पिछले कुछ दिनों से भारत के दार्जीलिंग क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। 40 से ज्यादा दिनों तक चली आ रही हड़ताल और दंगे खत्म होने का आसार नजर नहीं आते हैं। स्वतंत्र प्रदेश की मांग करने वाले गोरखा लोगों ने लगातार दो दिनों तक पुलिस के साथ सिंहक मुठभेड़ की, जिसमें 6 पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हुए।
29 और 30 जुलाई को प्रदर्शनकारियों ने दार्जीलिंग के पास कई कस्बों में प्रदर्शन करते समय पुलिस के साथ संघर्ष किया। पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, जबकि प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पुलिस ने उनपर गोली चलाई, जिसमें चार लोग घायल हो गए।
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने 29 जुलाई को दार्जीलिंग में आपात बैठक कर केंद्रीय सरकार से दस दिनों का अल्टिमेटम जारी किया। अल्टिमेटम में कहा गया कि अगर सरकार ने 8 अगस्त तक स्वतंत्र प्रदेश की स्थापना को मंजूरी नहीं दी, तो दंगे और बढ़ेंगे।
इस जून के मध्य में नेपाली भाषी गोरखा लोगों ने सार्वजनिक स्कूल में जबरन बांग्ला भाषा लागू करने पर असंतोष जताते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू किया और स्वतंत्र प्रदेश स्थापित करने की मांग भी की। (वेइतुङ)