4 जुलाई को चीन और रूस के विदेश मंत्रालयों में कोरियाई प्रायद्वीप मुद्दे को लेकर संयुक्त बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि दोनों पक्ष उत्तर कोरिया ने 4 जुलाई को बैलिस्टिक मिसाइल का प्रक्षेपण करने का एलान किया, इस पर चीन और रूस ने गंभीर चिंता व्यक्त की और उत्तर कोरिया से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के संबंधित मांग का सख्ती से पालन करने का आग्रह किया।
संवाददाता सम्मेलन में संबंधित सवालों के जवाब देते हुए प्रवक्ता कंग श्वांग ने कहा कि इस बयान ने कोरियाई प्रायद्वीप मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के तनाव के बजाए शैथिल्य, लड़ाई के बजाए वार्ता चाहने की आवाज़ जाहिर हुई। चीन और रूस द्वारा प्रस्तुत समान प्रस्ताव का उद्देश्य इस मामले का निपटारा करना है, मिश्रित कदम उठाकर इसका समाधान किया जाए। यह युक्तियुक्त, निष्पक्ष और व्यवहारिक प्रस्ताव है। हमें आशा है कि संबंधित सभी पक्ष इसकी सक्रिय प्रतिक्रिया देते हुए कोरियाई प्रायद्वीप मुद्दे के समाधान के लिए वास्तविक रास्ता बनाएंगे।
(श्याओ थांग)