संयुक्त राष्ट्र संघ के उप महासचिव एवं संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण योजना
कार्यालय के कार्यकारी प्रमुख एरिक सोलहेइम ने हाल में तेहरान में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय रेतीला तूफान रोकथाम सम्मेलन के दौरान कहा कि इस संदर्भ में विश्व को चीन के अनुभव से सबक लेना चाहिए।
उन्होंने मरुभूमि सुधार और जल मिट्टी संरक्षण में चीन के सक्रिय प्रयास का उच्च मूल्यांकन किया। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले वे चीन के खुबुछी रेगिस्तान गए। स्थानीय रेगिस्तान रोकथाम परियोजना में उच्च व विज्ञान तकनीक और पारिस्थितिकी पर्यटन आदि ने उन पर गहरी छाप छोड़ी है। उनका मानना है कि खुबुछी रेगिस्तान के पारिस्थितिकी अर्थतंत्र का विकास फार्मूला विश्व के अन्य देशों को अनुभव दे सकता है।
एरिक सोलहेइम ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से रेतीलीकरण और रेतीले तूफान से प्राकृतिक पर्यावरण, मनुष्य के स्वास्थ्य, आर्थिक विकास और क्षेत्रीय सुरक्षा को पहुंचाये गये नुकसान को बड़ा महत्व देने की अपील की।
गौरतलब है कि इस साल के सितम्बर में संयुक्त राष्ट्र के रेतीलीकरण रोकथाम संधि के संस्थापक सदस्यों का 13वां सम्मेलन चीन के भीतरी मंगोलिया में आयोजित होगा। 195 संस्थापक सदस्यों के प्रतिनिधि वैश्विक रेतीलीकरण रोकथाम पर विचार विमर्श करेंगे।
(श्याओयांग)