फिलिस्तीन के विश्वस्त मित्र के रूप में चीन मध्य-पूर्व की शांति प्रक्रिया पर घनिष्ठ रूप से ध्यान देता है और सदैव दृढ़ता के साथ फिलिस्तीनी जनता के राष्ट्रीय कानूनी अधिकार की बहाली का समर्थन करता है। चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग ने 19 जुलाई की शाम पेइचिंग में यात्रा पर आए फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास से भेंट के दौरान यह बात कही।
ली खछ्यांग ने कहा कि चीन-फिलिस्तीन पारंपरिक मैत्री गहरी है, दोनों एक दूसरे का सम्मान और समर्थन करते हैं। कल राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने आपके साथ फलदायी वार्ता की, जिससे चीन-फिलिस्तीन मित्रवत सहयोगी संबंध का आगे विकास मज़बूत होगा। एक शांतिपूर्ण और सुरक्षित मध्य-पूर्व क्षेत्रीय और वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। चीन अंतरराष्ट्रीय समुदाय के संबंधित शांति वार्ता के लिए किए गए प्रयास का समर्थन करता है और इसमें सक्रिय रूप से भाग लेने को तैयार है।
ली खछ्यांग ने कहा कि शांति और विकास एक दूसरे की आपूर्ति और गारंटी है। चीन फिलिस्तान के साथ मिलकर वास्तविक सहयोग को गहराना चाहता है, ताकि आपसी लाभ और दोहरी जीत साकार हो सके। दोनों पक्ष द्विपक्षीय और बहु-पक्षीय वार्ता या सलाह मशविरे के माध्यम से वर्तमान में कुछ अहम क्षेत्रों में किए जा रहे सहयोग को आगे बढ़ा सकते हैं। अर्थतंत्र, व्यापार, आधारभूत संस्थापन, मानव संसाधन, और क्षमता निर्माण जैसे पहलुओं पर सहयोग को मज़बूत करेंगे, ताकि फिलिस्तीन के आर्थिक विकास और जन जीवन को आगे बढ़ाया जा सके।
अब्बास ने कहा कि फिलिस्तान और चीन एक दूसरे पर विश्वास करते हैं। द्विपक्षीय संबंध बेहतर है। वह फिलिस्तीन मुद्दे पर चीन के रूख का प्रशंसक है और लम्बे समय में फिलिस्तीन के समर्थन का आभारी है। फिलिस्तीन चीन के साथ उच्च स्तरीय आवाजाही को बरकरार रखते हुए औद्योगिक पार्क, स्वच्छ ऊर्जा, मानव शक्ति के प्रशिक्षण आदि क्षेत्रों में सहयोग को मज़बूत करना चाहता है, ताकि फिलिस्तीन-चीन मित्रवत सहयोगी संबंध के स्वस्थ विकास को आगे बढ़ाया जा सके।
(श्याओ थांग)