भारत के उड़ीसा, पश्चिम बंगाल और गुजरात में हो रही बारिश से कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। गुजरात में बाढ़ से जन जीवन अस्त-व्यस्त है जबकि उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। बाढ़ और आसन्न खतरे से निपटने के लिए राज्य सरकारों को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है।
बारिश से उड़ीसा के कई इलाके प्रभावित हैं । सोमवार को राज्य सरकार ने बाढ़ के खतरे की चेतावनी जारी कर दी। मुख्य रूप से बारिश का कहर राज्य के उत्तरी जिलों में है। सुंदरगढ़ जिले में बहने वाली प्रमुख नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। लगातार बारिश से कोयल, शंख और ब्राहमनी नदियों में बाढ़ का पानी बह रहा है। नदियों के किनारे रहने वाले लोगों में भय बना है। मौसम विभाग भुवनेश्वर ने अगले तीन दिन में भारी बारिश की चेतावनी दी है। प्रशासन के अनुसार सुंदरगढ़, कुंझागढ़ और मयूरभंज जिलों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई है।
पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल में भी शनिवार से बारिश हो रही है। राज्य के मौसम विभाग ने अगले दो दिन में भारी बारिश की चेतावनी दी है। राज्य के दक्षिणी और उत्तरी जिलों में नदियों का जल स्तर बढ़ा है। हालांकि प्रशासन ने तत्काल बाढ़ के खतरे से इंकार किया है। उड़ीसा और पश्चिम बंगाल के बीच यातायात भी प्रभावित हुआ है।
पश्चिमी राज्य गुजरात पहले से बाढ़ से प्रभावित है। मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने सौराष्ट्र के कुछ हिस्सों में बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। बुरी तरह प्रभावित सुरेंद्रनगर जिले के चोटीला ब्लाक का हवाई निरीक्षण किया।