इराकी प्रधानमंत्री और सशस्त्र बलों के चीफ कमांडर हैदर अल-आबाद ने 9 जुलाई को मोसुल में बैठक का आयोजन किया। उन्होंने दावा किया कि इराकी सरकारी सेना को मोसुल में "जीत के फल" को पकड़े रहना चाहिये।
उस दिन हैदर अल-आबाद ने पश्चिमी मोसुल के संघीय पुलिस बलों के मुख्यालय में सरकारी सेना के अधिकारियों से भेंट की। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि इराकी सरकारी सेना को मोसुल में "जीत के फल" को किसी भी कीमत पर पकड़े रहना चाहिये। सरकारी सेना को आईएस के बचे हुए उग्रवादियों को तहस-नहस कर देना चाहिए साथ ही शहर की सुरक्षा और स्थिरता को फिर से पुनर्स्थापित करना, बारूदी सुरंगों और विस्फोटकों को हटाना और नागरिकों की रक्षा करना करना चाहिये।
उस दिन इराकी प्रधानमंत्री के कार्यालय ने बयान किया कि हैदर अल-आबाद ने मोसुल पहुंचकर सरकारी बलों और नागरिकों को इस्लामिक स्टेट के खात्मे के लिए बधाई दी।
(हैया)