चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 5 जुलाई को बर्लिन में जर्मन राष्ट्रपति फ्रैंक वाल्टर स्टीन्मीयर से मुलाकात की। दोनों शीर्ष नेताओं ने चीन-जर्मनी संबंध के भावी विकास पर व्यापक आम सहमतियां हासिल कीं।
शी चिनफिंग ने कहा कि इस वर्ष चीन और जर्मनी के बीच राजनयिक संबंध की स्थापना की 45वीं वर्षगांठ है। पिछले 45 सालों में दोनों पक्षों ने एक दूसरे का सम्मान करते हुए मतभेदों को दरकिनार रखकर समानताओं की खोज की, विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग का लगातार विस्तार किया। चीन और जर्मनी के बीच आम सहमतियां और समान हित निरंतर व्यापक हो रहा है। साल 2014 में चीन-जर्मनी सर्वांगीण रणनीतिक साझेदार संबंध की स्थापना हुई, तब से लेकर अब तक द्विपक्षीय संबंध का उच्च स्तरीय प्रचालन हो रहा है। चीन जर्मनी के साथ मिलकर दोनों देशों के बीच व्यापक सहयोग में अधिक जीवन शक्ति संचार करने का समान प्रयास करना चाहता है, ताकि दोनों देशों की जनता को लाभ मिल सके और विश्व शांति, स्थिरता और समृद्धि को आगे बढ़ाया जा सके।
शी चिनफिंग ने बल देते हुए कहा कि वर्तमान में विश्व गहरे और जटिल परिवर्तन के दौर से गुज़र रहा है। दुनिया में प्रमुख आर्थिक समुदायों, बड़े व्यापारिक देशों और अपने क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रभाव डालने वाले देशों के रूप में चीन और जर्मनी के बीच सहयोग को मज़बूत करने का अधिक रणनीतिक महत्व होता है। हमें आपस में रणनीतिक विश्वास उन्नत करते हुए विकास की रणनीति को जोड़ना चाहिए, मानविकी आदान प्रदान को समृद्ध करते हुए अंतरराष्ट्रीय सहयोग को व्यापक और मज़बूत करना चाहिए, ताकि चीन-जर्मनी सहयोग को और ऊँचाई पर पहुंचाया जा सके।
राष्ट्रपति स्टीन्मीयर ने शी चिनफिंग की जर्मनी यात्रा का हार्दिक स्वागत किया और कहा कि पिछले कई दशकों में जर्मनी-चीन संबंध का पर्याप्त विकास हुआ है, विभिन्न क्षेत्रों में मित्रवत सहयोग में फलदायी उपलब्धियां हासिल हुई हैं, अंतरराष्ट्रीय मामलों में घनिष्ठ संपर्क और सहयोग कायम हुआ है। जर्मनी चीन के साथ मिलकर जी 20 ग्रूप समेत बहुपक्षीय ढांचे में सहयोग को मज़बूत करना चाहता है, ताकि विश्व की शांति और विकास को आगे बढ़ाया जा सके।
(श्याओ थांग)