीन सागर के संबंधित विवाद के हल करने और आस-पास के देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के लिए चीन ने इस प्रस्ताव का परिपालन किया है।
ह्वा छुनइंग ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून और अंतरराष्ट्रीय अनुभव के अनुसार महासागर विवाद को निपटाने से पहले संबंधित देशों को संयम रखने के साथ-साथ व्यवहारिक अंतरिम व्यवस्था करनी होगी। जिसमें विवाद को नियंत्रण करने के नियम और तंत्र का निर्माण, विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग और "विवादों को किनारे रखकर एक साथ विकास करें" प्रस्ताव कार्यान्वित करना शामिल है। ऐसा करके दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में शांति और स्थिरता की रक्षा हो सकेगी और अंत में विवाद के समाधान के लिए अनुकूल माहौल तैयार हो सकेगा। दोनों देशों के बीच समान विकास और संबंधित सहयोग दोनों देश के रुख़ और अंतिम सीमा को निश्चित करने में बाधा नहीं पहुंचाएगा।
(हर्षा)