चीन के भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ पर समारोह 8 अगस्त को आयोजित हुआ। भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश की स्थापना चीन में जातीय क्षेत्रीय प्रणाली का सफल मॉडल है। भीतरी मंगोलिया की सरकार और जनता को इस प्रणाली का पालन और सुधार जारी रखना चाहिये। साथ ही उन्हें विभिन्न जातियों के बीच आदान-प्रदान को आगे बढ़ाना चाहिये। उन्हें आर्थिक विकास, संस्कृति और आजीविका में सुधार को आगे मजबूत करना चाहिये। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) की केंद्रीय समिति के राजनीतिक ब्यूरो के स्थायी सदस्य, चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन की राष्ट्रीय समिति के अध्यक्ष और सीपीसी की केंद्रीय समिति के प्रतिनिधि मंडल के प्रमुख यू चंगशेंग ने इस समारोह में भाग लेते समय यह बात कही।
वर्ष 1947 में भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश की स्थापना हुई। वह चीन का पहला प्रांतीय अल्पसंख्यक स्वायत्त क्षेत्र बना। इस समारोह में यू चंगशेंग ने कहा कि स्थापना के 70 वर्षों में विशेषकर सुधार-खुलेपन से भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश में अत्यंत भारी परिवर्तन और विकास हुआ। उन्होंने अपील की कि जातीय क्षेत्रीय स्वायत्त शासन प्रणाली चीन की एक बुनियादी राजनीतिक व्यवस्था है। वह चीनी विशेषताओं के साथ जातीय मुद्दे का समाधान करने के सही रास्ते की महत्वपूर्ण सामग्री और व्यवस्थित गारंटी है। भीतरी मंगोलिया को इस प्रणाली का ठीक से उपयोग करना और सभी जातीय लोगों की मौलिक हितों की रक्षा करनी चाहिये।
उन्होंने आगे कहा कि भीतरी मंगोलिया को हरित विकास जारी रखना चाहिये। वे संसाधनों के संरक्षण और चक्रीय व सतत विकास को आगे बढ़ाना चाहिये। साथ ही भीतरी मंगोलिया को बहुआयामी विकास तथा बहुध्रुवीय सहायता होने वाली आधुनिक औद्योगिक प्रणाली का निर्माण करना चाहिये।
समारोह के बाद सीपीसी की केंद्रीय समिति के प्रतिनिधि मंडल को 4 समूहों में बांटा गया। इन चारों समूहों ने 9 अगस्त को भीतरी मंगोलिया के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया।
(हैया)