हिमाचल में भू-स्खलन में दफन हुई दो बसों के 45 यात्रियों के शवों को सेना और आपदा राहत टीमों ने मलबे से बाहर निकाला है। प्रशासन को मलबे में और शवों के दबे होने की आशंका है ।
भू-स्खलन की यह घटना रविवार तड़के राजधानी शिमला से 177 किमी दूर मंडी जिले के उरला गांव में हुई। इसमें नेशनल हाईवे पर दो बसें दफन हो गई थी।
मंडी जिले के डिप्टी कमिश्नर संदीप कादम ने बताया कि अब तक मलबे में से 45 शवों को बाहर निकाला गया है जबकि अन्य शवों की तलाश जारी है।
अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश में पठानकोट-मंडी हाईवे पर मलबा आ गया था। इसमें दो बसें, दो कार और एक बाइक दफन हो गए थे।
भू-स्खलन में मलबे के साथ आई चट्टानों और बोल्डरों ने दो बसों को अपनी चपेट में लिया था। एक बस मलबे के साथ खाई में चली गयी थी। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शवों को पास के अस्पताल में रखा गया है और प्रशासन उनकी पहचान करने में लगा है। प्रशासन को आशंका है कि मलबे में और लाशें दबी हो सकती हैं। अभी तक इस बात का पता नहीं चल पाया है कि बसों में कितने यात्री सवार थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर दुख जताया है। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने घटना स्थल का दौरा किया। सरकार ने हादसे में मृतकों के परिजनों को 7795 डॉलर की सहायता देने की घोषणा की है।
जय प्रकाश
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