25 जुलाई को सुबह चीन-रूस समुद्री संयुक्त-2017 सैन्य अभ्यास का समुद्रीय चरण शुरू हुआ । इसके बाद के दो दिनों में चीन और रूस के जहाज संयुक्त हवा रक्षा, संयुक्त खोज और संयुक्त बचाव आदि गतिविधियां करेंगे ताकि दोनों पक्षों की संयुक्त समुद्रीय कार्यवाही करने वाली क्षमता मजबूत हो सके ।
योजनानुसार इस संयुक्त सैन्य अभ्यास का समुद्रीय चरण बाल्टिक सागर के दक्षिण पूर्वी क्षेत्र में किया जाएगा । दोनों देशों की नौसेनाएं पनडुब्बी विरोधी, विमानभेदी और एंटी शिप आदि संयुक्त कार्रवाइयों का अभ्यास करेंगी ।
चीन-रूस समुद्री सैन्य अभ्यास वर्ष 2012 से शुरू हुआ । अभी तक यह अभ्यास दोनों देशों में छह बार आयोजित हुआ । इस सैन्य अभ्यास से दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच विश्वास व मैत्री मजबूत की गई है और इससे दोनों सेनाओं के बीच सहयोग में भी जीवित शक्ति डाली गयी है ।
( हूमिन )