22 जुलाई को चीन और रूस के बीच समुद्री संयुक्त-2017 सैन्य अभ्यास रूस के बाल्टियस्क में शुरू हुआ । चीन और रूस की नौसेना के उच्च अफसरों ने सैन्य अभ्यास के आरंभ की घोषणा की ।
इस सैन्य अभ्यास में उपस्थित चीनी अफसर ने कहा कि यह सैन्य अभ्यास चीन और रूस के बीच व्यापक सामरिक भागीदारी संबंध को मजबूत करने वाला कदम है । इससे दोनों के विश्व शांति की रक्षा के उद्देश्य में प्रयास तथा क्षेत्रीय स्थिरता के लिए अनुकूल है । इस वर्ष सैन्य अभ्यास में दोनों देशों की नौसेना आतंकवाद-रोधी व राहत कार्यों के संदर्भ में अधिक सहयोग करेंगी और आपस में संयुक्त कार्यवाही करने की क्षमता नये स्तर पर ले जाएंगी ।
उधर रूसी नौसेना के उच्च अफसर का कहना है कि वर्ष 2012 में दोनों देशों के बीच समुद्री सैन्य अभ्यास शुरू होने से चीन और रूस के बीच सहयोग अधिक सुव्यवस्थित तौर पर किया जा रहा है । वर्ष 2017 के सैन्य अभ्यास से दोनों देशों की सेनाओं के बीच आपसी समझ को बढ़ाया जाएगा ।
वर्तमान सैन्य अभ्यास में दोनों सेनाओं के कई बोटों की शामिली हुई है । साथ ही सैन्य अभ्यास में संयुक्त संचालन और ड्यूटी व्यवस्था, कमान सूचना प्रणाली, सैन्य अभ्यास का तुल्यकालन नियंत्रण करने वाली प्रणाली तथा जानकारी वितरण प्रणाली आदि की स्थापना की जाएगी ।
( हूमिन )