इराक़ स्थित चीनी राजदूत छन वेईछिंग और इराक़ के गृह मंत्री कासिम अल अरजी ने 26 जुलाई को बगदाद में दोनों देशों की ओर से सहयोग के ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये। इस ज्ञापन के मुताबिक़ चीन इराक़ को मानवीय सहायता देगा।
चीनी राजदूत छन वेईछिंग ने हस्ताक्षर समारोह में बधाई देते हुए कहा कि इराक़ी जनता ने आतंक विरोधी संघर्ष में सफलता प्राप्त की। इराक़ के मित्र और साथी के रूप में चीन सरकार सदैव इराक़ युद्ध से पैदा हुई पीड़ा को मिटाने का संमर्थन करती है और युद्धोत्तर पुनर्निर्माण में चीनी व्यवसायों की भागीदारी को प्रोत्साहित करती है।
कासिम अल अरजी ने कहा कि लंबे समय तक इराक़ और चीन के बीच बेहतरीन सहयोगी संबंध को बनाये रखा है। इराक़ आतंक विरोधी युद्ध में चीनी जनता और चीन सरकार द्वारा दी गई मदद का आभारी है। आशा है कि भविष्य में दोनों देश आतंक विरोधी और आर्थिक क्षेत्र में सहयोग को लगातार आगे बढ़ाएँगे।
वर्ष 2014 में चरमपंथियों ने उत्तर और पश्चिमी इराक़ के व्यापक इलाक़े पर अपना कब्ज़ा किया जिसमें इराक़ का दूसरा सबसे बड़ा शहर मोसुल शामिल है। अक्तूबर वर्ष 2016 में इराक़ सरकार सेना ने मोसुल की मुक्ति कराने के लिए चरमपंथियों पर हमला शुरू किया। 10 जुलाई वर्ष 2017 को इराक़ी प्रधानमंत्री ने मोसुल को आतंकियों से पूरी तरह आज़ाद करा लिये जाने की घोषणा की। मोसुल की मुक्ति इराक़ के आतंक विरोधी संघर्ष में बहुत महत्वपूर्ण विजय है। कई वर्षों के युद्ध की वजह से इराक़ में मानवीय संकट की स्थिति गंभीर है।
(हर्षा)