इससे पहले जारी एक अन्य आंकड़ों के अनुसार इस साल जुलाई में भारत में पीएमआई जून माह के 50.9 से कम होकर 47.9 तक पहुंच गई। यह वर्ष 2009 की फरवरी से अब तक का निम्नतम स्तर है।
बाज़ार के विश्लेषकों का विचार है कि 1 जुलाई से शुरू हुआ माल और सेवा कर का सुधार नई आर्डर-फ़ार्म की कमी होने का प्रमुख कारण है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने 2 अगस्त को आयोजित मौद्रिक नीति बैठक में बेंचमार्क रेपो रेट को 0.25 प्रतिशत तक कम कर 6 प्रतिशत तक पहुंचाने का फैसला किया। भारतीय केंद्रीय बैंक ने कहा कि विभिन्न कारणों से निरंतर मौद्रिक नीति की सरलता से आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने पर दबाव दिया गया। भारतीय सांख्यिकी ब्यूरो द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष की पहली तिमाही में भारत की आर्थिक वृद्धि दर केवल 6.1 प्रतिशत रही, जो पिछले वर्ष की चौथी तिमाही में 7 प्रतिशत के स्तर से नीचे है।
(वनिता)