यमनी सरकारी सेना और सरकार-विरोधी बलों के बीच11 अगस्त की रात उत्तरी यमन सीमा के पास अल जौफ प्रांत में संघर्ष हुआ। इसमें कम से कम 17 लोगों की मौत हुई। यमनी सेना ने इस बात की पुष्टि की है।
सेना के एक अधिकारी ने संवाददाता को बताया कि लड़ाई का क्षेत्र उत्तरी अल जौफ यमनी सरकारी सेना और सरकार-विरोधी बलों के बीच प्रमुख युद्ध क्षेत्र है। सरकारी सेना ने हौथी विद्रोहियों को इस क्षेत्र से बाहर खदेड़ने की कोशिश की। 11 अगस्त की रात दोनों पक्षों के बीच लड़ाई में 7 यमनी सरकारी सैनिकों और 10 हौथी विद्रोहियों की मौत हुई, जबकि 4 सैनिक घायल हुए।
सितंबर 2014 में यमन के हौथी विद्रोहियों ने यमन की राजधानी साना पर कब्जा किया। इसके बाद उन्होंने दक्षिणी यमन पर भी कब्जा किया। यमन के राष्ट्रपति अबू रब्बी मंसूर को सऊदी अरब में शरण लेने के लिये मजबूर किया गया। मार्च 2015 में सऊदी अरब आदि देशों ने हौथी विद्रोहियों के खिलाफ़ कार्रवाई शुरू की। इस मार्च में मानवीय मामलों के संयुक्त राष्ट्र के उप महासचिव स्टीफन ओ ब्रायन ने कहा कि पिछले 2 साल में हजारों नागरिक मारे जा चुके हैं। जबकि दस हजार घायल हुए हैं। गौरतलब है कि यमन में लगभग 1.9 करोड़ लोगों को मानवीय सहायता की जरूरत हैं।
(हैया)